- सड़क हादसे में जान गंवाने वाले Kedia Distilleries Ltd के मजदूरों के आश्रितों ने पेंशन का मामला उठाया।
- कैंप में एक-एक फरियादियों की बात को सुना गया।
- हायर पेंशन तो कोई न्यूनतम पेंशन पर बातें हुई।
- केवाइसी, आधार, पेंशन एक्ट, वेज सिलिंग आदि के ज्यादा मामले आए।
- सेल (SAIL) के भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के कार्मिक भी पहुंचे।
- ईपीएस 95 हायर पेंशन (EPS 95 Higher Pension) और ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन (EPS 95 Minimum Pension) छाई रही।
अज़मत अली, भिलाई। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees Provident Fund Organisation) के सदस्यों के लिए देशभर में बड़ा शिविर लगाया गया। निधि आपके निकट कैंप के तहत समस्याओं का समाधान करने की कोशिश की गई। कइयों के चेहरे खिले और कइयों को अब भी आवेदन लिखने की जरूरत पड़ रही है।
ईपीएफओ (EPFO) रायपुर की ओर से छत्तीसगढ़ में 36 शिविर लगाए गए। दुर्ग जिले के पेंशनर्स के लिए सुपेला ईएसआईसी हॉस्पिटल में शिविर लगाया गया। यहां ईपीएफओ के प्रतिनिधि के रूप में सीनियर सेक्शन असिस्टेंट सतीश चंद्र पाटिल और इंफोर्समेंट आफिसर गोपाल देवांगन मौजूद रहे।
सुबह 9 बजे से शुरू हुए कैंप में बहुत ही आराम से एक-एक फरियादियों की बात को सुना गया। कोई हायर पेंशन तो कोई न्यूनतम पेंशन पर बात करता दिखा। किसी के केवाइसी, आधार, पेंशन एक्ट, वेज सिलिंग आदि को लेकर भी सवाल-जवाब होते रहे।
जानिए हायर और न्यूनतम पेंशन पर क्या रहा जवाब
सेल (SAIL) के भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के पूर्व कर्मचारियों और वर्तमान कर्मचारी भी शिविर में पहुंचे। ईपीएस 95 हायर पेंशन (EPS 95 Higher Pension) और ईपीएस 95 न्यूनतम पेंशन (EPS 95 Minimum Pension) को लेकर सीधा सवाल किया गया।
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हायर पेंशन को लेकर पूछे गए सवाल पर ईपीएफओ (EPFO) के प्रतिनिधि कोई भी जवाब देने से बचते रहे। उनका स्पष्ट रूप से कहना था कि यह ईपीएफओ मुख्यालय और सेल के बीच का मामला है। स्थानीय स्तर पर कुछ भी वह नहीं बोल सकते हैं। इसलिए उनका आधिकारिक रूप से कुछ भी बोलना उचित नहीं है।
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Kedia Distilleries हादसे और पेंशन का केस
खास बात यह है कि पिछले दिनों सड़क हादसे में जान गंवाने वाले Kedia Distilleries Ltd के मजदूरों के आश्रितों ने पेंशन का मामला उठाया। पेंशन प्रक्रिया को जल्द पूरा करने के लिए पेपर लेकर पहुंचे। किसी के यूएनएन नंबर तो किसी के पीपीओ नंबर को लेकर सवाल-जवाब होता रहा। पुराने दस्तावेजों का सत्यापन किया गया। पुराने रिकॉर्ड के अनुसार सिस्टम पर डिटेल चेक किए गए। उद्देश्य यह था कि पेंशन का मामला जल्द से जल्द हल हो जाए।
पीएफ नहीं कट रहा और सैलरी स्लिप भी नहीं मिली
निधि आपके निकट शिविर में कई संस्थानों के कर्मचारी पहुंचे, जिनकी शिकायत पीएफ को लेकर थी। लिखित शिकायत की गई कि वे कई साल से संस्थान में सेवा दे रहे हैं। उनका पीएफ कट नहीं रहा है। पैसा जमा नहीं हो रहा है। सैलरी स्लिप तक नहीं दी जा रही है। शिकायतों को सुनने के बाद ईपीएफओ के प्रतिनिधि ने लिखित शिकायत ली और आश्वासन दिया कि न्याय मिलेगा।