सूचनाजी न्यूज, भिलाई। तालपुरी इंटरनेशनल कॉलोनी बी-ब्लॉक का विवाद थाने तक पहुंच गया है। मारपीट तक हो गई। पूर्व अध्यक्ष सुनील चौरसिया, लक्ष्यप्रद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। एसोसिएशन के पदाधिकारी और अधिवक्ता असिम सिंह की पिटाई के आरोप में पूर्व अध्यक्ष को थाने में बैठाया गया है।
पीड़ित पक्ष की तहरीर पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है। भिलाईनगर थाना प्रभारी मनोज प्रतापति ने सूचनाजी.कॉम को बताया कि मेडिकल कराया गया है। अधिवक्ता ने एफआइआर दर्ज कराई है, जबकि सुनील चौरसिया की तरफ से कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है।
तालपुरी इंटरनेशन कॉलोनी बी-ब्लॉक एसोसिएशन को लेकर काफी लंबे समय से खींचतान चल रही है। 8 से 17 दिसंबर तक सदस्यता अभियान चल रहा है। पूर्व अध्यक्ष सुनील चौरसिया तारीफ को बढ़ाने आदि मामले को लेकर एक पत्र देने मौजूदा अध्यक्ष यमलेश देवांगन के पास पहुंचे।
जहां, दोनों पक्षों में कहासुनी इतनी बढ़ गई कि हाथापाई तक हो गई। सुनील चौरसिया की पिटाई तक हुई। अधिवक्ता की पिटाई का मामला इतना तूल पकड़ लिया कि शहर के अन्य अधिवक्ता भी खबर लगते ही थाने का घेराव कर दिए। बार एसोसिएशन के पूर्व पदाधिकारी रविशंकर सिंह भी थाने में डटे रहे। हंगामा बढ़ता गया। पुलिस ने तत्काल सुनील चौरसिया और लक्ष्यप्रद को हिरासत में ले लिया है।
वहीं, यमलेश देवांगन पक्ष का कहना है कि सुनील चौरसिया ने पुलिस में शिकायत की है, जिसकी विवेचना चल रही है। ऐसे में सुनील की तरफ से कोई पत्र लेने का कोई औचित्य ही नहीं बनता है।
इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में तकरार हुआ। हाथापाई तक हुई। सुनील चौरसिया और लक्ष्यप्रद को चोट लगी है। वहीं, अधिवक्ता सहित अन्य लोग भी चोटिल बताए जा रहे हैं।
सुनील चौरसिया का कहना है कि कांग्रेस शासन में इन लोगों का मनोबल बढ़ा हुआ था। भाजपा सरकार आते ही कार्रवाई शुरू हो रही थी, जिसकी वजह से ये लोग मारपीट पर उतारू हो गए। वहीं, लक्ष्यप्रद ने कहा कि तालपुरी कॉलोनी और थाने में हम लोगों की पिटाई की गई है। लोगों ने घेरकर मारा है। बता दें कि तालपुरी इंटरनेशनल कॉलोनी में अधिकतर रहवासी अधिकारी और कर्मचारी ही हैं।