बोकारो के कर्मियों का सेल पर गंभीर आरोप। मांग की है कि प्रशिक्षुओं के लिए उनका मूल वेतन स्टाइपेंड के रूप में मिले, जैसा एमटीटी के साथ होता है।
सूचनाजी न्यूज, बोकारो। बोकारो स्टील प्लांट के ट्रेनीज को लेकर बड़ा आरोप लगाया जा रहा है। सुविधाओं के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। बीएसपी के कर्मचारियों ने प्रबंधन से मांग की है कि जिस तरह से एमटीटी की सुविधाओं पर ध्यान दिया जाता है, उसी तरह ट्रेनीज का भी ध्यान रखा जाए। Suchnaji.Com से एक कर्मी ने कहा कि कर्मचारी वर्ग में आने वाले ट्रेनीज ने आखिर कौन सा पाप किया है कि उनकी सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया जाता, जितना एमटीटी पर फोकस होता है।
आवास सुविधा को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। प्रबंधन को सुझाव दिया गया है कि सेक्टरों में स्थित किसी भी एक दो हॉस्टल को संवार कर उसे ही दो वर्ष की अवधि के लिए दिया जाना चाहिए। अगर ये संभव न हो तो कुछ आवास को हॉस्टल पूल बनाकर दिया जा सकता है,जिसके बदले में हॉस्टल जैसा चार्ज लिया जाए। बदले में उन आवास में हॉस्टल जैसी सुविधा हो। जैसे बेड, फैन/कूलर/एसी, वाईफाई इत्यादि प्रशिक्षण अवधि पूर्ण होने तक या स्वैच्छिक हो।
बोकारो के कर्मियों का कहना है कि प्रशिक्षुओं के लिए उनका मूल वेतन स्टाइपेंड के रूप में मिले, जैसा एमटीटी के साथ होता है। चूंकि कर्मचारी वर्ग के प्रशिक्षुओं के वेतन/मानदेय कम है। इसलिए सिर्फ प्रक्षिक्षुओं के लिए दो पहिया वाहन लोन/फर्नीचर लोन दिया जाए, जिससे कि प्रशिक्षुओं को अपनी व्यवसायिक जीवन आरंभ करने में कठिनाई कम हो। साथ ही मोबाइल/लैपटॉप एडवांस दिया जाए।
इसी तरह अनाधिशाषी प्रशिक्षुओं को प्रबंधन के तरफ से उच्च शिक्षा करने की अनुमति के साथ साथ उनकी पूरी फीस खुद वहन करे, जैसा की अधिशाषी कर्मचारियों के साथ करती है। प्रशिक्षुओं की प्रशिक्षण अवधि 01 वर्ष की जाए। अधिशाषी प्रशिक्षु जब ज्वाइन करते है तो उनकी ज्वाइनिंग E1 में होती है तथा एक साल की प्रशिक्षण अवधि पूर्ण होने पर, उन्हे E2 में नियुक्ति मिलती है। ठीक उसी प्रकार अनाधिशाषी प्रशिक्षुओं के साथ भी हो।
अगर ज्वाइनिंग S3/S1 में हुई है तो नियुक्ति S2/S4 में होनी चाहिए। प्रशिक्षण अवधि में मानदेय के रूप में मूल ग्रेड का वेतन स्टाइपेंड के रूप में मिले। कर्मचारियों का कहना है कि नव नियुक्त प्रशिक्षुओं के लिए क्वार्टर एलॉटमेंट अलग से हो। वरिष्ठ कर्मी पहले से किसी न किसी आवास में रह रहें होते है। वैसे में बिना आवास के रह रहें प्रशिक्षुओं को नियमित कर्मियों के साथ वरिष्ठता में न पड़ना पड़े,दोनों का एलॉटमेंट अलग-अलग हो।