- “जूनियर इंजीनियर” पदनाम प्रवेश स्तर से ही चाहिए।
- डिप्लोमा इंजीनियर्स का कहना है कि S-9 ग्रेड से हमे मंजूर नहीं।
- आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।
- आइटीआई वालों को दो ग्रेड तथा डिप्लोमा वालों को तीन ग्रेड नीचे किया गया।
सूचनाजी न्यूज, बर्नपुर। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के कर्मचारियों का पदनाम बदल दिया गया है। डी कलस्टर यानी एस-9 से एस-11 तक के कर्मचारियों को जूनियर इंजीनियर पदनाम दिया जाएगा। वहीं, अन्य पदों के लिए एसोसिएट शब्द का प्रयोग किया गया है। इस पूरे मामले पर इस्को बर्नपुर डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन (IISCO Burnpur Diploma Engineers Association) का पक्ष भी आ गया है।
सेल में नॉन-एग्जेक्यूटिव कर्मचारियों (Non-Executive Employees) का नया पदनाम बदलने का आदेश आने के बाद बर्नपुर डिप्लोमा इंजीनियर एसोसिएशन संगठन (Burnpur Diploma Engineers Association Organization) के महासचिव लव कुमार मन्ना ने कहा इस्पात मंत्रालय के आदेश को लगभग सात वर्ष बाद लागू किया गया है। वेतन समझौता के साथ हम लोगों का मांग पूरा करना चाहिए था, फिर भी इस मुद्दे को लटकाया जा रहा था।
अभी सबको नया पदनाम मिला है, अच्छी बात है। लेकिन जहां राज्य और केंद्र सरकार के अलावा विभिन्न सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों में डिप्लोमा धारकों को “जूनियर इंजीनियर (Junior Engineer)” के पद दिए जाते हैं, तो सेल में हम इससे क्यों वंचित रहें? हमे “जूनियर इंजीनियर” पदनाम प्रवेश स्तर से ही चाहिए। S-9 ग्रेड से हमे मंजूर नहीं। इसके लिए हमारे आंदोलन आगे भी जारी रहेगा।
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आइटीआई वालों को दो ग्रेड तथा डिप्लोमा वालों को तीन ग्रेड नीचे किया गया, यह कहां का न्याय है? डिप्लोमा अभियंताओं की मांग है कि जल्द से जल्द प्रवेश स्तर से “जूनियर इंजीनियर” पदनाम लागू किया जाए।
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