- अधिकारी, कर्मचारी और ठेका मजदूरों को प्लांट में ही नाश्ता-खाना समय पर सौंप दिया जाएगा।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के कर्मचारी प्रबंधन के खिलाफ भड़के हुए हैं। बोनस और बकाया एरियर (Bonus and Outstanding Arrears) आदि को लेकर 28 अक्टूबर को प्लांट से लेकर खदान तक हड़ताल है। हड़ताल को विफल करने के लिए प्रबंधन पुराना फॉर्मूला फिर से निकाल लिया है।
कर्मचारियों और अधिकारियों को समय से पहले ही ड्यूटी बुला लिया जाएगा। फर्स्ट शिफ्ट (First Shift) वाले नाइट में ही प्लांट में दाखिल हो जाएंगे। जनरल शिफ्ट (General Shift) वाले भी भोर में 4-5 बजे तक प्लांट में दाखिल हो जाएंगे। अब इन कार्मिकों के नाश्ते-खाने का भी बंदोबस्त किया जा रहा है। तैयारियां ऐसी हो रही है कि मानों कोई भव्य समारोह होने वाला है।
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हड़ताल समारोह की तैयारी में पर्सनल विभाग लग गया है। कुर्सी तोड़ने वाले साहब भी एक्टिव हो गए हैं। पिछले एक सप्ताह से मीटिंग पर मीटिंग हो रही है। फिलहाल, ऐसी सूचना है कि ज़ोनवार नाश्ते-खाने का इंतजाम होगा। कैंटीन सेल पर पूरा भार नहीं रहेगा। पीओ अपने-अपने विभाग की संख्या के अनुसार कैंटीन से खाद्य पदार्थ तैयार कराएंगे।
दूसरी ओर कैंटीन संचालकों के मुंह से भी हड़ताल समारोह का शब्द निकल रहा है। एक भाई साहब ने बताया कि हड़ताल को विफल करने में प्रबंधन का साथ देने वाले कार्मिकों को नाश्ते में पोहा, मटर की सब्जी मिलेगी। दोपहर में वेज पुलाव और टमाटर की चटनी परोसी जाएगी।
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अनुमान लगाया जा रहा है कि करीब 25-30 हजार पैकेट नाश्ता और खाने का तैयार किया जाएगा। अधिकारी, कर्मचारी और ठेका मजदूरों को प्लांट में ही नाश्ता-खाना समय पर सौंप दिया जाएगा।
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पूर्व में यह सारा इंतजाम कैंटीन सेल के जिम्मे होता था। करीब 15 से 20 लाख की चपत लगती थी। पूर्व की हड़ताल की बात करें तो अक्षय पात्र से भी नाश्ता आता था। एक कार्मिक ने बताया पूड़ी ऐसी होती थी कि सही से निशाना लगाकर किसी को मार दिया जाए तो सुदर्शन चक्र की तरह जख्मी कर दे।
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