- कर्मचारियों ने निष्पक्षता, पारदर्शिता एवं समानता की मांग की। सांसद से शीघ्र हस्तक्षेप कर इन समस्याओं का समाधान करने की गुहार।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारियों के क्लब का अध्यक्ष 2 पदों पर बैठे अधिकारी को बनाए जाने का विरोध शुरू हो गया है। प्रबंधन से आपत्ति दर्ज कराने के बाद कोई सुनवाई न होने पर कर्मचारियों ने सांसद विजय बघेल से गुहार लगाई है।
इस्पात क्लब से संबंधित अनियमितताओं एवं मांगों के निराकरण हेतु समस्त इस्पात क्लब के सदस्यों ने एक सुर मे सांसद विजय बघेल से हस्तक्षेप की मांग की है। हाल ही में स्टील क्लब सेक्टर 8 भिलाई के सचिव को इस्पात क्लब का अध्यक्ष मनोनीत करने पर खेल एवं नागरिक कल्याण विभाग की कड़ी भर्त्सना करते हुए उन्हें हटाने की मांग की है।
सांसद विजय बघेल ने मामले को संज्ञान में लेकर इस्पात क्लब से जुड़े कुछ गंभीर बिंदुओं पर ध्यान आकर्षित करते हुए कर्मचारियों के हित में समाधान को आवश्यक बताया है।
1. दोहरी जिम्मेदारी एवं संभावित हितों का टकराव
वर्तमान में स्टील क्लब सेक्टर 8 के सचिव जीएस कुमार को इस्पात क्लब हॉस्पिटल सेक्टर का अध्यक्ष भी मनोनीत किया गया है। एक ही व्यक्ति को दो पदों पर रखना न केवल अनुचित है, बल्कि इससे हितों के टकराव और पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह खड़े होते हैं।
विशेषकर यह आशंका है कि स्टील क्लब की तरह यहां भी केटरिंग संबंधी कार्य सीधे अनुचित रूप से संबंधित केटरर्स से ही कराया जाएगा, जिससे प्रबंधन पर अविश्वास एवं आरोप लगने की स्थिति बनेगी। इसलिए मांग की जा रही है कि इस्पात क्लब के लिए किसी अन्य अधिकारी को अध्यक्ष मनोनीत किया जाए। गौरतलब है कि कर्मचारियों के इस्पात क्लब का अध्यक्ष बीएसपी का कोई अधिकारी ही मनोनीत होता है।
2. वित्तीय लेन-देन में भेदभाव
कर्मचारियों का कहना है कि इस्पात क्लब की बुकिंग राशि संयंत्र प्रबंधन के खाते में जमा होती है, जबकि स्टील क्लब सेक्टर-8 की राशि सीधे क्लब में रहती है। जबकि दोनों क्लब की भूमि बीएसपी की है, फिर भी इस तरह का भेदभाव क्यों किया जाता है? मांग है कि स्टील क्लब सेक्टर 8 की बुकिंग राशि भी संयंत्र प्रबंधन के खाते में जमा हो, ताकि समानता व पारदर्शिता बनी रहे।
3. ऑनलाइन बुकिंग सुविधा
आज के डिजिटल युग में कर्मचारियों की सुविधा हेतु इस्पात क्लब की बुकिंग की व्यवस्था तुरंत ऑनलाइन प्रारंभ की जानी चाहिए। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगीए बल्कि कर्मचारियों को भी सुविधा होगी।
4. कर्मचारियों के लोकतांत्रिक अधिकार
इस्पात क्लब में प्रबंधन द्वारा मनोनीत अध्यक्ष ही कार्यकारिणी की नियुक्ति करता है, जबकि स्टील क्लब सेक्टर-8 में कार्यकारिणी का चुनाव कर्मचारियों द्वारा होता है। यह स्थिति कर्मचारियों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। मांग है कि इस्पात क्लब की कार्यकारिणी का चुनाव भी कर्मचारियों द्वारा करवाया जाए और इस अधिकार को पुनः बहाल किया जाए।













