SAIL RINL: कर्मचारियों की मांग नहीं हो रही पूरी, AITUC पहुंचा इस्पात मंत्रालय, 2 संयुक्त सचिव ये बोले

  • सेल प्रबंधन के रवैये को लेकर पीएमओ तक शिकायत हो चुकी है। कर्मचारी यूनियन नेता अपने-अपने स्तर पर कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (SAIL) और राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड-आरआइएनएल (RINL) की समस्याओं को लेकर श्रमिक नेता इस्पात मंत्रालय के संयुक्त सचिव से मुलाकात की। गुरुवार को उद्योग भवन में इस्पात मंत्रालय के संयुक्त सचिव अभिजीत नरेंद्र के कार्यालय कक्ष में अन्य संयुक्त सचिव‌ रुचिका गोविल के साथ वार्ता की गई।

एटक (AITUC) के उपाध्यक्ष विद्यासागर गिरि, सेल मनोहरपुर चिड़िया माइंस की एटक यूनियन की महासचिव लाडू जोंको, बुधराम सोए ने संयुक्त सचिव द्वय से गंभीर विषयों पर ध्यान आकृष्ट कराया। सेल के लौह अयस्क खदानों में कार्यरत ठेका मजदूरों की स्थिति के साथ-साथ सेल के स्टील प्लांट में ठेका मज़दूरों की समस्या, उसके न्यूनतम वेज भुगतान की मांग की।

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इसके अलावा एनजेसीएस की बनी कमेटी में ठेका मजदूरों का वेज रिवीजन उचित ढंग से करने, इस्पात मजदूरों के वेज रिवीजन के एमओयू का कार्यान्यवन का मुद्दा उठाया। इसके अलावा आरआईएनएल में वेज रिवीजन लागू करने ‌आदि के मुद्दे उठाए गए। संयुक्त सचिव नरेंद्र ने इस्पात उद्योग के मुद्दों पर अलग से वार्ता करने के लिए सहमति जताई।

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बता दें कि सेल में आधे-अधूरे वेतन समझौते को लेकर काफी नाराजगी है। एनजेसीएस की मीटिंग नहीं हो रही है। कर्मचारी लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। ठेका मजदूरों के मुद्दे पर एनजेसीएस की मीटिंग हुई, लेकिन उसमें कोई समझौता नहीं हो सका। सेल के नियमित कर्मचारी 39 माह के बकाया एरियर की मांग कर रहे हैं। यह राशि कब दी जाएगी, इस बारे में प्रबंधन की तरफ से अब तक आधिकारिक बयान नहीं आ रहा है।

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सेल प्रबंधन के रवैये को लेकर पीएमओ तक शिकायत हो चुकी है। कर्मचारी यूनियन नेता अपने-अपने स्तर पर कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। अब देखना यह है कि कर्मचारियों की मांगों पर इस्पात मंत्रालय क्या रुख अपनाता है।