- सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन, रायपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाईज यूनियन, संयुक्त ट्रेड यूनियन कौंसिल, दवा प्रतिनिधि संघ, सेंट्रल जोन इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन आदि संगठन के पदाधिकारी जुटे।
सूचनाजी न्यूज, रायपुर। ट्रेड यूनियनों (Trade Unions) के संयुक्त मंच की ओर से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में केंद्रीय बजट की प्रतियां जला दी गई। इसे मजदूरों, किसानों का विरोधी बताते हुए राष्ट्रव्यापी आह्वान पर बजट के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। नेताओं ने कहा-जनविरोधी बजट है, इसलिए इसका पुतला जलाया गया है।
“वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन (Finance Minister Nirmala Seetaraman) ने मोदी 3.0 सरकार का पहला बजट पेश किया है। नेताओं ने कहा-जनता एक ऐसा राहत देने वाला बजट चाहती थी जिसमें बढ़ रही आर्थिक विषमता कम हो और आम जन की क्रय शक्ति बढ़े। लेकिन भाजपा की केंद्र सरकार ने पिछली गलतियां सुधारने की बजाय इस बार भी अमीर परस्त बजट ही पेश किया है।
मध्यम वर्ग को आयकर में बहुत मामूली राहत मिली है, जिसका काफी ढिंढोरा पीटा जा रहा है। लेकिन मजदूरों, किसानों और आम मेहनतकश जनता को मुश्किल हालातों में ऐसे ही छोड़ दिया गया है, जो चिन्ताजनक है। उन्हें राहत देने के लिए आवश्यक उपभोक्ता सामग्री पर जीएसटी में कमी करने और जनकल्याण योजनाओं में खर्च बढ़ाने की जरूरत को अनदेखा किया गया है।
बजट में बीमा क्षेत्र में 100 प्रतिशत एफ डी आई का प्रस्ताव पूर्णत: देश विरोधी है। केंद्रीय बजट के खिलाफ मजदूरों किसानों के राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन के आह्वान पर रायपुर में अम्बेडकर चौक में आयोजित विरोध कार्यवाही को संबोधित करते हुए सेंट्रल जोन इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन के महासचिव धर्मराज महापात्र, सीटू के राज्य महासचिव एमके नंदी, संयुक्त ट्रेड यूनियन कौंसिल के सचिव एससी भट्टाचार्य, आरडीआईईयू के अध्यक्ष राजेश पराते, महासचिव सुरेंद्र शर्मा, सीजीएसपीईयू के उबैद खान, विभाष पैंतुडी ने विचार व्यक्त किया।
आंकड़े स्पष्ट बता रहे हैं कि कुल बजट खर्च में दिख रही बढ़ोतरी का करीब 40 प्रतिशत तो लिये गये कर्ज का अतिरिक्त ब्याज चुकाने में ही खर्च हो जायेगा, जबकि जरूरतमंद आम जन पर बोझ बढ़ता जा रहा है। वहीं, जीएसटी व इन्कम टैक्स की हिस्सेदारी कॉरपोरेट टैक्स से ज्यादा हो रही है।
आज के प्रदर्शन के दौरान बजट की प्रतियों का पुतला जलाकर विरोध व्यक्त किया गया। संयुक्त प्रदर्शन में सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन, रायपुर डिवीजन इंश्योरेंस एम्पलाईज यूनियन, संयुक्त ट्रेड यूनियन कौंसिल, दवा प्रतिनिधि संघ, सेंट्रल जोन इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन सहित विभिन्न जन संगठनों से जुड़े सैकड़ो लोग शामिल हुए।
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