
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोप फ्रांसिस के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने उन्हें करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस का प्रतीक बताया।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। पोप फ्रांसिस अब दुनिया में नहीं रहे। मसीही समाज शोक में डूब गया है। भारत समेत दुनिया भर के देशों के प्रमुखों ने श्रद्धांजलि अर्पित की है। कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस 5 हफ्ते तक फेफड़ों में इन्फेक्शन के चलते अस्पताल में भर्ती थे। उनको 14 फरवरी को रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
कैथोलिक ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस का 88 साल की उम्र निधन हो गया है। पोप फ्रांसिस बीते 1000 साल में पहले ऐसे इंसान थे जो गैर-यूरोपीय होते हुए भी 2013 में कैथोलिक धर्म के सर्वोच्च पद पर पहुंचे थे। अब वेटिकन में नए पोप के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी, जो एक परंपरागत लेकिन जटिल प्रक्रिया होती है, जिसे “कॉन्क्लेव” कहा जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोप फ्रांसिस के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने उन्हें करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस का प्रतीक बताया। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा: “पोप फ्रांसिस (Pope Francis) के निधन से अत्यधिक दुखी हूं।
दुख और स्मरण की इस घड़ी में, मैं वैश्विक कैथोलिक समुदाय के प्रति अपनी हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। पोप फ्रांसिस को दुनिया भर के लाखों लोग करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में हमेशा याद रखेंगे।
उन्होंने अल्पायु से ही प्रभु ईसा के आदर्शों को साकार करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया। उन्होंने गरीबों और वंचितों की लगन से सेवा की। जो लोग पीड़ित थे, उनके लिए उन्होंने आशा की भावना जगाई।
पीएम ने लिखा-मैं उनके साथ हुई मुलाकातों को याद करता हूं और समावेशी तथा सर्वांगीण विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से बहुत प्रेरित हुआ हूं। भारत के लोगों के प्रति उनका स्नेह हमेशा याद रखा जाएगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।”