
- 78 लाख पेंशनर्स में से मात्र 5% ही सक्रिय हैं।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। EPS 95 Minimum-Higher Pension: कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (Employee Pension SCheme ) के तहत ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन (EPS 95 Minimum Pension ) 7500 रुपए की मांग पूरी न होने से अब पेंशनर खुलकर सामने आ रहे हैं। हायर पेंशन में भी पेंच है। सांसदों-विधायकों के घेराव की बात की जा रही है। केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए पेंशनभोगी अब नई राह पर चलने का दावा कर रहे हैं। इसके लिए बकायदा आंदोलनकर्ताओं को सुझाव दिए गए हैं।
पेंशनभोगी Ram Shankar Shukla का कहना है कि हम 78 लाख पेंशनर्स में से मात्र 5% ही सक्रिय हैं। मात्र 1 लाख भी यदि हर जिले में एमपी-एमएलए को मात्र ज्ञापन नहीं, काले झंडे से विरोध करें। अंतर दिखेगा। राष्ट्रीय स्तर पर सरकार और ईपीएफओ की तस्वीर सामने आ जाएगी।
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वहीं, पेंशनर सनत रावल ने कहा-क्या करें? जब भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने उचित फैसला नहीं सुनाया और कर्मचारियों को दो श्रेणियों में विभाजित किया, 2014 से पहले सेवानिवृत्त और 2014 के बाद सेवानिवृत्त। भारत के सर्वोच्च न्यायालय को सभी कर्मचारियों के लिए लागू एक समान निर्णय की घोषणा करनी चाहिए।
एनएसी आंदोलन के नौ से दस साल पूरे हो गए। लेकिन हम ईपीएस-95 पेंशनभोगी/वरिष्ठ नागरिकों (EPS 95 Pensioners) को केवल फर्जी आश्वासन मिला।
पेंशनभोगी Munukutla Nagendra Babu ने कहा-कृपया Eps 95 न्यूनतम पेंशन वृद्धि पर बेताब न हों, क्योंकि NAC नेता इस पर अपना जोरदार प्रयास कर रहे हैं। यदि कोई उचित सुझाव देकर उनकी मदद करे तो इस महान कार्य के लिए मददगार साबित हो सकता है। आप सभी के सुझाव लक्ष्य तक पहुँचने में बढ़ावा देने वाला तत्व होंगे।
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उन्होंने सुझाव दिया कि हमारे NAC नेता सीधे प्रधानमंत्री से मिलने के लिए समय मांगे। न्यूनतम EPS 95 पेंशन में वृद्धि के लिए पिछले 8 वर्षों से रखी जा रही समस्याओं को अवगत कराते हुए उनका आशीर्वाद लें। इस वर्तमान महत्वपूर्ण स्थिति में यही एकमात्र तरीका है। जरा सोचिये साहब…।
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