
- SAIL प्रबंधन द्वारा NJCS नेताओं से किए गए वादे के अनुसार 39 महीनों की बकाया राशि का शीघ्र भुगतान हो।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल के बोकारो स्टील प्लांट (SAIL – Bokaro Steel Plant) में एचएमएस का एक और गुट सक्रिय हो रहा है। जनता मजदूर संघ अपना दायरा बढ़ाने जा रहा है। हिन्द मजदूर सभा से संबंद्ध यूनियन का प्रथम एक दिवसीय कार्यकर्त्ता सम्मेलन सह वनभोज 9 मार्च को है। हिन्द मजदूर सभा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सिद्धार्थ गौतम बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे।
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विशिष्ठ अतिथि झरिया विधायक रागिनी सिंह शामिल होंगी। जनता मजदूर संघ बोकारो के महामंत्री प्रमोद कुमार देव, संयुक्त महामंत्री अरुण कुमार के संयोजन में सिटी पार्क, वनभोज स्थल में सुबह 9 बजे से कार्यक्रम शुरू होगा।
जानिए यूनियन की प्रमुख मार्ग एवं समस्याएं
-आधा-अधूरा वेतन समझौते को पूर्ण किया जाए।
-SAIL प्रबंधन द्वारा NJCS नेताओं से किए गए वादे के अनुसार 39 महीनों की बकाया राशि का शीघ्र भुगतान हो।
-वेतन समझौते में अधिकारियों को दिए गए 10 महीनों के परिलाभ (Perks) एरियर्स का भुगतान कर्मचारियों को भी करो।
-फेस्टिवल एडवांस की राशि 5,000 से बढ़ाकर 25,000 किया जाए।
-प्रोत्साहन (इंसेंटिव) पुरस्कार की पुरानी धन सारणी (मनी टेबल) को संशोधित कर प्रासंगिक बनाया जाए।
-पूर्व की भांति आईटीआई उत्तीर्ण कर्मियों को एस-3 एवं डिप्लोमा इंजीनियरों को एस-6 ग्रेड में नियुक्त किया जाए एवं पहले नियुक्त कर्मियों को उनकी नियुक्ति तिथि से जोड़कर पदोन्नति दी जाए।
-गुप्त मतदान द्वारा ट्रेड यूनियन का चुनाव कराया जाए।
-अप्रेंटिस किए हुए आश्रित एवं विस्थापितों को स्थायी नियोजन दिया जाए।
-जर्जर आवासों को ध्यान में रखते हुए प्लांट के समीप चारदीवारी में टॉवर टाइप फ्लैट का निर्माण कराया जाए एवं कार्यरत कर्मचारियों को आवंटित किया जाए, जिससे वे सुरक्षित रहें।
-भिलाई स्टील प्लांट के तर्ज पर BSL में भी आवास आवंटन और अनुरक्षण के लिए वेलकम योजना लागू की जाए।
– BGH में विशेषज्ञ डॉक्टर, प्रशिक्षित नर्स एवं तकनीशियन की स्थायी बहाली शीघ्र की जाए।
-जूनियर ऑफिसर्स के पदोन्नति में वरीयता एवं दक्षता को प्राथमिकता दी जाए।
-BSL स्कूलों की दयनीय स्थिति को देखते हुए कर्मियों के बच्चों को निजी स्कूलों में शिक्षा हेतु रांची/दिल्ली की तरह शिक्षा भत्ता दिया जाए।
-दुर्गापुर स्टील प्लांट की तर्ज पर BSL कर्मियों को भी सभी प्रकार के आवास लाइसेंस योजना या किराए पर देकर अवैध कब्जे को समाप्त किया जाए।
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-CISF गेट पर केवल सामान की जांच की जाए, कर्मचारियों के बाहर जाने के लिए ‘आउट पास’ की अनिवार्यता समाप्त की जाए।
-मेडिक्लेम नवीनीकरण में वृद्धि को रोका जाए एवं कॉर्पोरेट कार्यालय की तरह ओपीडी राशि 24,000 की जाए।
-दूसरे प्लांट से ट्रांसफर आए कर्मचारियों के लिए EPS-95 के तहत EPFO को भेजे गए वेतन विवरण में त्रुटि को सुधारकर शीघ्र भेजा जाए, जिससे उनका डिमांड लेटर शीघ्र प्राप्त हो सके।
-ठेका श्रमिकों को भी 5 वर्षों में ग्रेड पदोत्रति दी जाए।
-ESI से बाहर रहने वाले ठेका श्रमिकों के लिए 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा लागू किया जाए।
-ठेका श्रमिकों को नाइट शिफ्ट भत्ता एवं आवास सुविधा प्रदान की जाए।
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-सभी ठेका श्रमिकों को पूर्व की भांति ग्रेच्युटी प्रदान की जाए।
-बोकारो में ठेका श्रमिकों की संख्या को ध्यान में रखते हुए ESI अस्पताल का निर्माण किया जाए।
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-ठेका श्रमिकों के गेट पास बनाते समय चिकित्सीय जांच के दौरान यदि उच्च रक्तचाप (BP), मधुमेह (Sugar) अथवा नेत्र संबंधी समस्या पाई जाती है, तो BSL कर्मियों की भांति उनका उपचार कराया जाए एवं गेट पास रोकने के बजाय उन्हें उचित चिकित्सा सुविधा दी जाए।
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