Suchnaji

Bhilai Steel Plant में पहला सर्विलांस ऑडिट, पढ़िए डिटेल

Bhilai Steel Plant में पहला सर्विलांस ऑडिट, पढ़िए डिटेल
  • ऑडिट में संयंत्र, टाउनशिप और माइंस तीनों को कवर किया गया।
  • सफल ऑडिट के उपरान्त बीएसपी को प्राप्त इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट सिस्टम ISO सर्टिफिकेट को 2023-26 तक की अवधि के लिए पुनः प्रमाणन दिया गया।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। टीयूवी नॉर्ड (TUV Nord) द्वारा भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) का इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट सिस्टम-IMS (एकीकृत प्रबंधन प्रणाली) का पहला सर्विलांस ऑडिट (Surveillance Audit) किया गया। सफल ऑडिट के उपरान्त बीएसपी को प्राप्त इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट सिस्टम ISO सर्टिफिकेट को 2023-26 तक की अवधि के लिए पुनः प्रमाणन दिया गया।

ये खबर भी पढ़ें : CICA के कपिल नायडू ने 82 और हर्षित गुप्ता ने जड़े 39 रन, ICDAI को 109 रनों से रौंदा

AD DESCRIPTION

वर्तमान समय में ISO सर्टिफिकेट एक पैमाना बन चुका है। जो कंपनी की साख, स्तर और क्षमता को प्रदर्शित करता है। इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट सिस्टम-IMS (एकीकृत प्रबंधन प्रणाली) के अंतर्गत पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली-EMS, गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली-QMS तथा व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रणाली-OHSMS शामिल हैं। जो संयंत्र को विभिन्न प्रक्रियाओं में सहायता करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप दोषरहित उत्पाद एवं सेवाएँ प्रदान करने के लिए प्रभावी प्रक्रियाएँ और प्रशिक्षित कर्मचारी रखने में मदद मिलती है। इन तीनों सिस्टम्स के मापदंडों को बनाये रखने और इस सर्टिफिकेट को जारी रखने के लिए यह ऑडिट किया गया।

ये खबर भी पढ़ें : SAIL Bokaro Steel Plant के अधिकारी की बेटी घर से लापता, इस नंबर पर दीजिए सूचना

उल्लेखनीय है, कि टी.यू.व्ही. नॉर्ड के गुणवत्ता मानक, सुरक्षा मानक, प्रासंगिक विनियम, सर्वोत्तम प्रथा, प्रबंधन कौशल और व्यावसायिक उद्देश्यों के मापदंड बहुत ही कठिन और कड़े होते हैं। टीयूव्ही नॉर्ड, वैश्विक रूप से सक्रिय बिजनेस यूनिट सर्टिफिकेशन के ऑडिटर्स और विशेषज्ञों के साथ प्रबंधन प्रणालियों, कर्मियों और उत्पादों के प्रमाणन में उच्चतम स्तर की योग्यता को पहचान कर, ग्राहकों, कर्मचारियों, सहयोगी भागीदारों और उपभोक्ताओं के लिए, एक उद्देश्यपूर्ण और सम्मानित गुणवत्ता प्रमाणपत्र प्रदान करता है। जिससे कम्पनी, लाभ के साथ ग्राहक लक्ष्य को सफलतापूर्वक प्राप्त करने हेतु, उचित योजना, निष्पादन, नियंत्रण और परियोजना को पूरा करना सुनिश्चित कर सकें।

ये खबर भी पढ़ें : BSP SC-ST एसोसिएशन से बड़ी खबर, EO एग्जाम में समाज से अधिक जूनियर आफिसर बनाने की उठी आवाज

