सेक्टर 9 हॉस्पिटल निजीकरण…! इलाज में पैसा नहीं देखते, इत्ती बात मैनेजमेंट को क्यों समझ नहीं आ रही, रिपोर्ट करें सार्वजनिक

Privatization of Sector 9 Hospital Why cant the management understand that money isnt the priority when it comes to health
  • सीटू ने कहा-क्या प्रबंधन को समझ में नहीं आता की स्वास्थ्य के मामले में कास्ट नहीं देखा जाता।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेक्टर 9 अस्पताल के निजीकरण की कोशिश के खिलाफ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा चलाए जा रहे जन जागरण अभियान के तहत रविवार को सेक्टर 10 मार्केट एवं सेक्टर 6 E मार्केट में नुक्कड़ सभा किया गया।

वक्ताओं ने अस्पताल के निजीकरण की कोशिश के खिलाफ अपनी बात रखते हुए कहा कि प्रबंधन लगातार कॉस्ट बढ़ने की बात कर रहा है, तो क्या प्रबंधन को इतनी बाद भी समझ में नहीं आती है क्या की स्वास्थ्य के मामले में कास्ट नहीं देखा जाता।

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प्रबंधन कह रहा है कि हॉस्पिटल स्टाफ का वेतन ज्यादा है, खर्चा कम करने की जरूरत

माकपा नेताओं ने कहा कि प्रबंधन इस बात को कह रहा है कि अस्पताल स्टाफ का वेतन बहुत ज्यादा है। यह खर्च प्रबंधन के लिए भारी पड़ रहा है। पिछले दिनो भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने जनसंपर्क विभाग के हवाले से कहा था कि अस्पताल का निजीकरण पर कोई अंतिम निर्णय नहीं किया गया है। केवल निजीकरण की संभावनाओं को जांचने के लिए कंसल्टेशन हायर किया गया है।

हम ऐसे प्रबंधन से दो टूक कह देना चाहते हैं कि इस संयंत्र में काम करने वाले कर्मियों एवं अधिकारियों के वेतन भत्ते से लेकर अस्पताल सुविधा तक सब में जो पैसा खर्च होता है, उस पैसे को हम ही उत्पादन करके पैदा करते हैं। ऐसे में कॉस्ट कंट्रोल करने के नाम पर हमारी सुविधाओं पर डकैती डालना नहीं चलेगा।

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कहीं प्रबंधन अंदर-अंदर तो नहीं कर रहा है अस्पताल को निजी करने का प्लान

अर्चना ध्रुव का कहना है कि प्रबंधन जिस गुपचुप तरीके से अस्पताल की निजीकरण की संभावनाओं पर रिपोर्ट मांगते हुए कंसल्टेशन को हायर किया था। वह कंसल्टेशन कंपनी में भिलाई का दौरा करके सेल प्रबंधन एवं इस्पात मंत्रालय को रिपोर्ट सौंप कर चला गया है।

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सेल प्रबंधन से उस रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग करने के बावजूद जिस गुपचुप तरीके से सेल प्रबंधन काम कर रहा है, उससे तो यही आशंका पैदा हो रही कि कहीं उच्च प्रबंधन धीर-धीरे अस्पताल को निजी करने की दिशा में कोई प्लान तो नहीं बना रहा है। यदि ऐसा नहीं है तो प्रबंधन अविलंब उस रिपोर्ट को सार्वजनिक करें, जिस डेलाइट में सेक्टर 9 अस्पताल के संदर्भ में सेल प्रबंधन को सौंपा है।

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