Bhilai Steel Plant: स्टील मेल्टिंग शॉप 3 ने 16 एमटी उत्पादन का मील का पत्थर किया पार

Bhilai Steel Plant: Steel Melting Shop 3 crosses milestone of 16 MT production
16 मिलियन टन का यह मील का पत्थर लो क्रॉस-सेक्शन में कास्टर चलाकर रिकॉर्ड 96 दिनों के भीतर हासिल किया गया।
  • अनिर्बान दासगुप्ता ने एसएमएस-3 की प्रशंसा की और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए भविष्य में भी उत्पादन की मांगों को पूरा करने का आग्रह किया।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र (SAIL – Bhilai Steel Plant) की मॉडेक्स यूनिट, स्टील मेल्टिंग शॉप-3 (एसएमएस-3) ने 26 फरवरी 2025 को 16 मिलियन टन क्रूड स्टील का संचयी उत्पादन कर एक और मील का पत्थर पार किया।

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एसएमएस-3 ने अब तक की यात्रा में उत्पादन दर में उल्लेखनीय सुधार दर्ज की। 16 मिलियन टन का यह मील का पत्थर लो क्रॉस-सेक्शन में कास्टर चलाकर रिकॉर्ड 96 दिनों के भीतर हासिल किया गया। वहीं पहले मिलियन टन का उत्पादन 663 दिनों में किया गया था, जबकि 22 नवंबर 2024 को एसएमएस-3 ने 102 दिनों में 15 मिलियन टन संचयी उत्पादन हासिल किया था।

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इस असाधारण उपलब्धि को हासिल करने के लिए एसएमएस-3 ने ब्लास्ट फर्नेस, ऑक्सीजन प्लांट, आरईडी, आरसीएल, एमएसडीएस, टी एंड डी, ईडीडी और इंजिनियरिंग शॉप्स सहित संबद्ध इकाइयों के साथ मिलकर काम किया। साथ ही उपकरणों को उत्तम स्थिति में रखकर सुनियोजित उत्पादन योजना और रखरखाव गतिविधियों को भी अंजाम दिया।

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सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र (SAIL – Bhilai Steel Plant) के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता और कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) राकेश कुमार ने संबंधित विभागों के मुख्य महाप्रबंधक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शॉप फ्लोर पर पहुंचकर संयंत्र बिरादरी को बधाई दी और एसएमएस-3 की प्रतिबद्ध टीम को भविष्य में भी उत्तम प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया।

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अनिर्बान दासगुप्ता ने इस उपलब्धि के लिए टीम एसएमएस-3 की प्रशंसा की और एसएमएस-3 समूह से सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए भविष्य में भी उत्पादन की मांगों को पूरा करने का आग्रह किया।

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राकेश कुमार ने एसएमएस-3 टीम को बधाई दी और उन्हें सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करते हुए और शून्य दुर्घटना के लक्ष्य को लेकर हमें चलना है। 16 से 17 मिलियन के लक्ष्य को हमें आगामी 85 दिनों में पूरा करना है।

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ब्लास्ट फर्नेस से हॉट मेटल की कोई भी कमी नहीं होगी, पर्याप्त मात्रा में मेटल मिलेगा और हमें अपने लक्ष्य को निर्धारित समय में पूरा करना है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा पर पूरा ध्यान दें, यदि कोई भी दुर्घटना होती है तो आपकी उपलब्धियां शून्य मानी जाएंगी।

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मुझे कोई दुर्घटना नहीं चाहिए, कोई भी अनसेफ स्थिति मिलें तो तुरन्त काम बंद करें और उसे दुरस्थ कर ही आगे बढ़े। तभी आपकी उपलब्धियां उल्लेखनीय मानी जाएंगी। उन्होंने अगले एक मिलियन टन क्रूड स्टील उत्पादन के रिकॉर्ड को प्राप्त करने के लिए पूरी टीम को प्रेरित किया।

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इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-3) प्रमोद कुमार ने कहा कि एसएमएस-3 की टीम सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर चुनौतियों का सामना करने और शून्य दुर्घटनाओं का लक्ष्य लेकर आगामी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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उल्लेखनीय है कि इन 96 दिनों के दौरान एसएमएस-3 द्वारा विभिन्न अनुकरणीय प्रदर्शन किए गए, जिनमें दिसंबर 2024 को एसएमएस-3 में यूनिवर्सल रेल मिल के यूआर और यूएफ के स्क्रैप रोल से आर्बर के बचाव से उत्पन्न बचे हुए स्क्रैप सामग्री का उपयोग कर 1650 टन विशेष स्टील ईएन-19 ग्रेड का उत्पादन शामिल है।

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इस गतिविधि ने महंगे फेरो-मोलिब्डेनम के उपयोग को कम करने में मदद की, जिससे महत्वपूर्ण आर्थिक बचत हुई। साथ ही सीवी-1 कास्टर से ओपन कास्टिंग रूट के माध्यम से 150 सेक्शन बिलेट्स की टंडिश फ्लाइंग को स्थिर करना तथा जनवरी 2025 में बिलेट कास्टर सीके-2 ने 1,24,231 टन का अब तक का सर्वश्रेष्ठ मासिक उत्पादन किया।

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12 जनवरी 2025 को 64 हीट (10,728 टन) का प्रतिदिन सर्वश्रेष्ठ बिलेट उत्पादन भी एसएमएस-3 द्वारा अर्जित किया गया। टेक्नो-इकोनॉमिक मोर्चे पर, इनपुट सामग्रियों की बारीकी से निगरानी और प्रोसेस ऑप्टीमाईजेशन द्वारा, फरवरी 2025 को 1094 किलोग्राम/टीसीएस का अब तक का सर्वश्रेष्ठ मासिक टीएमआई जैसी कई उपलब्धियां शामिल हैं।

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