बीएसपी प्रबंधन का दावा-भिलाई की शिक्षा को बेहतर बनाने हेतु भिलाई इस्पात संयंत्र का एक सशक्त कदम।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र (SAIL Bhilai Steel Plant) के स्टील एजुकेशन सोसाइटी (Steel Education Society) एवं अक्षय पात्र की सहयोगी संस्था ग्रेट इंडिया टैलेंट फाउंडेशन (Great India Talent Foundation) के बीच इस्पात भवन के कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) के सभागार में एक एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग) साइन किए गए।
रथयात्रा उत्सव के शुभ अवसर पर कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार एवं मुख्य महाप्रबंधक (टीएसडी एवं सीएसआर) जेवाय सपकाले के सम्मुख इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) की ओर से महाप्रबंधक (शिक्षा) शिखा दुबे, स्टील एजुकेशन सोसाइटी की सचिव एवं महाप्रबंधक (मानव संसाधन) के सुपर्णा तथा अक्षय पात्र एवं ग्रेट इंडिया टैलेंट फाउंडेशन की ओर से रीजनल प्रेसिडेंट (अक्षय पात्र एवं ग्रेट इंडिया टैलेंट फाउंडेशन) स्वामी व्योमपाद दास द्वारा इस एमओयू पर साइन किया गया। मुख्य महाप्रबंधक (एफ एंड ए) डीएन करन आदि अधिकारी मौजूद रहे।
सेक्टर 6 एवं सेक्टर 11 खुर्सीपार में स्थित भिलाई इस्पात विकास विद्यालय (Bhilai Steel Development School) को भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) द्वारा प्रारंभ किया गया था। सेक्टर 6 स्थित भिलाई इस्पात विकास विद्यालय को 7 जुलाई 2007 एवं सेक्टर 11 खुर्सीपार में स्थित भिलाई इस्पात विकास विद्यालय को 30 अप्रैल 2011 में प्रारंभ किया गया था।
यह दोनों स्कूल कमजोर वर्ग के निर्धन बच्चों के लिए अंग्रेजी माध्यम में एक बेहतर शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से खोला गया था। अब इस एमओयू के अनुसार इन स्कूलों के सम्पूर्ण प्रबंधन का कार्य, देशव्यापी संस्था अक्षय पात्र फाउंडेशन की एक सहयोगी संस्था “महान भारत प्रतिभा फाउंडेशन” (ग्रेट इंडिया टैलेंट फाउंडेशन) द्वारा संचालित किया जाएगा।
जानिए देश में कहां चला रहे स्कूल
ज्ञात हो कि मान्यता प्राप्त यह संस्था, त्रिपुरा में महान भारत प्रतिभा विद्यालय, काशीराम पारा नाम से एवं बेंगलुरु, हैदराबाद, भुवनेश्वर सहित कई शहरों में भी शिक्षण संस्थानों का संचालन कर रहे हैं, इसलिए इस संस्था को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा रही है।
ईडी पवन कुमार ने जताई उम्मीदें…
कार्यपालक निदेशक (मानव संसाधन) पवन कुमार ने कहा, किसी समय में अन्न दान को महादान माना जाता था, परंतु मेरे विचार से आज के युग में शिक्षा का दान बहुत ही महत्वपूर्ण और अहम है।
भिलाई इस्पात संयंत्र प्रारम्भ से ही शिक्षा के क्षेत्र में काफी अच्छा कार्य करते आ रही है तथा आगे इसको और भी बेहतर बनाने में निरंतर प्रयासरत हैं। अक्षय पात्र संगठन एक राष्ट्रव्यापी और बहुत ही व्यवस्थित तरीके से मध्यान भोजन का संचालन करती है।
अक्षय पात्र संस्था के कार्यों को देखते हुए भिलाई इस्पात विकास विद्यालय (Bhilai Steel Development School) जैसी शालाओं के संचालन हेतु जिम्मेदारी प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा “बीएसपी ने भिलाई इस्पात विकास विद्यालय को बड़े मनोयोग व उम्मीद के साथ प्रारंभ किया गया था तथा ये दोनों शालाएं हमारे संयंत्र के लिए “बच्चे” जैसी है।
जिसे हम पूरे विश्वास के साथ अक्षय पात्र के हाथों में सौंप रहे हैं और हमें उम्मीद है कि आप इसे बेस्ट बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे।” उन्होंने कहा, हम भिलाई की शिक्षा को आज के दौर के अनुकूल बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। हम अपने कार्मिकों एवं कॉन्ट्रैक्ट लेबर के बच्चों के लिए भी अच्छी शिक्षा हेतु श्रेष्ठ दिशा में कार्य कर रहे हैं।
रीजनल प्रेसिडेंट (अक्षय पात्र एवं ग्रेट इंडिया टैलेंट फाउंडेशन) स्वामी व्योमपाद दास ने अपनी संस्था को रेखांकित करते हुए कहा, भिलाई इस्पात संयंत्र के सहयोग से हम यहाँ भिलाई में वर्ष 2007 से अक्षय पात्र का संचालन कर रहे हैं। कार्यक्रम के अंत में श्री जे वाय सपकाले द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।
अक्षय पात्र फाउंडेशन के बारे में
उल्लेखनीय है कि अक्षय पात्र फाउंडेशन, भारतीय ट्रस्ट अधिनियम 1882 के तहत पंजीकृत एक स्वतंत्र धर्मार्थ ट्रस्ट है। जो देश में स्कूलों में भूख और कुपोषण के व्यापक सामाजिक मुद्दों को हल करने के लिए अपना सहयोग प्रदान करते हैं।
अक्षय पात्र फाउंडेशन स्कूलों में बच्चों को स्कूल आने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए हर दिन गर्म, पौष्टिक और स्वादिष्ट मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराते हैं, ताकि भारत में कोई भी बच्चा भूख के कारण शिक्षा से वंचित न रह जाए।
महान भारत प्रतिभा फाउंडेशन का फोकस
अक्षय पात्र फाउंडेशन की सहयोगी संस्था ‘“महान भारत प्रतिभा फाउंडेशन” (जीआईटीएफ) का प्रयास बच्चों की स्वाभाविक प्रवृत्ति को पोषित करने के साथ-साथ समग्र विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करता है, जिससे वे अपने और अपने परिवार व समुदाय के लिए भविष्य को बेहतर और सुरक्षित कर सकें।