सेक्टर-5 और सेक्टर-6 के 22 कब्जेदार बेदखल, दरवाजा-खिड़की तक भिलाई इस्पात संयंत्र ने उखाड़े

22 encroachers of Sector-5 and Sector-6 evicted, Bhilai Steel Plant uprooted even the doors and windows
  • प्रवर्तन अनुभाग ने किराएदारी और अवैध कब्जों पर अपनाया कड़ा रुख।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र (SAIL – Bhilai Steel plant) के प्रवर्तन विभाग ने 13 जून 2025 को सेक्टर-5 और सेक्टर-6 में अवैध कब्जों के विरुद्ध व्यापक अभियान चलाकर कुल 22 आवासों को खाली कराया। यह कार्रवाई संयंत्र परिसर में बढ़ रही अनधिकृत गतिविधियों पर नियंत्रण स्थापित करने और वैध आवंटियों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई।

ये खबर भी पढ़ें: भिलाई और रिसाली नगर निगम क्षेत्र में 15 जून को पानी सप्लाई रहेगी ठप

कार्रवाई के दौरान सेक्टर-5 के सड़क क्रमांक 3 स्थित 12 आवास, क्रमांक 103, 104, 120, 205, 206, 701, 704, 716, 718, 719, 720 और 801, से अवैध रूप से रह रहे व्यक्तियों को बेदखल किया गया। इसी क्रम में सेक्टर-6 की सड़क संख्या 42, ब्लॉक-04 के नौ आवासों, क्रमांक जे, के, एल, एम, एं , ओ, पी, क्यू और आर को भी खाली करवाया गया।

ये खबर भी पढ़ें: ईपीएस 95 हायर पेंशन पर मोदी सरकार का बड़ा दावा, दी जा रही 98% उच्च पेंशन

इन आवासों से दरवाजे और खिड़कियां हटाकर उन्हें मेंटेनेंस कार्यालय को सुपुर्द किया गया ताकि भविष्य में कोई दोबारा इन पर अवैध कब्जा न कर सके। इसके अतिरिक्त, सेक्टर-6 में स्थित एक और आवास (1एफ/सड़क-23/सेक्टर-06) को भी अवैध कब्जे से मुक्त कराकर उसके वैध आवंटी को सौंपा गया।

ये खबर भी पढ़ें: BIG BREAKING: लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान क्रैश, गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपानी संग सवार थे 242 पैसेंजर

भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel plant) का यह स्पष्ट नियम है कि किसी भी बीएसपी आवास को किराए पर देना प्रतिबंधित है, और कोई भी आवंटी अपने नाम आवंटित आवास को किराए पर नहीं दे सकता। संयंत्र प्रबंधन का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति इस तरह की गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है, तो संबंधित जानकारी नगर सेवाएं विभाग तथा स्थानीय पुलिस थाने को लिखित रूप में देना अनिवार्य है।

ये खबर भी पढ़ें: मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड़ देगा एयर इंडिया समूह, 186 शव मिले, 1 पैसेंजर बचा जिंदा

प्रवर्तन विभाग द्वारा स्पष्ट किया गया है कि बीएसपी अवैध कब्जों के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए है और
किसी भी प्रकार की लापरवाही या समझौते की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जाएगी। संयंत्र प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया है कि भू-माफियाओं तथा अनधिकृत कब्जाधारियों के विरुद्ध ऐसी सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

ये खबर भी पढ़ें: राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से कटने से बचा पैसेंजर, आरपीएफ निरीक्षक ने ऐसे बचाई जान