- दुनिया भर में हो रहा विरोध, लोग सरकार की कर रहे खिंचाई।
सूचनाजी न्यूज, रायपुर। उल्लुओं की एक प्रजाति को मारने का आदेश जारी हो चुका है। आदेश भी बाकायदा सरकार द्वारा दिया गया है। ‘बॉर्ड’ प्रजाति के एक-दो नहीं बल्कि पांच लाख उल्लुओं को खत्म करने का आदेश जारी किया गया है। इनकी मौजूदगी वाले घने जंगलों में प्रोफेशनल शिकारियों को बुलवाया गया है, जो बॉर्ड उल्लुओं को चुन-चुनकर मौत के घाट उतार रहे है।
अमेरिका की बाइडेन सरकार ने पांच लाख बॉर्ड उल्लुओं को खत्म करने का आदेश दिया है। असल में यह आदेश स्पॉटेड उल्लुओं को बचाने के लिए ऐसा कड़ा फैसला लिया गया है। सरकार के इस फरमार की लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे है।
स्पॉटेड उल्लुओं की संख्या कम होती जा रही है। जंगलों में तमाम उपाय, नुस्खे के बाद भी स्पॉडेट उल्लुओं की संख्या बढ़ने के बजाए घटती ही जा रही है, जो चिंताजनक बात है। जबकि बॉर्ड उल्लू अपेक्षाकृत काफी बड़े होते है और स्पॉटेड उल्लुओं का शिकार करते है।
स्पॉटेड उल्लू बॉर्ड उल्लुओं का मुकाबला नहीं कर पाते। इसलिए सरकार द्वारा पांच लाख बॉर्ड उल्लुओं को खत्म करने का आदेश जारी हो चुका है। इसके लिए प्रोफेशनल शिकारियों को बॉर्ड उल्लुओं को चुन-चुनकर मारने जंगलों में तैनात कर दिया गया है।
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इसका लोग विरोध कर रहे है।
लोगों का कहना है कि एक जीव को बचाने दूसरे जीव की लाखों आबादी को खत्म किया जा रहा है, यह सरासर नाइंसाफी है। इसे किसी तरह से रोका जाना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिका के वाशिंगटन, कैलिफोर्निया और ओरेगॉन में स्पॉटेड उल्लुओं की संख्या उल्लेखनीय ढंग से घटती ही जा रही है। इसे रोकने के लिए कई तरीके अपनाए गए, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
इसलिए स्पॉटेड उल्लुओं का हो रहा बचाव
यह बताया जा रहा है कि बॉर्ड उल्लुओं का मूल स्थान पूर्वी अमेरिका है। लेकिन इन्होंने आकार में छोटे स्पॉटेड उल्लुओं के क्षेत्र पश्चिमी तट पर इनके संसाधनों पर कब्जा जमा लिया है। साथ ही स्पॉटेड उल्लुओं का शिकार भी किया जा रहा है।
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सरकार का तर्क है कि विशेषज्ञ मान रहे है कि यही आलम रहा तो जल्द ही स्पॉटेड उल्लू विलुप्त हो जाएंगे। क्योंकि बॉर्ड उल्लुओं के शिकार से जो बच भी जाते है उन्हें मूलभूत संसाधान नहीं मिल पा रहा है, जिस पर बॉर्ड उल्लुओं का कब्जा हो चुका है। इसलिए यह सख्त आदेश जारी किया गया है।
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