सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के प्लेट मिल विभाग में आपदा प्रबंधन को मजबूती प्रदान करने हेतु दुर्घटना के दौरान बचाव कार्य से लेकर दुर्घटना पर काबू पाने जैसे कार्यों को मॉक ड्रिल के माध्यम से बखूबी अंजाम देते हुए योजनाबद्ध अभ्यास को पूर्ण किया गया।
प्रत्येक विभाग में आकस्मिक आपदा से निपटने हेतु प्रोटोकॉल बनाए गए हैं। इस प्रोटोकॉल की जांच के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाता है और साथ ही इस मॉक ड्रिल की गोपनीयता बनाये रखी जाती है, जिससे कि घटना की गंभीरता को प्रोटोकॉल के अनुरूप की जाने वाली कार्यवाही को सही रूप में परखा जा सके।
इस अभ्यास के दौरान बीएसपी के सीआईएसएफ, अग्निशामक दल, सेफ्टी इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, एमएमपी-1, नागरिक सुरक्षा, गैस सुरक्षा तथा प्लेट मिल के कार्मिकों व अधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी दिखाते हुए मॉक ड्रिल में भाग लिया।
इस डिज़ास्टर मैनेजमेंट के अभ्यास के तहत ऑपरेशन अनुभाग के दो व्यक्ति लोकेश कुमार अंबरडे (एसीटी) और राजेश कुमार सिंह (एसएसडब्ल्यू), रिहीटिंग फर्नेस नंबर-3 के सामान्य निरीक्षण के लिए गए। भट्ठी को गर्म करने के लिए उपयोग किए जाने वाले वाल्व से गैस के रिसाव के कारण अचानक राजेश कुमार सिंह को बेचैनी महसूस हुई और वे वहीं बेहोश हो गए। लोकेश कुमार अंबरडे बाहर आए और बचाव के लिए आवाज लगायी।
लोकेश कुमार अंबरडे ने बचाव कार्य के लिए आवाज लगाई और प्लेट मिल के शिफ्ट इंचार्ज एनके बिसेन को सूचित किया। स्थिति का विश्लेषण करने के तुरंत बाद शिफ्ट इंचार्ज मौके पर पहुंचे और साइट पर मौजूद लोगों को कार्यस्थल खाली करने हेतु सचेत करने के लिए अलार्म बजाने का संकेत दिया।
पाली प्रभारी उप महाप्रबंधक (ऑपरेशन) नरेंद्र कुमार बिसेन ने प्लांट कंट्रोल, फायर ब्रिगेड, एमएमपी-1, सीआईएसएफ, सुरक्षा नियंत्रण, नागरिक सुरक्षा, गैस सुरक्षा, विभागाध्यक्ष और प्लेट मिल के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया।
महाप्रबंधक (ऑपरेशन) एचके बहुरूपी, महाप्रबंधक (मैकेनिकल) जे सुधाकर, महाप्रबंधक (इलेक्ट्रिकल) सी पद्मनाभन एवं महाप्रबंधक व विभागीय सुरक्षा अधिकारी डी सारंगी के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर नियंत्रण अपने हाथ में लिया और प्रारंभिक गतिविधियां शुरू कर दीं। इसके पश्चात मुख्य महाप्रबंधक (प्लेट मिल) आरके बिसारे मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
सभी संबंधित एजेंसियों (फायर ब्रिगेड, ओएचएस, सिविल डिफेंस, सीआईएसएफ और सुरक्षा नियंत्रण) ने मौके पर पहुंचकर बचाव गतिविधियां प्रारंभ की और अंदर फंसे हुए व्यक्तियों को बाहर निकालकर आवश्यक प्रथमोपचार प्रदान कर उपचार हेतु मेन मेडिकल पोस्ट भेजा गया। इस दौरान विभिन्न कार्यवाही को प्रोटोकाल के अनुरूप अंजाम दिया गया।
गैस सुरक्षा कर्मियों ने साइट की जांच की और मरम्मत के बाद वाल्व के सामान्य संचालन के लिए मंजूरी दी। घटना के मुख्य नियंत्रक मुख्य महाप्रबंधक (प्लेट मिल) आरके बिसारे ने इमरजेंसी ओवर का सायरन बजाने की मंजूरी दी और पुनः परिचालन प्रारंभ किया।
आपदा प्रबंधन अभ्यास पूरा होने के बाद टिप्पणियों और कार्यप्रणाली पर चर्चा करने तथा सभी एजेंसियों को धन्यवाद देने के लिए आरके बिसारे द्वारा एक समीक्षा बैठक भी आयोजित की गई। बैठक में सभी विभागों का आभार व्यक्त किया और हमेशा सतर्क और सजग रहने की अपील की गई।