SAIL DSP NEWS: मोदी सरकार के 4 लेबर कोड के खिलाफ कर्मचारियों का विरोध-प्रदर्शन

SAIL DSP NEWS Employees Protest Against Modi Governments 4 Labor Codes
  • यूनियन नेताओं ने कहा-अलोकतांत्रिक तरीके से मजदूर वर्ग पर लेबर कोड थोजा जा रहा है।

सूचनाजी न्यूज, दुर्गापुर। संविधान दिवस पर सेल के दुर्गापुर स्टील प्लांट के कर्मचारियों ने मोदी सरकार के 4 लेबर कोड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। INTUC, CITU, AITUC, UTUC और HMS ने मिलकर DSP ED (W) बिल्डिंग के सामने केंद्र सरकार के श्रम कानूनों के खिलाफ़ एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। रजत दीक्षित, ललित मोहन मिश्र, बिश्वरूप बनर्जी आदि ने संबोधित किया।

यूनियन नेताओं ने कहा-अलोकतांत्रिक तरीके से मजदूर वर्ग पर लेबर कोड थोजा जा रहा है। यूनियनों ने मिलकर एक बड़ी रैली भी निकाली। एक छोटी टीम ने ED (वर्क्स) सौम्या टोकदार और HR (W) राणा मजूमदार से मिलकर एक जॉइंट मेमोरेंडम भी दिया और एंटी लेबर कोड के खिलाफ़ आवाज़ उठाई और सात दिनों के अंदर उस काले नियम को तुरंत वापस लेने की मांग की।

चेतावनी दी गई कि अगर ऐसा नहीं हुआ, तो यूनियनें और आगे बढ़ेंगी और पूरे भारत में लगातार एक बड़ी हड़ताल करेंगी। ED (W) से मिलने वाले यूनियन के प्रतिनिधियों INTUC से मिलन कुमार सिंघा, समीर रॉय, CITU से सिमंत्रा चटर्जी, प्रोद्युत मुखर्जी, AITUC से शंभू नाथ प्रमाणिक, बिस्वजीत रॉय, UTUC से मिस्टर बिस्वनाथ मंडल, तपस महतो और HMS से सुकांतो रक्षित, सुदीप दत्ता शामिल थे। दुर्गापुर स्टील प्लांट के कर्मचारियों ने कहा-21 नवंबर 2025 को नोटिफ़ाई किए गए 4 “लेबर कोड” के मनमाने और गैर-लोकतांत्रिक नोटिफ़िकेशन के ख़िलाफ़ नाराज़गी ज़ाहिर किया है।

यह नोटिफ़िकेशन लोकतांत्रिक मूल्यों के ख़िलाफ़ है और असल में हमारे देश के वेलफ़ेयर स्टेट के चरित्र को बर्बाद कर चुका है। लोकल यूनियनों और स्वतंत्र इंडस्ट्रियल फ़ेडरेशन समेत 10 सेंट्रल ट्रेड यूनियनों का मिला-जुला प्लेटफ़ॉर्म, 29 सेंट्रल लेबर कानूनों को रद्द करने वाले चार कठोर “लेबर कोड” को लागू करने का उसी दिन से विरोध कर रहा है, जब वे लागू हुए थे।

सेंट्रल ट्रेड यूनियनों ने एक कड़ा संदेश दिया है कि बढ़ती बेरोज़गारी के संकट और बढ़ती महंगाई के बीच इन कोड का नोटिफ़िकेशन, मेहनतकश जनता के ख़िलाफ़ काम की घोषणा से कम नहीं है। केंद्र सरकार देश को मालिक-गुलाम युग के शोषणकारी दौर में वापस ले जाने की कोशिश कर रही है।

इसलिए सेंट्रल ट्रेड यूनियन का प्लेटफॉर्म सरकार को एक गंभीर चेतावनी देता है कि भारत के मेहनतकश लोग “लेबर कोड” वापस लिए जाने तक कड़ी लड़ाई लड़ेंगे। मज़बूत ट्रेड यूनियन आंदोलन कभी भी किसी इंडस्ट्री के हित या सेहत के खिलाफ नहीं होता, बल्कि कंस्ट्रक्टिव ट्रेड यूनियन आंदोलन हमेशा इंडस्ट्री के पक्ष में रहा है। सेल में, अलग-अलग समय में कई मौकों पर ऐसा देखा है।