मॉक ड्रिल: Bhilai Steel Plant के HRD, रेल मिल, ब्लास्ट फर्नेस और ग्लोब चौक पर बजा रेड अलर्ट सायरन, भागते नज़र आए कर्मचारी-अधिकारी

  • मॉकड्रिल के दौरान जो लोग रोड पर थे, वे सड़क पर लेट कर मुंह में कपड़ा या रुमाल दबा कर दोनों हाथों से कान को ढके नजर आए।

अज़मत अली, भिलाई। भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही तनातनी और एयर स्ट्राइक के बीच देशभर में 244 जिलों में मॉक ड्रिल किया गया है। सेल के भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में भी तीन स्थानों पर एक साथ मॉक ड्रिल किया गया। भिलाई इस्पात संयंत्र में 4 बजे मॉक ड्रिल किया गया।

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रेल मिल, एचआरडी और ब्लास्ट फर्नेस 7 में एक साथ सायरन बजते ही कर्मचारी और अधिकारी अलर्ट हो गए। कार्मिक मुंह में कपड़े दबाकर जमीन पर लेट गए। कार्यालयों में मौजूद कार्मिक पीलर के पास कान में अंगुली और मुंह में कपड़ा दबाकर खड़े हो गए। इसी तरह भिलाई टाउनशिप के ग्लोब चौक पर भी मॉक ड्रिल किया गया। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की ओर से यहां मॉक ड्रिल किया गया।

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आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए नागरिकों को तैयार करने और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के उद्देश्य से आपातकालीन स्थितियां निर्मित की गई, जो ऑल क्लियर सिग्नल बजने तक जारी रही।

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“रेड अलर्ट” सायरन बजने पर प्रारंभ होकर “ऑल क्लियर” सायरन बजने तक नागरिक सुरक्षा मॉकड्रिल आयोजित किया गया। जहां-जहां तक सायरन की आवाज गूंजती रही, लोग अपने घरों में कोनो में खड़े हो गए। जमीन पर लेट गए।

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लेटते समय अपने दातों के बीच कपड़े या रुमाल दबा कर रखे रहे एवं दोनों कानों को हाथ से ढककर रखा। टेबल के नीचे छिप गए। मॉकड्रिल के दौरान जो नागरिक रोड पर थे, वे सड़क पर लेट कर मुंह में कपड़ा या रुमाल दबा कर दोनों हाथों से कान को ढके नजर आए।

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