सर्वप्रथम सबसे बड़े बच्चे के 25 साल की उम्र पूरी करने पर दूसरे और तीसरे बच्चे को पेंशन मिलेगी।
सूचनाजी न्यूज, रायपुर। Suchnaji.com News में अब तक हमारी पेंशन सीरीज में आपने कई जरूरी योजनाओं, बदलावों के बारे में बारीकी से जाना और पढ़ा। अब तक सदस्य पेंशन, अक्षमता पेंशन, विधवा पेंशन जैसी आदि महत्वपूर्ण योजनाओं के साथ ही पेंशन संबंधी महत्वपूर्ण बदलावों के बारे में Suchnaji.com News ने आपको बारीकी से अवगत कराया। इस सीरीज में आज हम आपको ‘बाल पेंशन’ योजना के बारे में बताने जा रहे हैं।
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कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ के सदस्यों के आश्रितों को लाभ मिलता है। पेंशन योजना के किसी भी सदस्य की मृत्यु की स्थिति में उसकी पत्नी या फिर पति को पेंशन तो मिलती ही है। साथ ही इसमें दो बच्चों को भी पेंशन मिलती है। यह पेंशन उन्हें 25 वर्ष की आयु तक मिलती है।
यदि किसी सदस्य के दो से अधिक बच्चे है तो उन्हें पेंशन पहले दो बच्चों को मिलेगी। सर्वप्रथम सबसे बड़े बच्चे के 25 साल की उम्र पूरी करने पर दूसरे और तीसरे बच्चे को पेंशन मिलेगी। दूसरे बच्चें के 25 वर्ष की उम्र पूरी करने पर तीसरे और चौथे बच्चे को पेंशन मिलेगी। इसी क्रम से सभी बच्चों को पेंशन मिलते जाएगी।
बाल पेंशन की राशि विधवा पेंशन की राशि का 25%
प्रत्येक बाल पेंशन की राशि विधवा पेंशन की राशि का 25 फीसदी (25%) होगी अर्थात यदि सदस्य की विधवा को एक हजार (1,000) रुपए पेंशन मिलती हो तो बच्चों को ढाई-ढाई सौ (250-250) रुपए पेंशन मिलेगी। यह सदस्य का कोई बच्चा पूर्ण या फिर स्थायी रूप से दिव्यांग हो तो उसे जीवन भर पेंशन योजना का लाभ मिलेगा।
कर्मचारी पेंशन योजना 1995 लाभकारी
तो देखा आपने कर्मचारी पेंशन योजना 1995 कितनी लाभकारी है, जिससे suchnaji.com News आपको निरंतर अवगत करा रहा है। यह परिवार को किस प्रकार आर्थिक सक्षमता प्रदान करती है। ऐसे ही पेंशन संबंधी तमाम जानकारी, अपडेट्स और स्कीम्स के बारे में जानने के लिए आप लगातार suchnaji.com News पढ़ते रहिए।