ऑडिट के पहले दिन 4 जून 2024 को कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार की अध्यक्षता में, ऑडिट किये जाने वाले संबंधित विभागों के मुख्य महाप्रबंधक और वरिष्ठ अधिकारीगण, ऑडिटर्स के साथ बैठक में सम्मिलित हुए। जिसमें ऑडिट किये जाने वाले मानदंड, परिसर, निर्धारित मानक और ऑडिट सम्बंधित सवाल-जवाब के साथ सामान्य चर्चाएँ की गई। बैठक में श्री अंजनी कुमार ने संयंत्र बिरादरी के सभी अधिकारियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा, कि आप ऑडिट के लिए इन्हें अपना सहयोग दें और अपना 100 प्रतिशत दें, जिससे हम सब संयंत्र को उँचाइयों की ओर ले जा सकें।

ये खबर भी पढ़ें : Bhilai Steel Plant रोपने जा रहा 40,000 और पौधे, देखिए टाउनशिप-पटरी पार का तापमान

ऑडिट में संयंत्र, टाउनशिप और माइंस तीनों को कवर किया गया। बीएसपी के दल्ली मेकेनाइज्ड माइंस में पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली-EMS, टाउनशिप में गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली-QMS और संयंत्र परिसर में पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली-EMS, गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली-QMS और व्यावसायिक स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रणाली-OHSMS तीनों को कवर किया गया।

ये खबर भी पढ़ें : PM Modi और डॉ. जितेंद्र सिंह के हाथों में है कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, संभाला कामकाज, पेंशन सुधार पर कही बड़ी बात

मेसर्स टी.यू.व्ही. नॉर्ड द्वारा, 6 ऑडिटर्स नियुक्त किये गए थे। जिनमें से 3 ऑडिटर्स ने भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) आकर सम्बंधित विभागों की प्रत्यक्ष जाँच व अवलोकन किया तथा शेष 3 ऑडिटर्स ने ऑनलाइन माध्यम से ऑडिट किया। ऑडिटर्स के द्वारा संयंत्र के भीतर नाइट ऑडिट भी किया गया, जहाँ सभी मानदंडों को सही पाया गया। पहली बार बीएसपी के एसएमएस-3, यूआरएम और बीआरएम सहित अन्य मॉडेक्स इकाइयों में पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली को लागू किया गया।

ये खबर भी पढ़ें : इस्पात मंत्री HD Kumar Swamy ने संभाला पदभार, SAIL चेयरमैन-डायरेक्टर पहुंचे, श्रम एवं रोजगार मंत्री ने संभाली कमान

इन सभी प्रबंधन प्रणालियों को बनाये रखने के लिए प्रतिवर्ष 1 इंटर्नल ऑडिट तथा 1 एक्सटर्नल ऑडिट आवश्यक है। किंतु भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) इसके लिए हर छः माह में 1 इंटर्नल ऑडिट करती है। इन ISO सर्टिफाइड प्रबंधन प्रणाली को बनाए रखने के लिए, ISO सर्टिफिकेट 3 साल के लिए जारी किये जाते हैं, जिसमें आउटसाइड एजेंसी द्वारा साल में एक एक्सटर्नल ऑडिट आवश्यक है।

ये खबर भी पढ़ें : EPS 95 पेंशन को लेकर EPFO-सरकार पर भयंकर गुस्सा, खुद को भिखारी से गैर-गुजरे बोल गए पेंशनभोगी

कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार की अध्यक्षता में ऑडिट के अंतिम दिन 7 जून 2024 को आयोजित बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में ऑडिटर्स द्वारा संयंत्र, टाउनशिप और माइंस में किये गए ऑडिट का ब्यौरा और विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। इसके पश्चात मेसर्स टीयूव्ही नॉर्ड द्वारा निर्धारित सभी कड़े स्टैंडर्ड और मानदंडों को सही पाए जाने पर, भिलाई इस्पात संयंत्र के पुनः प्रमाणीकरण की अनुशंसा की गई और इसे आगे जारी रखने की अनुमति प्रदान की गई। इस उपलब्धि पर श्री अंजनी कुमार ने सभी सम्बद्ध विभागों और समर्पित टीमों को के अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके अनुकरणीय प्रयासों, कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन के लिए बधाई दी।

