बीएसएल कर्मचारियों-आश्रित के लिए स्पेशल वार्ड बनाए बीजीएच प्रबंधन

  • बोकारो जनरल अस्पताल 910 बेड का कोयलांचल क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल है।

सूचनाजी न्यूज,बोकारो। बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ बोकारो (BSL Unofficial Employees Union) ने बीजीएच निदेशक को पत्र लिखकर अस्पताल में  कर्मचारियों और उनके आश्रितों के लिए अलग केबिननूमा वार्ड बनाने के लिए पत्र दिया है। इसके साथ ही सुश्रुत वार्ड को वरिष्ठ कर्मचारियों के लिए आरक्षित करने का भी मांग किया है।

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अपने पत्र में यूनियन ने लिखा है कि बोकारो जनरल अस्पताल 910 बेड का कोयलांचल क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल है। जिसकी स्थापना बोकारो/सेल में कार्यरत कार्मिकों एवं उनके आश्रितों की चिकित्सा हेतु की गई है। परंतु कई सुविधाओं में अधिकारी एवं कर्मचारी एवं उनके आश्रितों के इलाज में काफी भेदभाव किया जाता है।

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उदाहरण हेतु बोकारो जनरल अस्पताल में काफी वर्षों से इलाज हेतु भर्ती गैर कार्यपालक कर्मचारियों को समान्य वार्ड में सिर्फ एक बिस्तर (बेड) आवंटित किया जाता है, जबकि इसके विपरित अधिकारी वर्ग एवं उनके आश्रितों का भर्ती होने पर सुश्रुत वार्ड (स्पेशल कमरा युक्त), धनवंतरी वार्ड की व्यवस्था की गई है।

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जबकि भारत में चिकित्सक एवं चिकित्सा को भगवान और उनका कर्म का दर्जा प्राप्त है। नैतिक रुप से भी यह माना गया है कि चिकित्सा का  दौरान किसी मरीज की आर्थिक, समाजिक एवं पद की स्थिति देखकर भेदभाव नहीं किया जा सकता है। इधर, वैसे ही दिनो-दिन सेवानिवृत्ती का कारण बोकारो इस्पात संयंत्र में गैर कार्यपालक कर्मचारियों की संख्या घटती जा रही है। अतः उनके लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा एवं परिवेश देना , अस्पताल प्रबंधन की जिम्मेदारी है।

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यूनियन द्वारा दिया गया सुझाव

1 . बोकारो इस्पात संयंत्र में कार्यरत गैर कार्यपालक कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों की भर्ती होने की दशा मे तीन चार सर्व सुविधा यूक्त (एम्स की गाईडलाईन अनुसार)  विशेष वार्ड बनाया जाए, जिसमे सिर्फ गैर कार्यपालक कर्मचारी एवं उनके आश्रित की जाए।  प्रत्येक वार्ड मे प्रत्येक मरीज के लिए स्पेशल केबिन की व्यवस्था की जाए। ताकि मरीजों की निजता सुरक्षित रहे।

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भर्ती मरीजों की तिमारदारी के लिए प्रशिक्षित व्यवहार कुशल अटेंडेड (तीनों पालियों में मरीज की संख्या अनुसार) की भी व्यवस्था की जाए।

2 . वरिष्ठ कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों के लिए सुश्रूत वार्ड आरक्षित की जाए।

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स्पेशल वार्ड होना चाहिए

बीजीएच का निर्माण कार्मिकों के लिए ही किया गया है। अतः बीजीएच में कार्मिकों एवं उनके परिजनों के लिए स्पेशल वार्ड होना चाहिए। साथ ही प्रत्येक वार्ड में प्रशिक्षित अटेंडेड भी नियुक्त हो ताकि कर्मचारियों को ड्यूटी छोड़कर परिजनों की सेवा नहीं करनी पड़े।
मुश्ताक आलम, उपाध्यक्ष-बीएकेएस बोकारो

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