- गुप्त मतदान द्वारा सदस्यता जांच के माध्यम से अधिकतम वोट पाने वाले यूनियन को 2 साल के लिए मान्यता दिया जाता है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) के तीन कैपटिव माइंस दल्ली राजहरा नंदिनी एवं हिर्री माइंस में ट्रेड यूनियन को मान्यता देने के लिए गुप्त मतदान से सदस्यता जांच की प्रक्रिया फिर से शुरू की गई है। ज्ञात हो कि 4 सालों के अंदर यह प्रक्रिया तीन बार किया जा चुका है।
अब चौथी बार वही प्रक्रिया फिर से शुरू हुई है, जिसमें एनेक्सजर ‘ए’ में यूनियन के बारे में जानकारी देते हुए, नवीनतम वार्षिक विवरण, यूनियन के विधान की प्रति एवं यूनियन के चुनाव में भाग लेने की सहमति पत्र प्रबंधन के पास जमा करना होता है। इसे आज सीटू के प्रतिनिधि मंडल ने महाप्रबंधक (माइंस एवं नॉन वर्क्स) एसके सोनी से मुलाकात कर सौंपा। सीटू के प्रतिनिधि मंडल में जगन्नाथ प्रसाद द्विवेदी, अशोक खातरकर, प्रकाश क्षत्रिय, अजय सोनी, संतोष कुमार वर्मा एवं डीवीएस रेड्डी शामिल थे।
माइंस में मई 2020 से चुनाव का इंतजार
सीटू नेता ने कहा कि माइंस के अंदर पिछली मान्यता यूनियन का कार्यकाल अप्रैल 2020 को समाप्त हो गया था, उसके बाद से नई मान्यता यूनियन का इंतजार है। पिछले 4 सालों में ना सदस्यता जांच हुई और ना ही मान्यता यूनियन माइंस के लिए मिला।
बिना मान्यता यूनियन के 4 साल से चल रहा है माइंस
प्रकाश क्षत्रिय का कहना है कि भिलाई इस्पात संयंत्र के सभी कैपटिव माइंस में कर्मियों के लिए माइन्स एक्ट लागू होता है। यह माइंस भिलाई इस्पात संयंत्र के अभिन्न हिस्सा होने के बावजूद सुरक्षा सहित कई मानको में अलग से संचालित होते हैं, जहां पिछले 4 सालों से कोई मान्यता यूनियन ही नहीं है। अब जब चौथी बार मान्यता चुनाव करवाने की प्रक्रिया शुरू हुई है तो सीटू ऐसा मान रहा है कि इस बार यह प्रक्रिया जरूर पूरी होगी।
यही अंतर है यूनियन मान्यता चुनाव और राजनीतिक चुनाव में
सीटू भिलाई के महामंत्री जेवी त्रिवेदी ने बताया कि गुप्त मतदान द्वारा सदस्यता जांच के माध्यम से अधिकतम वोट पाने वाले यूनियन को 2 साल के लिए मान्यता दिया जाता है। किंतु मान्यता चुनाव समाप्त हो जाने के बाद फिर कब चुनाव होगा एवं कब मान्यता यूनियन मिलेगी इसकी कोई समय की बाध्यता नहीं है।
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वहीं, राजनीतिक चुनाव अर्थात पार्षद से लेकर लोकसभा तक में कार्यकाल पूर्ण होने के पहले नया चुनाव संपन्न करवा कर चुनी हुई बहुमत वाले दल को सत्ता स्थापित करना होता है। अर्थात राजनीतिक चुनाव में समय की बाध्यता होती है।
किंतु सदस्यता जांच के माध्यम से मान्यता में आई ट्रेड यूनियन के मान्यता कार्यकाल समाप्त होने के पहले चुनाव संपन्न कराने की कोई बाध्यता नहीं है। इसीलिए लंबे-लंबे समय तक संयंत्र के कर्मी बिना मान्यता यूनियन के रह जाते हैं।