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SAIL वेतन समझौता, एरियर पर प्रबंधन को कोर्ट में घसीटने की तैयारी, 8 लाख तक होगा खर्च, चंदा हो रहा इकट्‌ठा

SAIL वेतन समझौता, एरियर पर प्रबंधन को कोर्ट में घसीटने की तैयारी, 8 लाख तक होगा खर्च, चंदा हो रहा इकट्‌ठा
  • सेल वेतन समझौता, एरियर का मुद्दा अब कोर्ट में जाना तय, आर्थिक सहयोग की अपील। बीएसपी अनाधिशासी कर्मचारी जुटा रही पैसा।

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। सेल कर्मचारियों (SAIL Employees) के आधे-अधूरे वेतन समझौता और बकाया एरियर को लेकर बवाल मचा हुआ है। बीएसपी अनाधिशासी कर्मचारी संघ इस मुद्दे को लेकर हाईकोर्ट जाने की तैयारी में जुट गया है। अब इसके खर्चे का इंतजाम किया जा रहा है। कर्मचारियों से सहयोग राशि मांगी जा रही है। बैंक एकाउंट नंबर तक सार्वजनिक किया गया है ताकि लोग चंदा दे सकें।

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बोकारो दौरे के दौरान सेल चेयरमैन द्वारा पत्रकारो से वार्ता के दौरान वेज रीविजन और एरियर के मुद्दा से किनारा करने के बाद यह तय हो गया कि सेल प्रबंधन वेज रीविजन मुद्दा को हल नहीं करना चाहती है। इसके बाद वेज रीविजन, बकाया पर्क्स तथा फिटमेंट एरियर मामले का मुकदमा दायर करने के लिए, बीएसपी अनाधिशासी कर्मचारी संघ ने  बीएसपी तथा सेल कर्मचारियों से आर्थिक सहयोग की अपील किया है।

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बीएसपी अनाधिशासी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमर सिंह, महासचिव अभिषेक सिंह, कोषाध्यक्ष नवीन कुमार और पूरी यूनियन टीम, इसके लिए बीएसपी कर्मचारियों से खुद मिल रहे हैं। उनसे आर्थिक सहयोग  भी ले रहे हैं। अमर सिंह के अनुसार वेज रीविजन के मुद्दे पर दिल्ली उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता समूह से बातचीत हो गई है। जिसमे केस की मेरिट पर अधिवक्ता समूहों ने अच्छा रिस्पॉंस दिया है। चूकिं वर्तमान दर के हिसाब से मुकदमा में भारी भरकम खर्च संभावित है, जिसके लिए यूनियन के पास अपना कोष नहीं है।

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अगर बीएसपी तथा सेल कर्मचारी आर्थिक सहयोग करते है। अगले दो सप्ताह में पर्याप्त कोष इकट्ठा हो जाता है, तो अधिवक्ता को फंड स्थांतरण कर दिया जाएगा।

कोष की निगरानी के लिए पांच स्वतंत्र कर्मचारियों का समूह बनाया गया है, जो कि सभी लेन देन की निगरानी रखेंगे। साथ ही सभी लेनदेन ऑनलाइन या चेक के माध्यम से ही किया जाएगा, ताकि सभी लेन देन का सही से मूल्यांकन हो सके।

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500-1000 रुपए की सहायता कर करने की अपील 

उधर, बीएसएल अनाधिशासी कर्मचारी संघ बोकारो के पदाधिकारियों से भी आर्थिक सहयोग देने हेतु बातचीत की गई है, जिस पर उन्होंने भी आर्थिक सहयोग देने का भरोसा दिलाया है। सेल की बाकि यूनिट में समान विचारधारा वाले कर्मचारी समूहो से भी आर्थिक मदद देने का भरोसा दिलाया गया है। जनवरी 2017 के बाद सेवानिवृत्त हुए बीएसपी तथा सेल कर्मचारियों ने भी आर्थिक मदद का भरोसा दिलाया है।

अमर सिंह और अभिषेक सिंह के अनुसार S1 ग्रेड के कर्मचारियों का फिटमेंट तथा पर्क्स एरियर मद में ही 2.5 लाख से लेकर तीन लाख रुपया बकाया है। वहीं, वरिष्ठ कर्मचारियों का 8-10 लाख रुपया बकाया है। ऐसे में 500-1000 रुपए की सहायता कर कर्मी अपनी इस लड़ाई में यूनियन का साथ दे सकते हैं।

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यूनियन ने कहा इस नंबर पर करें

सेल  कर्मचारियों द्वारा स्वैच्छिक सहयोग के लिए यूनियन को नीचे दिए माध्यम से सहयोग कर सकते हैं।
UPI no. 7000207845
Upi id- 7000207845@paytm

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कानूनी लड़ाई में 7-8 लाख रुपए होगा खर्च

बीएकेएस के अध्यक्ष अमर सिंह ने कहा-85 माह बीत जाने के बाद तथा पिछले पांच सालों में 32084 करोड़ रुपया कर पूर्व लाभ में रहने के बावजूद सेल प्रबंधन, वेज रीवजन एमओए करने हेतु कोई पहल नहीं कर रही है। पांचों एनजेसीएस यूनियने भी सिर्फ प्रदर्शन करने का दिखावा कर रही है। तमाम विषयों को लेकर, वकील से बात हुई है। 7-8 लाख रुपया कुल खर्च बताया गया है। हम कर्मचारियों से आर्थिक सहयोग मांग रहे हैं, ताकि अपने हक का पैसा को ले सकें।
अमर सिंह अध्यक्ष बीएकेएस भिलाई

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सेल प्रबंधन की शैली, मालिकाना शैली

महासचिव अभिषेक सिंह ने कहा-टाटा स्टील निजी क्षेत्र की कंपनी होते हुए भी सभी श्रम कानूनों का पालन कर सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन का उदाहरण प्रस्तुत करती है। जबकि सेल सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है। परंतु इसका प्रबंधन प्रबंधकीय शैली न दिखाकर मालिकाना शैली प्रस्तुत कर रही है। अब अंत मे न्यायालय का ही भरोसा है। सेल कर्मचारी सहयोग करें, हम अपना हक लेकर रहेंगे।

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