- भिलाई इस्पात संयंत्र के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट, भिलाई नगर पालिक निगम द्वारा भारी पुलिस बल तथा कार्यपालक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति एक्शन।
- बोरिया गेट के निकट अवैध कब्जेधारियों के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही कार्यवाही में 125 से अधिक लोग शामिल थे। कब्जेदारों में हड़कंप।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट के अधिकारियों-कर्मचारियों को गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देना भारी पड़ गया। कब्जेदारों के खिलाफ बीएसपी ने पुलिस-नगर निगम को साथ लेकर बड़ी कार्रवाई कर दी है। अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया है। कब्ज्दारों का दोबारा काबिज होने से रोकने के लिए मार्ग को ही खोद दिया गया है, ताकि आवाजाही न हो सके।
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भिलाई इस्पात संयंत्र के इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट, भिलाई नगर पालिक निगम द्वारा भारी पुलिस बल तथा कार्यपालक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में बोरिया गेट के निकट अवैध कब्जेधारियों के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही कार्यवाही में 125 से अधिक लोग शामिल थे।
कब्जा ध्वस्त कर दिया गया…
कब्जेधारी द्वारा सड़क तथा अनेकों अवैध स्ट्रक्चर का निर्माण कर लिया गया था। देखने से ऐसा लगता तथा फिल्मों में विलेन द्वारा कोई अड्डा बनाया जाता है, उसी तर्ज पर अड्डे जैसा अवैध निर्माण किया गया था।
5 फरवरी को प्रवर्तन विभाग की टीम के साथ गाली-गलौज करने वाले अवैध कब्जेधारी का अड्डा तहस नहस किया गया। अवैध बिजली और नल कनेक्शन भी ले रखा था।
संपदा न्यायलय से पारित डिक्री आदेश क्रमांक -79/2022 के अनुपालन में अवैध निर्माण, रोड नंबर-02, बोरिया गेट के निकट करीब बीस हजार स्क्वायर फीट भूमि पर कई अवैध स्ट्रक्चर तथा सड़क निर्माण कर अवैध बिजली कनेक्शन, अवैध नल कनेक्शन को बीएसपी भूमि से कार्यालक मजिस्ट्रेट गुरुदत्त पंचभाई, पुलिस लाइन दुर्ग के जवान, भिलाई नगर पालिक निगम के कर्मी तथा अधिकारी और नेवई थाना पुलिस बल की उपस्थिति में जेसीबी की मदद से सभी अवैध निर्माण हटाया गया।
बेदखली की कार्यवाही की गई। कब्जेदारों ने 5 फरवरी को बीएसपी कर्मियों के साथ इसी जगह गाली गलौज किया गया था। आज उसे पूरी तरह तहस नहस कर दिया गया।
कब्जेधारी के विरुद्ध बीएसपी द्वारा 05 फरवरी को भट्टी थाने में एफआईआर भी दर्ज करवाया गया था। कब्जेधारियों द्वारा वहा पक्का सड़क निर्माण कर लिया गया था। साथ ही 50 से अधिक ठेलों को रखा जाता था। साथ ही तीन छोटे शेड तथा ढाबा स्टाइल में शेड का भी निर्माण किया गया था।
जहां अवांछनीय तत्वों का जमावड़ा लगा रहता था। कार्यवाही में प्रवर्तन विभाग, नगर सेवाए के अधिकारियों, कर्मचारियों, निजी सुरक्षा गार्ड, महिला गार्ड सहित, पीएचडी विभाग के अधिकारी कर्मचारी, दुर्ग पुलिस लाइन के जवान, भट्टी थाने के टीआई विपिन रंगारी, भिलाई नगर पालिक निगम भिलाई के अनिल मेश्राम,रोहित यादव, राम साय पारकर, मोहन यादव, अनिल देशमुख, राजेंद्र कुमार, कन्हैया यादव, मंगल प्रसाद जांगड़े, मुरली कुमार, मान सिंह, लीज सेक्शन, भूमि विभाग,पीएचडी, पीएचई, राजस्व विभाग, इलेक्ट्रिकल विभाग, सिविल विभाग आदि सहित लगभग 125 लोग टीम थी।