
- 5.52 करोड़ सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) पंजीकृत किए गए हैं।
- 5.44 करोड़ सूक्ष्म उद्यम, 7.28 लाख लघु उद्यम और 68.73 हजार मध्यम उद्यम शामिल हैं।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। टीएमसी से सांसद महुआ मोइत्रा ने श्रम और रोजगार मंत्रालय से निजी क्षेत्र की शीर्ष पांच सौ कंपनियों में रोजगार का ब्यौरा मांग लिया। निजी क्षेत्र की शीर्ष पांच सौ कंपनियों और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) में कितने कामगार नियोजित हैं?
इस सवाल का जवाब श्रम और रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने दिया। उन्होंने बताया कि रोजगार और बेरोजगारी पर आधिकारिक डेटा आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के माध्यम से एकत्र किया जाता है, जो 2017-18 से सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) द्वारा आयोजित किया जाता है। सर्वेक्षण की अवधि हर साल जुलाई से जून तक होती है।
नवीनतम वार्षिक पीएलएफएस रिपोर्ट में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, सामान्य स्थिति के आधार पर 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों का लिए रोजगार दर्शाने वाला अनुमानित कामगार जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) 2023-24 में 58.2% है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नवीनतम केएलईएमएस (केः पूंजी, एलः श्रम, ईः ऊर्जा, एमः सामग्री और एसः सेवाएं) के आंकड़ों के अनुसार, निजी क्षेत्र में शीर्ष पांच सौ कंपनियों और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) सहित देश में आर्थिक गतिविधियों में रोजगार वर्ष 2023-24 में 64.33 करोड़ है।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) संगठित विनिर्माण हेतु उद्योगों का वार्षिक सर्वेक्षण (एएसआई) आयोजित करता है। एएसआई की नवीनतम रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण उद्योगों में कार्यरत व्यक्तियों की संख्या 2017-18 में 1.56 करोड़ से बढ़कर 2022-23 में 1.85 करोड़ हो गई।
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एमएसएमई मंत्रालय ने 01.07.2020 को उद्यम पंजीकरण पोर्टल लॉन्च किया जो पूरी तरह से ऑनलाइन, पेपरलेस और स्व-घोषणा पर आधारित है। 01.07.2020 से 26.11.2024 तक उद्यम असिस्ट प्लेटफॉर्म (यूएपी) सहित उद्यम पंजीकरण पोर्टल पर कुल 5.52 करोड़ सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) पंजीकृत किए गए हैं। इसमें 5.44 करोड़ सूक्ष्म उद्यम, 7.28 लाख लघु उद्यम और 68.73 हजार मध्यम उद्यम शामिल हैं।
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