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- सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम पर उठने लगे हैं सवाल।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सुरक्षा हमेशा से ही प्रथम रखने का नारा भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel plant) देता रहा है। और हर वर्ष जनवरी के माह में संयंत्र के अंदर लगभग सभी विभागों में सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम शुरू हो जाता है, जिसमें कर्मचारियों की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए संपन्न करना होता है। पिछले दिनों यूनिवर्सल रेल मिल में सुरक्षा सप्ताह मनाया गया। इस दौरान विध्वंसकारी दुर्घटना घट गई। दुर्घटना के कई कारण सामने आए, जिस समय के साथ भुला दिया जाएगा। अब रेल मिल में सुरक्षा सप्ताह की पाली है।
रेल मिल में होने जा रहा है सुरक्षा सप्ताह
रेल मिल में 13 से 18 जनवरी तक सुरक्षा सप्ताह मनाया जाना है। इसके लिए रेल मिल डिपार्टमेंटल सेफ्टी ऑफिसर द्वारा कार्यक्रम निर्धारित किए हैं। रेल मिल के अंदर जगह-जगह पर कूड़े एवं स्क्रैप का ढेर बना हुआ है, जिसके बीच सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है। प्रबंधन को इस विषय पर गंभीर रहना चाहिए।
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कर्मियों के प्रतिनिधित्व के बिना खानापूर्ति है सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम
सुरक्षा सप्ताह मात्र कार्यक्रम नहीं, बल्कि इस बात का साक्षी है कि पूरे साल उस विभाग में हुई घटनाओं एवं दुर्घटनाओं की विस्तृत रिपोर्ट को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से कार्यक्रम के लिए निर्धारित किए गए सप्ताह के भीतर उस विभाग के कर्मियों के बीच विस्तार से रखा जाए।
इस संकल्प को मजबूती से लिया जाए कि आगामी 1 साल में कोई भी घटनाएं अथवा दुर्घटनाएं उस विभाग में फिर से गठित ना हो। किंतु जब कार्यक्रम खानापूर्ति के रूप में आगे बढ़ने लगता है तब कालांतर में सुरक्षा को लेकर धीरे-धीरे लापरवाह होने लगते हैं। इसीलिए कर्मियों को सही मायने में कार्यक्रम में शामिल करवा कर कार्यक्रम को सफल बनाया जाना आवश्यक है।
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कार्यक्रम के दौरान आने वाले सुझावों पर करें अमल
एक ठेका श्रमिक ने पिछले कार्यक्रम की आपबीती बताते हुए कहा कि हमें केवल भीड़ के रूप में कार्यक्रम में शामिल कराया जाता है। सुरक्षा सप्ताह के विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान ठेका श्रमिक भी भागीदारी करते हैं एवं ना केवल कई गंभीर विषयों पर अपनी बातों को रखते हैं, बल्कि प्रैक्टिकल सुझावों को भी प्रस्तुत करते हैं। किंतु ठेका मजदूर होने के कारण हमारे सुझाव को गंभीरता से नहीं लिया जाता है, जबकि हम सीधे फील्ड में काम करने के कारण वास्तविक स्थिति से जुड़े रहते हैं।
इसीलिए वास्तविक समस्याओं के समाधान के लिए सुझाव प्रस्तुत करते हैं। इसीलिए कार्यक्रम के दौरान आने वाले सुझाव को सही मायने में अध्ययन कर सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए उन सुझावों पर अमल करने से ही इस कार्यक्रम का सही मायने में सफलता होगा।
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