BSP NEWS: सेक्टर 9 हॉस्पिटल में OPD Medical Book की अब नहीं पड़ेगी जरूरत, दवा, सुझाव और जांच रिपोर्ट सबकुछ ऑनलाइन

  • चिकित्सक अपने सारे परामर्शों, निर्देशों, दवाइयां एवं रोगी के चिकित्सकीय जांच आदेश को ऑनलाइन सिस्टम में एंट्री करेंगे।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) ने मेडिकल सुविधा (Medical Service) को बढ़ाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र (Jawaharlal Nehru Hospital & Research Center) में स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली की स्थापना के लिए सी-डैक नोएडा (C-DAC Noida) के साथ एमओयू (MoU) साइन किया है।

ये खबर भी पढ़ें : National Sports Day: बीएसपी स्कूल के बच्चों और खिलाड़ियों का जमावड़ा, याद आए मेजर ध्यानचंद

इस प्रबंधन सूचना प्रणाली की स्थापना से चिकित्सा गुणवत्ता (Medical Quality) में सुधार आएगी, चिकित्सा संबंधी सभी रिकॉर्ड्स (Records) जैसे कि डॉक्टर का परामर्श, अस्पताल की सारी जांच रिपोर्ट- खून की जांच, मल-मूत्र जांच, सूक्ष्म जीवविज्ञान, नाभिकीय चिकित्सा जांच, एक्स-रे (X-Ray), अल्ट्रासाउन्ड, सीटी-स्कैन (CT Scan), एमआरआई रिपोर्ट (MRI Report) ऑनलाइन सिस्टम (Online System) में रहेगा।

ये खबर भी पढ़ें : भिलाई टाउनशिप में डेंगू रोकने सड़क पर उतरा पूरा अमला, मत पनपने दीजिए लार्वा

इस प्रबंधन सूचना प्रणाली के लागू होने के पश्चात ओपीडी चिकित्सा पुस्तिका की आवश्यकता नहीं होगी तथा चिकित्सक अपने सारे परामर्शों, निर्देशों, दवाइयां एवं रोगी के चिकित्सकीय जांच आदेश को ऑनलाइन सिस्टम (Online System) में एंट्री करेंगे। फॉर्मेसी में दवाईयों का वितरण भी ऑनलाइन चिकित्सा परामर्श (Online Medical Consultation) के अनुसार प्रदान की जाएगी। यह परियोजना 4 वर्ष में पूर्ण होगी।

ये खबर भी पढ़ें : Bhilai में बन रहा इंडस्ट्रीयल पार्क, लघु उद्योग संचालित कर युवा देंगे बेरोजगारों को रोजगार

भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र (Jawaharlal Nehru Hospital & Research Center) के मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डाक्टर रवींद्रना तथा प्रगत संगणन विकास केन्द्र (सी-डैक) नोएडा के कार्यकारी निदेशक विवेक खनेजा ने साइन किया।

ये खबर भी पढ़ें : Rourkela Steel Plant ने डिजिटल प्लेटफॉर्म की तरफ बढ़ाया एक और कदम, नया सिस्टम लांच

इसका उद्देश्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार करने, स्वास्थ्य देखभाल लागत को कम करने, प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने और किफायती स्वास्थ्य देखभाल का विस्तार करने के लिए स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली की स्थापना करना है।

ये खबर भी पढ़ें : राउरकेला स्टील प्लांट की रिले दौड़ में गूंजता रहा-भाग बेटा भाग

भिलाई इस्पात संयंत्र के इस्पात भवन स्थित निदेशक प्रभारी सभागार में संयंत्र के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता, कार्यपालक निदेशक (परियोजनाएं) एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक (वित्त एवं लेखा) डाक्टर एके पंडा, कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) पवन कुमार सहित मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डाक्टर रवींद्रनाथ एम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डाक्टर प्रमोद बिनायके, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डाक्टर के ठाकुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) डाक्टर विनीता द्विवेदी, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (आयरन) तापस दासगुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन डाक्टर विनीता द्विवेदी ने किया।

ये खबर भी पढ़ें : राम वन गमन पर्यटन परिपथ: मुख्यमंत्री चम्पारण में निर्माण कार्यों का लोकार्पण व रामायण महोत्सव में कल होंगे शामिल

निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता इस स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली की स्थापना के प्रेरणा स्रोत एवं मार्गदर्शक हैं, जिनके प्रयास के कारण आज यह संभव हो पाया है।

ये खबर भी पढ़ें : Big Breaking News: SAIL BSP खदान राजहरा में बड़ा हादसा, मालगाड़ी पर गिरी कन्वेयर गैलरी, मचा हड़कंप

सी-डैक ने भारत के विभिन्न ख्याति प्राप्त चिकित्सा संस्थानों में से एक है जिनमें समस्त एम्स अस्पताल, पीजीआई-चंडीगढ़, भारतीय रेलवे के अस्पताल, विभिन्न राज्यों के मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Medical College Hospital) शामिल है। सी-डैक (C – DAC) ने अस्पताल सूचना प्रणाली, औषधि प्रबंधन प्रणाली, स्वास्थ्य देखभाल मानक तथा ईएचआर/ईएमआर सिस्टम के क्षेत्र में कई प्रौद्योगिकियां और सॉफ्टवेयर/हार्डवेयर (Software / Hardware) समाधान विकसित किए हैं। इसका लाभ पं. जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केन्द्र (Jawaharlal Nehru Hospital & Research Center), भिलाई के सभी हितधारकों को मिलेगा।

ये खबर भी पढ़ें : SAIL ISP: डिप्लोमा कर्मी B-Tech,BE में अभी नहीं लेंगे एडमिशन, फीस भी ज्यादा