ये खबर भी पढ़ें : Council of Ministers: इस्पात मंत्रालय में कुमार स्वामी, भूपति राजू और कोयला-खनन मंत्रालय में किशन रेड्‌डी, सतीश चंद्र दुबे संभालेंगे कमान

उन्होंने इस सफल प्रदर्शन के लिए सभी विभागों को आगे भी इसी उत्साह और समर्पण के साथ सुरक्षा मानदंडों का पालन करते हुए इस गौरव को बनाये रखने के लिए प्रेरित किया। ऑडिटर्स ने संयंत्र बिरादरी के साथ साथ बीई विभाग की भी प्रशंसा की और महत्वपूर्ण सुझाव दिए, जिससे भिलाई इस्पात संयंत्र को और भी अधिक लाभ हो सके।

ये खबर भी पढ़ें : बोकारो स्टील प्लांट को मिला कलिंगा पर्यावरण उत्कृष्टता पुरस्कार, डीआइसी को सौंपा

यह ऑडिट कार्यक्रम बीएसपी के कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार के सफल मार्गदर्शन और मुख्य महाप्रबंधक (एचआर- एल एण्ड डी एवं बीई) निशा सोनी के कुशल नेतृत्व में किया गया। इस आयोजन में सुरक्षा अभियांत्रिकी विभाग तथा पर्यावरण प्रबंधन विभाग की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। ऑडिट के पहले इसकी तैयारी के लिए, मुख्य महाप्रबंधक (एचआर – एल एण्ड डी एवं बीई) निशा सोनी द्वारा, मुख्य महाप्रबंधकों और मैनेजमेंट रिप्रेज़ेन्टेटिव्स की बैठक ली गई।

ये खबर भी पढ़ें : Employees Provident Fund Organisation: पेंशनर्स का दावा-सातवें वेतन आयोग की सिफारिश में EPS 95 Pension वृद्धि का कोई उल्लेख नहीं

इसके बाद ऑडिट के संदर्भ में महाप्रबंधक (बीई) मनोज दुबे द्वारा, सम्बंधित विभागों के कोऑर्डिनेटर्स के साथ समन्वय किया गया। ऑडिट कार्यक्रम के सुचारु संचालन, ऑडिट टीम तथा विभागों के मध्य समन्वय एवं सफल ऑडिट में भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) व्यावसायिक उत्कृष्टता विभाग (बी.ई.) के उप महाप्रबंधक, प्रकाश कुमार साहू, प्रबंधक, श्री रवि कुमार एवं अन्य कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

ये खबर भी पढ़ें : SAIL समझौते पर राउरकेला इस्पात कारखाना कर्मचारी संघ भी भड़का, साढ़े 7 साल बीता, ढाई साल बचा, कोर्ट से ही न्याय की उम्मीद

यहाँ यह उल्लेख आवश्यक है कि, IMS (एकीकृत प्रबंधन प्रणाली) प्रमाणीकरण स्थानीय स्तर पर अनिवार्य नहीं है, लेकिन, यदि कंपनी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सेवाओं का विस्तार करना चाहती है, तो इसकी आवश्यकता होती है।

इस तरह वे ही कंपनियाँ विदेशी बाज़ार को यह प्रदर्शित करने में सक्षम होंगी कि उनके पास उन्हें उच्चतम गुणवत्ता के उत्पाद और सेवाएँ प्रदान करने के लिए आवश्यक संसाधन एवं सेवायें उपलब्ध हैं, जो उनके मानदंडों को पूरा करती हैं। यह कंपनी की कार्य प्रणाली में उल्लेखनीय सुधार, विनियमन का उचित अनुप्रयोग तथा प्रत्येक व्यावसायिक पहलू पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करता है।

ये खबर भी पढ़ें : BSP DIC क्रिकेट टूर्नामेंट: IIM ने RGPV पर दर्ज की शानदार जीत, IMA ने VRCE को 24 रनों से हराया