कॅरियर ग्रोथ के लिए E-O प्रमोशन पॉलिसी बदलना जरूरी, बोकारो के डिप्लोमा कर्मचारियों ने पदनाम पर SAIL-NJCS को झकझोरा

  • सम्मानजनक पदनाम एवं ई-जीरो प्रमोशन पॉलिसी में बदलाव को लेकर आगे की रणनिति पर चर्चा की गई।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल (SAIL) के डिप्लोमा होल्डर कर्मचारियों (Diploma Holder Employees) के लिए बड़ी बैठक हुई। बोकारो इस्पात डिप्लोमाधारी कामगार यूनियन बीडू के सभी विभागीय प्रतिनिधियों की बैठक सेक्टर 4G स्थित यूनियन कार्यालय में हुई।

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बैठक के दौरान सम्मानजनक पदनाम एवं ई-जीरो प्रमोशन पॉलिसी में बदलाव को लेकर आगे की रणनिति पर चर्चा की गई। बैठक को संबोधित करते हुए यूनियन के महामंत्री संदीप कुमार ने कहा कि वर्षों से पूरे प्लांट में डिप्लोमा इंजीनियर्स सहित सभी कर्मचारी अपना शत प्रतिशत योगदान दे रहे हैं, जिससे कि हर वर्ष सेल में नए-नए कीर्तिमान बनाए जा रहे हैं। लेकिन इसके विपरीत डिप्लोमा इंजीनियर्स का सम्मानजनक पदनाम का मामला अभी तक लंबित है।

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इसका अभी तक समाधान नहीं हो सका है। इसके साथ ही कर्मचारियों के करियर ग्रोथ के लिए वर्तमान के ई-जीरो प्रमोशन पॉलिसी में बदलाव की भी आवश्यकता है, क्योंकि वर्तमान नियम के अनुसार डिप्लोमा इंजिनीर्स को ई-जीरो परीक्षा की पात्रता के लिए S6 ग्रेड के साथ पांच वर्ष का अनुभव अनिवार्य है।

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ई-0 पॉलिसी को बदला इसलिए जरूरी

डिप्लोमा कोर्स के साथ डिग्री किये हुए कर्मचारियों के लिए ई-जीरो परीक्षा की पात्रता के लिए S6 ग्रेड के साथ दो वर्ष का अनुभव अनिवार्य है। इस प्रकार से S3 ग्रेड में जॉइन करने वाले डिप्लोमा इंजिनीर्स को ई-जीरो परीक्षा के पात्रता होने में सोलह वर्ष का समय लग जाता है जो की बहुत ही लंबी अवधि है। इसीलिए हम लोग ये मांग करते हैं कि वर्तमान के नियम नियम में बदलाव करते हुए डिप्लोमा इंजीनियर को केवल S6 ग्रेड में जाने के बाद ही ई-जीरो परीक्षा की पात्रता दी जाए। जिससे कि प्लांट में अनुभवी और युवा इंजीनियर्स की कमी को भी दूर किया जा सकेगा।

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यूनियन के अध्यक्ष रवि शंकर ने कहा कि डिप्लोमा इंजीनियर्स लंबे समय से अपने सम्मानजनक पदनाम के लिए संघर्ष कर रहे हैं और यह संघर्ष आगे भी समाधान मिलने तक जारी रहेगा, क्योंकि यह मुद्दा सीधे तौर पर हम सब के स्वाभिमान से जुड़ा हुआ है। इसलिए डिप्लोमा इंजीनियर इस मुद्दे पर कभी भी हार नहीं मानेगा।

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डायरेक्टर पर्सनल और एनजेसीएस नेताओं से ये मांग

सम्मानजनक पदनाम तथा ई-जीरो प्रोमोशन पॉलिसी में बदलाव को लेकर बीडू की तरफ से सेल डायरेक्टर पर्सनल को एक पत्र भेजा जाएगा। साथ ही हम लोग एनजेसीएस यूनियन के सभी नेताओं से भी यह आग्रह करते हैं कि इस बार डिप्लोमा इंजीनियर्स के भावनाओं को समझते हुए डिप्लोमा इंजिनीर्स के स्वाभिमान से जुड़े इस मुद्दे पर सभी लोग सकारात्मक रवैया अपनाते हुए अपना संपूर्ण सहयोग करें। जल्द से जल्द इसके समाधान के लिए प्रयास करें। सभा का संचालन कोषाध्यक्ष सोनू शाह ने किया। सभा में उपाध्यक्ष रितेश कुमार, संयुक्त महामंत्री प्रेमनाथ राम, अमन बास्की, चंदन कुमार, अमरजीत पासवान,नबा हेम्ब्रम, निरंजन कुमार सहित सभी प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

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