- भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी दुबई में हैं। बैंगलुरु से एक साल पहले दुबई में शिफ्ट हो चुके हैं।
सूचनाजी न्यूज, बैंगलुरु। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन-ईपीएफओ (Employees Provident Fund Organization (EPFO)) के शिंकेज में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी रॉबिन उथप्पा फंस गए हैं। पूर्व क्रिकेटर और सेंटॉरस लाइफ स्टाइल ब्रांड्स प्राइवेट लिमिटेड (Centaurus Lifestyle Brands Pvt Ltd) के निदेशक रॉबिन उथप्पा पर फ्रॉर्ड का आरोप है।
कर्मचारियों का अंशदान काटने के बावजूद उसे ईपीएफओ (EPFO) में जमा नहीं किया गया है, जिसको आधार बनाकर गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है। इसको लेकर हड़कंप मच गया है। पुलिस भी रॉबिन उथप्पा की खोजबीन में जुट गई है।
बताया जा रहा है कि फिलहाल, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी दुबई में हैं। बैंगलुरु से एक साल पहले दुबई में शिफ्ट हो चुके हैं। वहीं से कंपनी का कामकाज देख रहे हैं। पुलिस को मिली शिकायत के आधार पर छानबीन की गई। पुलिस की तरफ से इसकी जानकारी ईपीएफओ (EPFO) के अधिकारियों को दे दी गई है।
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जानकार बता रहे हैं कि भविष्य निधि (पीएफ) धोखाधड़ी के लिए उनके खिलाफ वारंट जारी हुआ है। फर्म कथित तौर पर कर्मचारियों के वेतन से काटे गए 23 लाख रुपये उनके पीएफ खातों में जमा करने में विफल रही।
क्षेत्रीय पीएफ आयुक्त पूर्वी बेंगलुरु की ओर से रॉबिन उथप्पा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट को तामील करने का निर्देश दिया गया। दूसरी ओर यह भी दावा किया जा रहा है कि रॉबिन उथप्पा के खिलाफ थाना में कोई एफआइआर दर्ज नहीं हुई है। ईपीएफओ की ओर से पुलिस को एक शिकायती पत्र मिला था, जिसमें एफआइआर दर्ज करने की मांग की गई थी।
उथप्पा पहले पुलकेशीनगर में व्हीलर रोड पर एक अपार्टमेंट में रहते थे। बकाया राशि का भुगतान न किए जाने के कारण श्रमिकों के पीएफ खातों का निपटान करने में ईपीएफओ असमर्थ है। इसके मद्देनजर रॉबिन उथप्पा पर दबाव डाला जा रहा है। 27 दिसंबर को या उससे पहले उपस्थित होने के लिए पत्र जारी हुआ है।
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