- सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र द्वारा प्रमुख क्षेत्रों में पहली छमाही में अब तक का सर्वश्रेष्ठ उत्पादन निष्पादन दर्ज।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। महारत्न कंपनी सेल (SAIL) की एक इकाई राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) ने पहली छमाही में अब तक का सर्वश्रेष्ठ उत्पादन किया है। तीन प्रमुख क्षेत्रों अर्थात हॉट मेटल, क्रूड स्टील और विक्रेय योग्य स्टील में अपने पहले छ:माही (एच.1) का ‘सर्वश्रेष्ठ’ उत्पादन निष्पादन दर्ज किया है।
चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीनों के दौरान इस्पात संयंत्र ने 22,12,182 टन हॉट मेटल, 20,33,619 टन क्रूड स्टील और 20,78,176 टन सेलेबल स्टील का उत्पादन किया, जिसमें पिछले वर्ष की इसी अवधि (सीपीएलवाई) की तुलना में क्रमश: 3.9 प्रतिशत, 2.1 प्रतिशत और 13.1 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई।
इसके अलावा, RSP (Rourkela Steel Plant) ने इस अवधि के दौरान सिंटर उत्पादन (35,16,146 टन) और सी.पी.पी.-1 और सी.पी.पी.-3 से औसतन 71.06 मेगावाट संयुक्त बिजली उत्पादन भी इस्पात संयंत्र की स्थापना के बाद से अब तक का सबसे अच्छा निष्पादन था।
सफलता को प्रेषण में भी दोहराया गया। 20,86,078 टन विक्रेय योग्य स्टील का प्रेषण कर, आर.एस.पी. ने पहले छह महीनों के लिए अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रेषण दर्ज किया जिसे देखा जाये तो पिछले वर्ष के रिकॉर्ड के अपेक्षा 13.01 प्रतिशत का सुधार था।
संयंत्र की कई इकाइयों ने सितंबर माह के लिए अपने ए.बी.पी. लक्ष्य हासिल करने में सक्षम रहे । अत्याधुनिक हॉट स्ट्रिप मिल-2 ने सितंबर, 2023 में कुल 212021 टन एच.आर. क्वायल रोल कर सर्वश्रेष्ठ मासिक उत्पादन दर्ज किया । न्यू प्लेट मिल ने किसी भी सितंबर महीने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ उत्पादन दर्ज कर 83217 टन प्लेट्स रोल किए।
उल्लेखनीय है कि, आरएसपी (RSP) ने सितंबर 2023 में रेल और सड़क मार्ग से 357537 टन तैयार स्टील का सर्वोत्तम मासिक प्रेषण भी दर्ज किया। पाइप प्लांट (एस.डब्ल्यू.) ने 15 सितंबर, 2023 को 403 टन एस.डब्ल्यू. पाइप का उत्पादन किया, जो किसी भी सितंबर महीने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ उत्पादन था।
इस शानदार उपलब्धि पर राउरकेला इस्पात संयंत्र (Rourkela Steel Plant) कर्मीसमूह को बधाई देते हुए, आरएसपी के निदेशक प्रभारी अतनु भौमिक ने कहा है कि, ‘आइए उत्पादन के क्षेत्र के साथ-साथ सुरक्षा, गुणवत्ता और गृह व्यवस्था जैसे अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते रहें। हालाँकि हमें अपनी उत्पादन लागत में और कटौती करने पर ध्यान देने की जरूरत है ताकि बाजार प्रतिस्पर्धी में बने रह सकें।’