- भिलाई इस्पात संयंत्र: खेल और सांस्कृतिक केंद्रों के उन्नयन हेतु निरीक्षण दौरा।
- यह निरीक्षण दौरा भिलाई नगरी को एक जीवंत सामाजिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
- प्रबंधन ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए, ताकि प्रयोग स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर किया जा सके।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी) शहीद वीर नारायण सिंह जयंती स्टेडियम, इंडोर बैडमिंटन स्टेडियम, नेहरू सांस्कृतिक सदन, सेल खेल अकादमी को संवारने जा रही है। कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय टीम ने गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे दौरा भी किया। बजट को स्वीकृति दी गई। जल्द ही युद्धस्तर पर काम शुरू होने जा रहा है।
दौरे की भनक लगते ही बीएसपी की ट्रेड यूनियन के एक छुटभैय्या नेता ने श्रेय लेने का ऐसा गंदा खेल खेला कि ईडी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भड़क गए हैं। फर्जीवाड़े की हद यह हो गई कि खेल और सांस्कृति को बढ़ावा देने के लिए बीएसपी के प्रयास को ही नीचा दिखाने की कोशिश कर दी गई। छुटभैय्या नेता अपनी हरकतों से मजबूर है। इसलिए प्रबंधन भी उसे सबक सिखाने के मूड में आ गया है। उसके फर्जीवाड़े की रिपोर्ट सार्वजनिक होने वाली है। जबकि 22 अक्टूबर को दौरे की प्लानिंग तय हुई और 23 को अधिकारी मौके पर पहुंचे गए। 24 अक्टूबर को गंदा खेल खेला गया।
भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन का कहना है कि भिलाई नगरी के विभिन्न खेल और सांस्कृतिक केंद्रों के उन्नयन, रखरखाव और सौंदर्यीकरण के उद्देश्य से 23 अक्टूबर 2025 को एक व्यापक निरीक्षण दौरा किया गया। इस दौरे में शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम, इंडोर बैडमिंटन स्टेडियम, नेहरू सांस्कृतिक सदन, और सेल खेल अकादमी की सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों को प्रोत्साहन देने हेतु इन केंद्रों को राष्ट्रीय स्तर का बनाने पर विशेष बल दिया गया।
निरीक्षण के प्रमुख बिंदु और निर्देश
1. शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम:
इस स्टेडियम के सौंदर्यीकरण और रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया गया। बारिश के बाद जलभराव की समस्या के समाधान हेतु तत्काल जल निकासी की व्यवस्था और झाड़ियों व घास की कटाई के लिए आवश्यक मशीनरी और मानव संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
स्टेडियम के मुख्य द्वार का सौंदर्यीकरण करने और पूरे परिसर का अनुरक्षण सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया, ताकि आगामी गणतंत्र दिवस समारोह को पूर्ण गरिमा के साथ आयोजित किया जा सके। साथ ही, स्टेडियम को राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं के लिए सक्षम बनाने हेतु दीर्घकालिक योजनाओं पर चर्चा हुई।
2. इंडोर बैडमिंटन स्टेडियम
इंडोर बैडमिंटन स्टेडियम के वुडन कोर्ट, सीलिंग, और आंतरिक संरचना को नया रूप देने पर सहमति बनी। छत की खराब स्थिति के कारण वर्तमान में स्टेडियम को सुरक्षा कारणों से बंद रखा गया है। हालांकि, रखरखाव कार्य को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने और इसे शीघ्र पुनः शुरू करने के लिए फंड और इंजीनियरिंग टीम के सहयोग हेतु निर्देश दिए गए।
3.नेहरू सांस्कृतिक सदन
नेहरू सांस्कृतिक सदन के जीर्णोद्धार पर विस्तृत चर्चा हुई। नगर सेवाएं विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस भवन के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव प्रबंधन के सक्रिय विचाराधीन है। पूर्व में एनबीसीसी (NBCC) के माध्यम से जीर्णोद्धार कार्य के लिए अनुमोदन प्राप्त हुआ था, किंतु अपरिहार्य कारणों से यह कार्य पूर्ण नहीं हो सका।
अब इसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने का निर्णय लिया गया है। भवन को नए आंतरिक सज्जा, मंच सज्जा, वाटरप्रूफिंग, और अन्य आधुनिक सुविधाओं के साथ नया रूप प्रदान किया जाएगा, ताकि यह छत्तीसगढ़ में सांस्कृतिक गतिविधियों का एक प्रमुख मंच अपनी पुरानी गरिमा को पुनः प्राप्त कर सके।
4. सेल खेल अकादमी
सेल खेल अकादमी की सुविधाओं का भी निरीक्षण किया गया और इसे और अधिक उन्नत करने के लिए आवश्यक कदम उठाने पर जोर दिया गया। अकादमी को युवा प्रतिभाओं के लिए एक उत्कृष्ट प्रशिक्षण केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई।
5. फ्लाइट ऑफ स्टील
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार जतिन दास की परिकल्पना “फ्लाइट ऑफ स्टील” का भी निरीक्षण किया गया। इस कलात्मक संरचना की नियमित साफ-सफाई और रखरखाव सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया।
टीम और उपस्थित अधिकारी
निरीक्षण दौरे में संदीप माथुर (मुख्य महाप्रबंधक, मानव संसाधन), उत्पल दत्ता (मुख्य महाप्रबंधक, नगर सेवाएं और निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व), एबी श्रीनिवास, जेएन ठाकुर, विष्णु पाठक, राजेंद्र प्रसाद, रणवीर, सौमिक डे और अन्य वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
प्रबंधन की प्रतिबद्धता
बीएसपी अधिकारियों का कहना है कि भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। यह निरीक्षण दौरा भिलाई नगरी को एक जीवंत सामाजिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रबंधन ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि उक्त कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए, ताकि इन केंद्रों का उपयोग स्थानीय समुदाय और राष्ट्रीय स्तर पर किया जा सके।













