- 20 हजार नाश्ते का पैकेट और 40 हजार खाने के पैकेट का इंतजाम किया गया है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। 9 जुलाई को देशव्यापी हड़ताल है। इस हड़ताल का असर कहां-कितना होगा, यह देखने वाली बात होगी। फिलहाल, हड़ताल को विफल करने के लिए सेल भिलाई इस्पात संयंत्र ने पुराने फॉर्मूले पर काम करना शुरू कर दिया है।
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नाइट शिफ्ट में पहुंचने वाले कर्मचारियों के लिए भी भोजन का इंतजाम किया जा रहा है। जबकि समय से ड्यूटी पहुंचने वाले कर्मचारियों को सुबह नाश्ते में पोहा परोसा जाएगा। दिन में लेमन राइस और चने की सब्जी आदि दी जाएगी। 20 हजार नाश्ते का पैकेट और 40 हजार खाने के पैकेट का इंतजाम किया गया है।
प्रबंधन की ओर से ऐसा इंतजाम किया जा रहा है, जिसको देखकर कुछ कार्मिकों की जुबां से निकला कि हड़ताल तिहार के लिए खाने का अच्छा इंतजाम किया जा रहा है। कर्मचारियों और अधिकारियों को देर रात ही ड्यूटी पर पहुंचने को बोल दिया गया है ताकि सुबह किसी तरह का विवाद न होने पाए
सुबह 4 बजे नहीं 8 के बाद गेट पर जुटेंगे नेताजी
जी हां यूनियनों ने इस बार गेटो में घेराबंदी नहीं करने का फैसला लिया है और अपने कार्यकारिणी एवं अपने साथियों को सुबह 4 बजे के बजाय 8 बजे के बाद गेट पर पहुंचने का संदेश दे दिया है।
इसके पूर्व में जितनी भी हड़ताल हुई, उन हड़तालों में बाकायदा भोर में 4 बजे गेटों में पहुंचने का फरमान जारी किया जाता था और उसी हिसाब से अधिकारी-कर्मचारी, आईआर, सभी तैयारी करते थे। लेकिन यूनियनों ने इस बार ना उस तरह की कोई तैयारी की और ना ही उनके मुद्दों को कर्मचारियों ने ध्यान दिया, क्योंकि इनमें सबसे बड़ा कारण है मुद्दे लगभग केंद्रीय है और उन मुद्दों को लेकर कर्मचारियों में किसी भी तरह का कोई उत्साह नहीं है।
कर्मचारियों ने प्रबंधन को सिखाया था सबक, इस बार उत्साह नहीं
यूनियन के एक नेता ने बाकायदा कहा है पिछले वर्ष 28 अक्टूबर को हुई हड़ताल में कर्मियों से यूनियन नेता बकायदा विभागों में जाकर अपील कर रहे थे और उस अपील को कर्मियों ने माना भी। 39 माह का एरियर, बायोमैट्रिक अटेंडेंस सिस्टम को लेकर कार्मिकों में काफी नाराजगी थी।
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मैनेजमेंट से नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने अपने से हड़ताल में भागीदारी की और इसमें बड़ी भागीदारी मिल जोंन की रही और दूसरे नंबर पर एसएमएस रहा। लेकिन कुल मिलाकर प्लांट में अच्छी खासी हड़ताल की भागीदारी रही। पिछले हड़ताल के मुद्दों को लेकर यूनियनों की ओर से किसी भी तरह की कोई पहल नहीं की गई।
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युवा कर्मियों के रुके प्रमोशन ने हड़ताल में डाला था घी
युवा कर्मचारियों की बेरुखी कुछ और ही कहानी बयां कर रही है। यूनियन के पदाधिकारी भी भाव नहीं दे रहे हैं। रविवार को इंटक कार्यालय में संयुक्त यूनियन का कन्वेशन हुआ। इंटक के सैकड़ों पदाधिकारी रिकार्ड में हैं, लेकिन, मौके पर दो-चार ही नजर आए। कन्वेंशन में बाकी यूनियन के सदस्यों ने कुछ हद तक फोटो लायक भीड़ दिखा दी थी।
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पिछले हड़ताल में जिन लोगों ने भागीदारी की थी, उन कर्मियों का प्रमोशन रोका गया। इसके बाद यूनियनों को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ी। लेकिन उसके बाद भी पुराने ED वर्क्स के रहते उसे वापस नहीं दिला पाए एवं नए ED वर्क्स के आने के बाद उनको वापस प्रमोशन मिला। लेकिन किसी को 3 महीने का तो किसी को 6 महीने का लॉस हुआ है। इसीलिए इस हड़ताल में युवा कर्मचारी कहीं पर भी दूर-दूर तक नहीं दिख रहे हैं।