- बीडीओ ने क्षेत्र में विकास और समृद्धि के लिए लाभदायक कौशल संवर्धन कार्यक्रम शुरू करने में सेल, आरएसपी और लीड्स के प्रयासों की सराहना की।
सूचनाजी न्यूज, राउरकेला। सेल, राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) (SAIL – Rourkela Steel Plant) ने लीड्स राँची के सहयोग से नुआगाँव गाँव की 20 वंचित महिलाओं के लिए कांथा सिलाई और फैब्रिक पेंटिंग में तीन महीने का आजीविका सृजन प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है।
आरएसपी के मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन), श्री श्रीमंत पंडा उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि थे, जबकि नुआगाँव के बीडीओ ज्योति विकास दाश सम्मानित अतिथि थे। इस अवसर पर जीएम प्रभारी (सीएसआर) मुनमुन मित्रा, निदेशक (लीड्स) ए के सिंह, और आरएसपी, लीड्स और ब्लॉक कार्यालय के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। यह समारोह 24 फरवरी 2025 को आईसीडीएस बैठाक कक्ष , नुआगाँव ब्लॉक में आयोजित किया गया था।
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इस अवसर पर बोलते हुए पंडा ने पारंपरिक शिल्प को आधुनिक बाजार के अवसरों के साथ एकीकृत करके गाँव की महिलाओं के बीच वित्तीय स्वतंत्रता लाने में इस तरह के प्रशिक्षण की क्षमता पर प्रकाश डाला।
बीडीओ ने क्षेत्र में विकास और समृद्धि के लिए लाभदायक कौशल संवर्धन कार्यक्रम शुरू करने में सेल, आरएसपी और लीड्स के प्रयासों की सराहना की।
मित्रा ने कार्यक्रम और इसकी रूपरेखा के बारे में जानकारी दी, परियोजना के उद्देश्य और दीर्घकालिक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए आत्मनिर्भर पारिस्थितिकी तंत्र बनाने पर जो दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत औपचारिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। उद्घाटन सत्र के दौरान आदिवासी युवाओं के लिए आजीविका के साधन के रूप में आदिवासी सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने पर एक पैनल चर्चा हुई।
प्रारंभ में एके सिंह ने सभी का स्वागत किया और पूरे समारोह का संचालन किया, जबकि वरिष्ठ कार्यक्रम प्रबंधक (लीड्स) निर्झरिणी रथ और प्रबंधक (सीएसआर) ऋचा सुधीरम ने अपने-अपने संगठनों की ओर से औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित किया ।
विशेषतः इस पहल का उद्देश्य रोजगार योग्य कौशल को बढ़ाना, आदिवासी कला को बढ़ावा देना और क्षेत्र में महिलाओं के लिए स्थायी आजीविका के अवसर पैदा करना है। तीन महीने के कार्यशाला पाठ्यक्रम के दौरान मास्टर ट्रेनर कांथा सिलाई और फैब्रिक पेंटिंग की कला पर व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, जिससे महिलाएँ चित्रित कपड़े, घर की सजावट और सहायक उपकरण जैसे विपणन योग्य उत्पाद बनाने में सक्षम होंगी।
इसके अतिरिक्त, परियोजना में एक बाजार लिंकेज प्रावधान शामिल है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि तीसरे महीने से, लाभार्थियों द्वारा तैयार किए गए उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध हों।
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