Suchnaji

SAIL Junior Engineer Designation: डिप्लोमा इंजीनियर फेडरेशन ने दिल्ली में डाला डेरा, जूनियर इंजीनियर पदनाम और प्रमोशन पॉलिसी की मांग, मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ये बोले

SAIL Junior Engineer Designation: डिप्लोमा इंजीनियर फेडरेशन ने दिल्ली में डाला डेरा, जूनियर इंजीनियर पदनाम और प्रमोशन पॉलिसी की मांग, मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ये बोले
  • इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलसते, जुआल ओरम, सांसद एसएस अहलूवालिया से मिले डिप्लोमा इंजीनियर्स।

अज़मत अली, भिलाई। जूनियर इंजीनियर पदनाम को लेकर Diploma Engineers Federation Of Ispat का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में जमा हुआ है। इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद एसएस.अहलूवालिया, रक्षा स्थायी समिति के अध्यक्ष और फेडरेशन के मुख्य संरक्षक जुआल ओरम से मुलाकात की।

AD DESCRIPTION

ये खबर भी पढ़ें: CG Breaking News: छत्तीसगढ़ के 35 हजार चिटफंड पीड़ितों को सरकार लौटा रही राशि, सीएम भूपेश बघेल बने गवाह

AD DESCRIPTION AD DESCRIPTION

स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) के सभी के डिप्लोमा इंजीनियर्स की मांग है कि उनका पदनाम जूनियर इंजीनियर किया जाए और प्रमोशन पॉलिसी लागू की जाए। सम्मानजनक पदनाम न होने की वजह से उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। कॅरियर ग्रोथ (Career Growth) के नाम पर कुछ भी नहीं हो रहा है। नुकसान ही नुकसान हो रहा है। पदनाम की वजह से समाज में अपनी इज्जत बचाने के लिए मुंह तक फेरना पड़ता है।

ये खबर भी पढ़ें: तिरंगे के साये में गुफरान चला साइकिल से हज करने, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा में कटती रात, भिलाई में बताई सारी बात

बुधवार को सांसद सदस्य एसएस अहलूवालिया की उपस्थिति में डिप्लोमा इंजीनियरों को पदनाम के लंबे समय से लंबित मामले के संबंध में इस्पात मंत्री ज्योतीरादित्य सिंधिया के साथ बैठक हुई। उन्हें बताया गया कि मामला 6 साल से लंबित है और अभी तक इसका समाधान नहीं हुआ है। मंत्री ने मामले को सुना और मामले की वर्तमान स्थिति को देखते हुए इसे जल्द सुलझाने का आश्वासन दिया है।

ये खबर भी पढ़ें: Bhilai Steel Plant: बीएसपी ने दनादन तोड़े पिछले रिकॉर्ड, जानिए किस विभाग ने उड़ाया गर्दा

डीईएफआई ने मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और संसद सदस्यों का आभार व्यक्त किया है। इससे पहले डिप्लोमा इंजीनियर्स फेडरेशन ऑफ इस्पात (Diploma Engineers Federation Of Ispat) के प्रतिनिधि इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के पास पहुंचा। फग्गन सिंह कुलस्ते को डिप्लोमा इंजीनियरों के पदनाम के लंबे समय से लंबित मामले के संबंध में जानकारी देने और मंत्रालय से आदेश जारी कराने की मांग की गई। उन्हें बताया गया कि यह मामला 6 साल से लंबित है और अभी तक इसका समाधान नहीं हुआ है। डिप्लोमा इंजीनियर जिस पदनाम तकनीशियन में शामिल हुए हैं, उसी पदनाम से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। मंत्री ने मामले को गंभीरता से सुना और मामले की वर्तमान स्थिति पर संज्ञान लेने की बात कही।

ये खबर भी पढ़ें: Bokaro Steel Plant और खदान के विजिलेंस अफसरों का तबादला, हैप्पी स्ट्रीट पर लूट का शिकार होने वाले सीएंडआइटी के DGM अब विजिलेंस में

इसी कड़ी में डिप्लोमा इंजीनियरों के पदनाम के लंबित मामले के संबंध में संसद सदस्य और रक्षा पर स्थायी समिति के अध्यक्ष और फेडरेशन के मुख्य संरक्षक जुआल ओरम के साथ एक बैठक हुई।

बता दें कि पूर्व इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने इस्पात सचिव और तत्कालीन सेल चेयरमैन को निर्देशित किया था कि पदनाम दिया जाए। इस आदेश को लेकर भिलाई में आभार रैली निकाली गई थी। जश्न मनाया गया। तत्कालीन सीईओ एम. रवि, ईडी पीएंडए आदि अधिकारियों को बुके तक भेंट किया गया था। लेकिन, आज तक पदनाम का मुद्दा हल नहीं हो सका है। इसी मुद्दे को लेकर फेडरेशन सक्रिय हुआ है।

ये खबर भी पढ़ें: 15 अगस्त 2023: भिलाई में आजादी के 76वें जश्न पर 76 किलोमीटर की तिरंगा यात्रा, तैयारी शुरू

फेडरेशन के अध्यक्ष नरेंद्र नाथ दास, जनरल सेक्रेटरी नंद किशोर घोष बैराग्य, कार्यकारी अध्यक्ष, इस्को बर्नपुर के मीर मुशर्रफ अली, राउरकेला से रश्मि रंजन दास, दुर्गापुर स्टील प्लांट से गौरव शर्मा, बोकारो इस्पात डिप्लोमाधारी यूनियन-बीडू के पूर्व अध्यक्ष संदीप कुमार, दुर्गापुर से सदानंद तिवारी आदि मौजूद रहे।