बोकारो स्टील प्लांट हड़ताल पर बड़ा अपडेट

  • 20 हजार से भी ज्यादा ठेका मजदूर बोकारो स्टील प्लांट में काम कर रहे हैं।
  • मेडिकल के नाम पर छंटनी का आरोप लगाया जा रहा है।

सूचनाजी न्यूज, बोकारो। सेल बोकारो स्टील प्लांट (SAIL Bokaro STeel Plant) में 11 जुलाई को हड़ताल का दावा किया जा रहा है। कर्मचारी यूनियन सीटू ने भी पूरी ताकत झोंक दिया है। ठेका मजदूरों को मेडिकल जांच (Medical Checkup) के नाम पर काम से निकालने के आरोप में हड़ताल की जा रही है। वहीं, प्रबंधन ने भी हड़ताल को विफल करने की ठोस प्लानिंग की है।

ये खबर भी पढ़ें : SAIL BSP Accident: 12 घंटे के भीतर दुनिया की सबसे लंबी रेल पटरी का प्रोडक्शन शुरू, देखिए हादसे का वीडियो

मेडिकल जांच के नाम पर ठेका मजदूरों की छंटनी की साज़िश के खिलाफ 11 जुलाई की हड़ताल को सफल बनाने के लिए इस्पात मजदूर मोर्चा (सीटू) द्वारा मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय (यातायात) रेल भवन के सामने ठेका मजदूरों की सभा की। सभा की अध्यक्षता ठेका मजदूर मोतीलाल मांझी ने किया।

ये खबर भी पढ़ें : 10 जुलाई को पता चलेगा FSNL का नया मालिक कौन, SAIL में फैला है जाल

इस अवसर पर मजदूरों को सम्बोधित करते हुए युनियन के संयुक्त महामंत्री बीडी प्रसाद ने कहा कि आज 20 हजार से भी ज्यादा ठेका मजदूर बोकारो स्टील प्लांट में काम कर रहे हैं, जो बी.एस.एल. मजदूरों और पदाधिकारियों की कुल संख्या से लगभग दोगनी है।

ये खबर भी पढ़ें : श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने राज्य सरकारों की रिपोर्ट NHRC को भेजी, Amazon के श्रमिकों का भी जिक्र

प्लांट का कुल उत्पादन और मुनाफा कमाने में ठेका मजदूरों का योगदान दो तिहाई के बराबर है। सेल बोकारो स्टील प्लांट (SAIL Bokaro Steel Plant) की चमक -दमक ठेका मजदूरों की कमाई पर हीं निर्भर है। इसके वावजूद प्रबंधन ठेका मजदूरों को प्लांट से बाहर निकालने में लगी हुई है, जबकि ये मजदूर अच्छी मजदूरी, भत्ता और सुविधा प्राप्त करने का हकदार हैं।

ये खबर भी पढ़ें : ESIC और Employees Provident Fund Organization पर बाहर आई अंदर की बात

बी.डी.प्रसाद ने कहा काफी संघर्ष के बाद ठेका मजदूर 4100 रूपया ए.डब्ल्यू.ए. के मद में प्राप्त करने में सफल रहा है। लेकिन बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि प्रबंधन के उच्च पदों पर बैठे पदाधिकारियों की आॉंख के सामने ए.डब्ल्यू.ए की राशि को शॉप स्तर के अधिकारी और ठेकेदार के गुर्गों द्वारा छीन लिया जा रहा है। मजदूर ठगा हुआ महसूस कर रहा है।

ये खबर भी पढ़ें : बोकारो इस्पात संयंत्र से बड़ी खबर, ब्लास्ट फर्नेस के वाटर टनल में उतरे DIC, दी ये सौगात

बी.डी.प्रसाद ने कहा कि समय रहते मेडिकल जांच के नाम पर छंटनी करने के आदेश को वापस लेना चाहिए और ठेका मजदूरों की लम्बित मांगों पर निर्णय लेना चाहिए। अन्यथा मजदूर हड़ताल पर जाएंगे, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। सभा को संगठन सचिव आरके गोरांई, महेश प्रसाद सिंह, मुनिलाल मांझी, सुरेश साव ने भी संबोधित किया।

ये खबर भी पढ़ें : Rath Yatra Fair 2024: पुरी में प्रभु जगन्नाथ का दर्शन करने वालों की प्यास बुझाएगा राउरकेला स्टील प्लांट