6 मार्च को बोकारो इस्पात संयंत्र के अंतर्गत धमन भट्टी (Blast Furnace) में कर्मचारियो को Monthly Highest Production होने के चलते मिठाई वितरित की गई थी।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। कर्मचारी और अधिकारी अपने हक की आवाज उठाते हैं तो वह सुनी जाती है। जो लोग ये बोलते हैं कि उनकी आवाज सुनी नहीं जाती है तो यह शायद यह उचित नहीं होगा। बोकारो स्टील प्लांट के कार्मिकों ने आवाज उठाने और उसे अमल कराने तक अपनी ताकत का एहसास करा दिया है। प्रबंधन को सही समय पर आइना दिखाया। पुरस्कार को ही ठुकराने का दम दिखाया। इसका असर हुआ। आननफानन में बीएसएल प्रबंधन को अपना फैसला वापस लेना पड़ा और कर्मचारियों और अधिकारियों को भी बराबरी का हक देना पड़ा।
जी हां, बात हो रही है ब्लास्ट फर्नेस के उत्पादन लक्ष्य को हासिल करने पर 600 कार्मिकों को उपहार देने के मामले की। धमनभट्ठी बोकारो इस्पात संयंत्र में दीवार घड़ी का वितरण किया गया, जो कि जनवरी 2023 उच्चतम मासिक उत्पादन के लिए दिया गया।
बता दें कि 6 मार्च को बोकारो इस्पात संयंत्र के अंतर्गत धमन भट्टी (Blast Furnace) में कर्मचारियो को Monthly Highest Production होने के चलते मिठाई वितरित की गई थी। धमन भट्टी के कर्मचारियों ने भेदभाव नीति अपनाने के कारण उपरोक्त मिठाई लेने से इन्कार कर दिया था।
कार्मिकों ने प्रबंधन को कोसने के बजाय आइना दिखाते हुए कहा था-Monthly Highest Production होने के कारण जहां बोकारो इस्पात संयंत्र के SMS-II &-CCS विभाग के कर्मचारियों को दीवार घड़ी दी गई। इसकी कीमत 350 से 400 के बीच है। वहीं, ब्लास्ट फर्नेस के कर्मचारियों के मध्य महज 15 रुपए (5-5 रुपए के 2 लड्डू और एक 5 रुपए मूंग दाल का पैकेट) वितरण किया गया, जिससे कर्मचारियों को काफी आघात लगा। विदित हो कि प्रबंधक ने मौखिक तौर पर दीवार घड़ी दिलाने का वादा किया था, जो अब धरातल पर आ गया है।
बीएसएल के कार्मिकों ने सूचनाजी.कॉम को बताया कि जिस कारखाना में हम लोग काम करते हैं, उसके बारे में सोचते हैं और मेहनत करते हैं। जब मेहनत के फल की बात आती है तो भेदभाव बर्दाश्त नहीं होता है। यही वजह है कि सभी कार्मिकों ने एकजुटता दिखाते हुए हक की बात प्रबंधन के सामने रखी थी, जिसके स्वीकार किया गया है।