- नंदिनी खदान एवं छत्तीसगढ़ वन विकास निगम द्वारा सीएसआर के अंतर्गत, नंदिनी खदान क्षेत्र में 20,000 पौधों के रोपण हेतु भी समझौता।
- टाउनशिप के आवासीय परिसर, बाजार व कार्यालय परिसरों तथा मुख्य सड़कों के दोनों ओर छायादार वृक्ष वातावरण में एक सुखदायी अनुभव प्रदान करते हैं।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई टाउनशिप (Bhilai Township) व भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steeel Plant) के अंतर्गत सभी क्षेत्र अपनी हरीतिमा व सघन वृक्षों से आच्छादित क्षेत्रों के लिए विख्यात है। टाउनशिप के आवासीय परिसर, बाजार व कार्यालय परिसरों तथा मुख्य सड़कों के दोनों ओर पंक्तिबद्ध छायादार वृक्ष, यहां के वातावरण में एक सुखदायी अनुभव प्रदान करते हैं।
यह सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र (SAIL – Bhilai Steel Plant) के नगर सेवाएं विभाग (Municipal Services Department) के उद्यानिकी अनुभाग द्वारा विगत कई वर्षों से भिलाई टाउनशिप परिक्षेत्र (Bhilai Township Zone) एवं समीपवर्ती क्षेत्रों में निरंतर किए जा रहे वृहद वृक्षारोपण कार्य से ही संभव हो सका है। पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से यह एक सराहनीय प्रयास है।
बीएसपी ने फैलाई हरियादी की चादर
विगत चार-पांच वर्षों में किए गए कुछ उल्लेखनीय कार्यों में संयंत्र के उद्यानिकी विभाग एवं निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ शासन के वन विभाग एवं वन विकास निगम के सहयोग से 2,30,000 पौधे नेवई-1, नेवई-2, स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के समीपस्थ क्षेत्र, उमरपोटी एवं भिलाई इस्पात संयंत्र परिसर, सहित आस-पास के क्षेत्रों के साथ-साथ बीएसपी भूमि में सघन वृक्षारोपण का कार्य शामिल है।
ये तापमान में अंतर बता रहे हरियाली का महत्व
सघन वृक्षारोपण के कारण विविध प्रजाति के जीव-जन्तु व कीट-पतंगे विकसित हुए हैं जो पर्यावरण-संतुलन बनाए रखने के साथ ही कार्बन डाइआक्साइड की मात्रा को नियंत्रित कर वातावरण को शुद्ध बनाये रखने में सहयोगी हैं।
मानव जीवन एवं पशु-पक्षी के लिए पर्यावरण उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी कि हमारी साँसे। जीव और पर्यावरण परस्पर संबंधित और एक-दूसरे पर आश्रित हैं। पर्यावरण में अवांछित परिवर्तन का प्रतिकूल प्रभाव समस्त जीवों पर पड़ता है। एक जून के तापमान की बात करें तो भिलाई टाउनशिप में 42 डिग्री तापमान था,जबकि पटरी पार 45 डिग्री था।
बीएसपी के उद्यानिकी अनुभाग ने संभाला मोर्चा
संयंत्र के उद्यानिकी अनुभाग द्वारा वृहद वृक्षारोपण कार्यों के द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु अथक प्रयास किया जा रहा है। जिसका सकारात्मक परिणाम है कि भिलाई टाउनशिप में आस पास के क्षेत्रों की तुलना में तापमान कुछ कम रहता है।
इसके साथ ही भिलाई इस्पात संयंत्र की खाली भूमि पर वृक्षारोपण से अतिक्रमण सहित अन्य विविध गतिविधियों पर भी रोक लगी है। उद्यानिकी अनुभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2024-25 में विभाग द्वारा 40,000 से भी अधिक वृक्षारोपण किया जाना प्रस्तावित है।
बीएसपी के डायरेक्टर इंचार्ज रख रहे नजर
5 जून 2024 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel plant) के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता ने इस कार्य की शुरुआत की, जो वित्तीय वर्ष के अंत तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
इसी दिशा में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर भिलाई इस्पात संयंत्र के नंदिनी खदान एवं छत्तीसगढ़ वन विकास निगम द्वारा सीएसआर के अंतर्गत, नंदिनी खदान क्षेत्र में 20,000 पौधों के रोपण हेतु भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया।
सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र पर्यावरण संरक्षण के लिए सदैव समर्पित रहा है, जिसके लिए सेल-बीएसपी द्वारा समय-समय पर विभिन्न कदम उठाये गए हैं। जल, वायु और भूमि को शुद्ध रखने के लिए संयंत्र ने अत्याधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया है।