BSP सेफ्टी आफिसर नहीं खुद GM साहब थे कार में, आए थे खामी पकड़ने, फंसे यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने में…

  • जीएम संजीव वर्गीश का कहना है कि मैं पहली बार प्लांट गैरेज में गया था। सी-राउंड पर पहुंचा तो बिना हेलमेट ही लोग काम करते दिखे। कइयों को रोका गया। इसको लेकर कुछ अड़ गए।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में आयेदिन होने वाले हादसों पर लगाम लगाने के लिए सेफ्टी डिपार्टमेंट कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। हर तरफ से घेराबंदी की जाती है। विभागवार जिम्मेदारी तय है। छोटा हो या बड़ा अधिकारी, सेफ्टी रूल्स का पालन कराने पर जोर देते हैं। बीएसपी के प्लांट गैरेज में एक एक अधिकारी को यातायात नियम तोड़ते हुए पकड़ा गया।

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शुरुआत में ये सेफ्टी आफिसर बताए गए। लेकिन, सेफ्टी डिपार्टमेंट ने खोजबीन शुरू की तो पता चला ये महाप्रबंधक (General Manager) हैं, जिन्होंने प्लांट गैरेज के इन गेट से अपनी कार को जबरन बाहर निकाला। मना करने के बावजूद, नियम तोड़ा है। इनके खिलाफ उच्चाधिकारियों से भी शिकायत की जा रही है। ईडी वर्क्स छुट्‌टी पर हैं, लौटने के बाद कोई एक्शन होना तय है।

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ट्रैफिक रूल्स को तोड़ने वाले एसपी-2 के जीएम ऑपरेशन सजीव वर्गीस हैं। सेफ्टी डिपार्टमेंट के मुताबिक उनके विभाग का कोई भी बंदा प्लांट गैरेज में नहीं था। जो कार पकड़ी गई है, उसमें जीएम साहब खुद थे। वह प्लांट गैरेज में सी-राउंड पर गए थे। वापस लौटते समय उन्होंने आउट गेट के बजाय इन गेट से अपनी कार को बाहर निकाला। निश्चित रूप से यातायात नियम को उल्लंघन किया गया है। गेट पर ढलान है, इसलिए यहां ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए था।

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वहीं, प्लांट गैरेज के कार्मिकों की माने तो विभागीय कर्मचारियों ने इन्हें सेफ्टी आफिसर समझा, क्योंकि जीएम (GM) को कोई पहचानता नहीं था। ये डिपार्टमेंट में फोटो खींच रहे थे। इस बात से अंदाजा लगाया गया कि ये वही सेफ्टी डिपार्टमेंट के आफिसर होंगे, जो रास्ते में रोक-रोक कर ज्ञान देते हैं। ओवर स्पीड या अन्य आरोपों पर फोटो एचओडी के पास भेजी जाती है।

कार्मिकों ने सेफ्टी डिपार्टमेंट पर गुस्सा निकालने के लिए कार की फोटो खींची। अब पता चला कि जो जीएम (GM) खामियां खोजने के लिए प्लांट गैरेज में पहुंचे थे, उन्होंने ही ट्रैफिक नियम की धज्जियां उड़ा दी। यह खबर Suchnaji.com में प्रसारित होते ही प्लांट में हड़कंप मचा हुआ है।

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फिलहाल, सेफ्टी (Safety) डिपार्टमेंट बैठे-बिठाए बदनाम हो गया। सेल (SAIL) बीएसपी के कार्मिकों ने बताया कि जब जीएम अपनी कार गलत दिशा से लेकर जा रहे थे, तभी लोगों ने गेट से पहले ही रोक लिया और समझाया।

लेकिन, जीएम बोले-मैं तो यहीं से जाऊंगा। लोगों को लगा कि सेफ्टी डिपार्टमेंट का कोई बंदा है, तभी ऐसी अकड़ है…। इधर-प्लांट गैरेज और सेफ्टी डिपार्टमेंट में भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। कर्मचारियों का कहना है कि जिसने गलती किया, उस पर एक्शन नहीं है। उल्टे कार्मिकों को फंसाने का खेल खेला जा रहा है।

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इस मामले पर जीएम सजीव वर्गीस का कहना है कि मैं पहली बार प्लांट गैरेज में गया था। सी-राउंड पर पहुंचा तो बिना हेलमेट ही लोग काम करते दिखे। कइयों को रोका गया। इसको लेकर कुछ अड़ गए। विरोध करने लगे। किसी तरह काउंसिलिंग की। वापसी के समय इन एंड आउट गेट के बारे में जानकारी नहीं थी। दूर से ही मेरी नजर पड़ी गई इन गेट लिखा है तो मैंने कार को बैक करके नियम के तहत आउट गेट से ही बाहर निकल गया।