- SAIL Employees Superannuation Benefit Fund-SESBF को लेकर श्रमिक नेताओं ने प्रबंधन को तत्काल जवाब नहीं दिया।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। SAIL Employees Superannuation Benefit Fund-SESBF से कर्मचारियों-अधिकारियों का पैसा निकालकर एनपीएस में डालने की सहमति ली जा रही है। सेल पेंशन ट्रस्ट और सेल कर्मचारी सेवानिवृत्ति लाभ निधि-एसईएसबीएफ का लाभ एक साथ नहीं ले सकते हैं। इस पर कार्रवाई हो सकती है। ऐसे में कर्मचारियों को समझाने का दौर शुरू हो गया है।
इसी को लेकर भिलाई स्टील प्लांट प्रबंधन ने बीएमएस, इंटक, सीटू आदि नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया। प्रबंधन की बातों पर स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited) के भिलाई स्टील प्लांट के यूनियन नेताओं की प्रतिक्रिया आ गई है। सेल कर्मचारी सेवानिवृत्ति लाभ निधि-एसईएसबीएफ (SAIL Employees Superannuation Benefit Fund-SESBF) को लेकर श्रमिक नेताओं ने प्रबंधन से जो कुछ कहा-इस खबर में पढ़िए।
दिनेश कुमार पांडेय-अध्यक्ष, बीएमएस भिलाई
आज मैनेजमेंट के साथ मीटिंग में ED (HR) पवन कुमार ने यह विषय विस्तार से रखा। इस विषय के विभिन्न पहलुओं पर हम लोगों ED HR पवन कुमार एवं उनके साथ उपस्थित प्रतिनिधिमंडल से चर्चा की। चर्चा पश्चात मैंने कहा कि हमारी यूनियन में पदाधिकारीयों से विस्तृत चर्चा, कर्मचारियों से चर्चा फीडबैक के पश्चात ही यूनियन अपना फाइनल View मैनेजमेंट के सामने रखेगी। तत्काल जवाब देना संभव नहीं है। यूनियन बगैर पदाधिकारियों से चर्चा किए कोई फैसला नहीं लेगी।
वंश बहादुर सिंह-महासचिव, इंटक
सेल कर्मचारी सेवानिवृत्ति लाभ निधि-एसईएसबीएफ को लेकर जिस तरह की बात कही जा रही है। वह काफी गंभीर विषय है। चर्चा-परिचर्चा किए बगैर जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं हो सकता है। यूनियन केंद्रीय-स्थानीय नेताओं और कर्मचारियों से चर्चा करेगी।
एसईएसबीएफ और सेल पेंशन ट्रस्ट के नेताओं से बात करेंगे। फिर किसी निर्णय पर पहुंचेंगे। प्रबंधन ने अपनी बात रखी है। हम लोगों ने यही कहा है कि पहले चर्चा करेंगे, जो बेहतर होगा, वही निर्णय लेंगे। बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष पूरन वर्मा भी शामिल हुए थे।
विजय कुमार जांगड़े-अध्यक्ष, सीटू
कार्यपालक निदेशक (एचआर) पवन कुमार ने SESBF फंड को NPS में डालने के संदर्भ में राय लेने के लिए सीटू यूनियन को आमंत्रित किया था। इस विषय पर सीटू यूनियन ने कहा कि एनपीएस में पैसा डालने के पूर्व कार्यकारिणी की बैठक में विचार करेगी तथा कर्मचारियों के बीच में भी इस बात को स्पष्ट रूप से रखा जाएगा। उनसे सहमति ली जाएगी।
तत्पश्चात अपने केंद्रीय नेताओं को इसकी जानकारी दी जाएगी। उसके बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। सीटू यूनियन किसी भी शर्त पर कर्मचारियों का अहित नहीं चाहते हुए किसी प्रकार का नुकसान नहीं करना चाहती। बैठक में सीटू भिलाई के अध्यक्ष विजय कुमार जांगड़े और सहायक कामरेड केवेंद्र सुन्दर शामिल हुए थे।