- एचएसएलटी ठेका श्रमिकों के केवाईसी नहीं होने से पेंशन नहीं मिल पा रहा है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees Provident Fund Organization) यानी ईपीएफओ (EPFO) का सदस्य होने के बाद भी पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) में 35 वर्ष तक ठेका श्रमिक के रूप में कार्य करने के बाद अब पेंशन के लिए चक्कर लगाना पड़ रहा है। सेवानिवृत्त हो चुके एचएसएलटी (HSLT) ठेका श्रमिकों ने केवाईसी के लिए ठेका प्रकोष्ठ विभाग में आवेदन दिया है।
ठेका प्रकोष्ठ विभाग द्वारा सुधार कर उसे वित्त विभाग में भेजा जा रहा है, लेकिन वित्त विभाग से हर बार श्रमिकों के केवाईसी (KYC) की फाइल को वापस आईआर विभाग (IR Department) में भेज दिया जाता है, जिसके कारण एचएसएलटी ठेका श्रमिकों के केवाईसी नहीं होने से पेंशन नहीं मिल पा रहा है।
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श्रमिकों को सेवानिवृत हुए तीन से पांच साल की अवधि हो चुकी है। वह, लगातार भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका प्रकोष्ठ विभाग में शिकायत के पश्चात भी अभी तक उनका केवाईसी नहीं हो पाया है, जबकि सब श्रमिकों ने आवेदन के साथ दस्तावेज जमा कर चुके हैं, जिससे श्रमिकों में काफी आक्रोश है।
स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के अध्यक्ष संजय साहू के मुताबिक मजदूर लगातार यूनियन से संपर्क कर रहे हैं। अपनी समस्या का समाधान कराना चाहते हैं। यूनियन प्रबंधन तक बात रख रही है। हर स्तर पर आवाज उठाई जा रही है ताकि मजदूरों को न्याय मिल सके। पिछले दिनों यूनियन के पदाधिकारी सीपी वर्मा, दीनानाथ सिंह सार्वा, मनोहर लाल, आर दिनेश, गुरुदेव साहू, जसबीर सिंह, रिखीराम साहू, सुरेश कुमार टंडन की मौजूदगी में मजदूरों ने अपना दुखड़ा सुनाया।
वहीं, स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के कार्यालय में भिलाई इस्पात संयंत्र के कोक ओवन, प्लेट मिल एवं मर्चेंट मिल के श्रमिकों ने बताया था कि महीने में काम 26 दिन करते हैं। लेकिन ठेका कंपनी द्वारा 10 या 15 दिन का ही सीपीएफ की राशि जमा किया जाता है। श्रमिकों के सीपीएफ अकाउंट में प्रतिमाह 800 या 1000 रुपया ही जमा कर रहे हैं, जबकि 2400 रुपए के लगभग राशि जमा होनी चाहिए। इससे श्रमिकों को सीपीएफ की राशि में नुकसान हो रहा है।