- ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन 1000 रुपए पेंशनर्स को दिया जा रहा है, जिसे 7500 रुपए की मांग की जा रही है।
सूचनाजी न्यूज, कनार्टक। कर्मचारी पेंशन योजना 1995 (Employees Pension Scheme 1995) का मामला उलझा हुआ है। ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन (EPS 95 Minimum Pension) 7500 रुपए की जंग जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Narendra Modi) तक आवाज पहुंचाने के लिए कर्नाटक के पेंशनभोगी सड़क पर उतरे।
कर्नाटक के पेंशनभोगियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) को संबोधित मांग पत्र उपायुक्त कालबुरागी को सौंपा गया। पेंशनर्स नारेबाजी करते हुए कार्यालय पहुंचे। ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन 1000 रुपए पेंशनर्स को दिया जा रहा है, जिसे 7500 रुपए की मांग की जा रही है।
इधर–ईपीएस 95 पेंशन राष्ट्रीय संघर्ष समिति रायपुर (EPS 95 Pension Rashtriya Sangharsh Samiti Raipur) के अध्यक्ष Anil Kumar Namdeo ने भगवान को याद किया है। EPS 95 न्यूनतम पेंशन का हवाला देते हुए कहा-किसी ने 3000 मांगा तो किसी ने 5000, किसी ने 7500 तो किसी ने 9000 पेंशन। क्या कहूं प्रभु। जो अच्छा लगे पेंशनभोगियों को दे दीजिए।
वहीं, एक अन्य पेंशनभोगी ने कहा-कर्मचारी ट्रेड यूनियनों की ग़द्दारी से पेंशनर्स के लिए 5000 माँगना हज़म नहीं हो रहा। वैसे एनएसी राष्ट्रीय एजीटेशन कमेटी और देश के ईपीएस 95 पेंशनर्स (EPS 95 Pensioners) टीम आठ साल से 7500 और मेडिकल के लिए आंदोलन हो रही है। ट्रेड यूनियन बीच में टाँग अड़ा रही है। यह देश के ग़रीब कर्मचारियों के हित में नहीं है। 78 लाख ईपीएफ रिटायर्ड कर्मचारियों की 7500 की मांग पर कमान्डर अशोक राउत और पूरी एनएसी टीम का आंदोलन जारी रहना चाहिए। बढ़ती मंहंगाई देखते सरकार को गुमराह करते ट्रेड यूनियनों की चापलूसी के जनता में उजागर होनी चाहिए।
Ramakrisha Pillai का कहना है कि EPS पेंशन+वृद्धा पेंशन निश्चित स्तर तक दी जाए। मैं सहमत नहीं हूँ कि आपके वेतन से पेंशन के लिए कोई भी राशि काट ली जाती है। आपके नियोक्ता द्वारा दिए गए EPF हिस्से का एक हिस्सा EPS में बदल दिया जाता है, जो लाखों में नहीं बल्कि ज्यादातर लोगों के लिए हजारों में हो सकता है।
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