- भिलाई में जल भराव की आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए नगर सेवाएं द्वारा त्वरित कार्यवाही।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। विगत कई वर्षों के बारिश का रिकार्ड तोड़ते हुए वर्ष 2025 जुलाई माह में पिछले 3 दिनों के लगातार बारिश से भिलाई स्टील प्लांट से लेकर भिलाई टाउनशिप के कई क्षेत्रों में जल भराव ने 9 जुलाई 2025 को नगर को आपातकालीन स्थिति में ला दिया था।
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कब्जेदारों ने सबसे ज्यादा मुसीबत खड़ी की। बैकलाइन पर अवैध निर्माण की वजह से घरों में पानी घुसा। वहीं, सेक्टर 4 वाइजैग हॉस्टल में जलभराव से अधिकारियों को खासा परेशानी का सामना करना पड़ा। जल निकासी के रास्ते को वघेला पेट्रोल पंप संचालक ने कब्जा करके अवैध निर्माण कर लिया था।
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पहले बीएसपी के जीएम सिविल विष्णु पाठक, कमरूद्दीन, सरोज झा, कृष्णानंद राय, पूरन लाल साहू आदि मौके पर पहुंचे। रास्ते को साफ कराया, लेकिन अवैध निर्माण की वजह से काम रुक गया। इसकी खबर कार्यवाहक सीजीएम टाउनशिप एबी श्रीनिवास, जीएम इंफोर्समेंट केके यादव को हुई।
तत्काल मौके पर पहुंचे और पेट्रोल पंप संचालक को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह टाल-मटोल करते रहे। हॉस्टल के बेकाबू हालात को नियंत्रित करने के लिए फौरन अवैध निर्माण को तोड़कर नाला खोलने का फैसला लिया गया। शाम 5 बजे के बाद ठेकेदार धीरज शुक्ला खुद सक्रियता दिखाते हुए पहुंचे और रात साढ़े 7 बजे तक नाले पर हुए अवैध निर्माण को तोड़कर जल निकासी का रास्ता बनाया।
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यातायात पुलिस की मदद से स्टॉपर लगाया गया ताकि राहगीरों को परेशानी न होने पाए। बीएसपी इंफोर्समेंट डिपार्टमेंट डिपार्टमेंट की टीम में मिलिंद बंसोड, अजय मिश्र, रमाकांत यादव, देवानंद चौहान, राम, भगवान, विनोद नायर, राममूर्ति आदि मौजूद रहे।
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दिनभर प्रयास करके अवरूद्ध जल को निकालने में कामयाबी मिली।
भिलाई टाउनशिप के कई सेंक्टरों और सड़कों में, कई घरों में काफी पानी भर गया था। नाले के किनारे के आवासों में लगभग 1 फीट की ऊंचाई तक पानी भर गया था। जिससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था।
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भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएँ विभाग की संयुक्त टीम ने स्थिति को जांचने के लिए पूरे टाउनशिप का प्रातः 8:30 बजे से निरीक्षण किया एवं अत्यधिक जल भराव के क्षेत्र विशेषकर सेक्टर 2 एवं सेक्टर-4 में 3 जेसीबी के माध्यम से पानी के ठहराव को दूर करने में कामयाबी पायी और लोगों के जनजीवन को सामान्य स्थिति में लाया।
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बैकलेन में कब्जा था मुख्य कारण
निरीक्षण में जलभराव का मुख्य कारण लोगों द्वारा बैकलेन में इन्क्रोचमेंट एवं ओपन नाली में शेड निर्माण की वजह से पानी का अवरूद्ध होना पाया गया। इसके साथ-साथ सड़क किनारे पेवर ब्लॉक लगाये जाने की वजह से पानी बहाव की गति अधिक हो गयी थी और पानी धरती में जाने के बजाय बहकर घरों के परिसरों में जाने लगा।
नगर सेवाएं विभाग की संयुक्त टीम की सराहना
इस स्थिति को देखते हुए जरूरत के अनुसार कार्यवाही की गई और नाली खोलने और पानी के निकासी की व्यवस्था की गई। साथ ही भविष्य में इस प्रकार की समस्या से निपटने के लिए लोगों को समझाइश भी दिया गया कि ओपन नाली के ऊपर निर्माण कार्य न करें। भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग के संयुक्त टीम द्वारा किये गए इस प्रयास को भिलाई वासियों ने काफी सराहा।
लगातार तीन दिनों की बारिश और बिगड़े हालात
लगातार तीन दिनों की बारिश से सेक्टर के सभी नाले और नहर उफान पर आ गये थे। विशेष रूप से सेक्टर-1 से लेकर सेक्टर-10 तक के कुछ हिस्सों में जल निकासी व्यवस्था के अभाव या जाम नालियों के कारण घरों के सामने और आस-पास के क्षेत्रों में पानी भर जा रहा है। कुछ क्षेत्रों में तो यह जलभराव घरों के भीतर तक पहुंच गया है, जिससे जनजीवन भी प्रभावित हो रहा था।
नालियों को जाम करने से खड़ी हुई समस्या
भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवांए विभाग द्वारा मानसून पूर्व बैकलेन और सीवरेज नालियों की साफ-सफाई और जल निकासी की व्यवस्था को दुरुस्त करने के कई प्रयास किए गए थे परन्तु नागरिकों द्वारा नालियों में फेंका गया प्लास्टिक और अन्य कचरा जल निकासी को अवरुद्ध कर देता है, जिससे समस्या और गंभीर हो जाती है। इस अभियान में नगर सेवा विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी और कार्मिक पूरे दिन लगे रहे। देर शाम तक भी कुछ क्षेत्रों में कार्य जारी रहा।