- एसएमएस-3, पीआरओ, एचआरडी, सी-जेड में भी शुरुआत हो गई है।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल (Steel Authority of India Limited-SAIL) के इतिहास में पहली बार ठेका मजदूरों के लिए फेस रिकग्निशन सिस्टम (Facial recognition system) की शुरुआत हो गई है। इसका श्रेय भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) ने ले लिया है। प्रोडक्शन में आगे रहने वाले एसएमएस-3 के ठेका मजदूरों की हाजिरी नई व्यवस्था से शुरू कर दी गई है।
साथ ही पीआरओ, एचआरडी, सी-जेड में भी शुरुआत हो गई है। अब ठेका मजदूरों की हाजिरी कोई भी ठेकेदार मनमाने तरीके से काट नहीं पाएगा। साथ ही हाजिरी को लेकर गोलमाल पर भी विराम लग जाएगा। मजदूर अब ओवर टाइम करेंगे तो वह भी अब सबके सामने होगा। इसका पेमेंट मजदूर पाने के हकदार होंगे।
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ठेका मजदूरों के शोषण को रोकने के लिए बीएसपी आइआर विभाग के मुखिया जीएम जेएन ठाकुर ने यह बीड़ा उठाया था। उन्हीं के प्रयास से यह अमल में लाया गया है। सिस्टम को सुचारू रूप से चालू करने में सीएंडआइटी और इंकॉस की खास भूमिका रही। ईडी वर्क्स अंजनी कुमार और ईडी पीएंडए पवन, सीजीएम इंचार्ज आसित साहा ने उद्घाटन किया। एक माह तक ट्रायल किया जाएगा। इसके बाद इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा। प्रबंधन का कहना है कि एक माह के भीतर ही पूरे प्लांट में इसे लागू कर दिया जाएगा। 500 मशीनें लगाई गई हैं। 32 हजार ठेका मजदूरों के बाद अधिकारियों और कर्मचारियों की हाजिरी भी इसी से होगी।
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500 मशीनों को इंस्टॉल किया
स्टील मेल्टिंग शॉप-3 के करीब 1200 ठेका मजदूरों की हाजिरी नई व्यवस्था से शुरू कर दी गई है। 500 मशीनों को इंस्टॉल किया गया है। 32 हजार ठेका मजदूरों को सीधा फायदा मिलेगा। जिसका भी पास बना है, उनकी हाजिरी इसी मशीन से होगी। पीआरओ, सीजेड, एचआरडी, एसएमएस-3 में व्यवस्था चालू हो गई है। जल्द ही इस्पात भवन में भी चालू हो जाएगी।
इसी महीने सबको दायरे में लाने की तैयारी
बीएसपी प्रबंधन का कहना है कि वर्कर का फोटो लिया जा चुका है। नाम, आधार कार्ड की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। तकनीकी तैयारी पूरी है। इसलिए अब ज्यादा समय नहीं लगेगा। एक माह तक ट्रॉयल रहेगा। इसके बाद से नियमित हो जाएगी।
वर्करों का कहना है कि सिस्टम अच्छा है। स्वागत किया है। हाजिरी को कोई अब नहीं काट पाएगा। अब रिकॉर्ड में रहेगा। ओवर टाइम भी मिलेगा। ठेकेदारों की मनमानी पर लगाम लगेगी। बीएसपी में करीब 400 ठेकेदार हैं। 1700 ठेका है।
सेल में बीएसपी सबसे आगे
सेल की सभी इकाइयों में बीएसपी पहली इकाई है, जिसने अपने ठेका कर्मियों की उपस्थिति, ओवरटाइम और दैनिक कार्य अवधि को व्यवस्थित करने के लिए इन बायोमेट्रिक अटेंडेंस मॉनिटरिंग सिस्टम को स्थापित किया है।
बीएसपी के ये अधिकारी बने गवाह
बायोमेट्रिक उपस्थिति निगरानी प्रणाली का उद्घाटन, कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार और कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) पवन कुमार ने किया। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (लौह) तापस दासगुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (एम एंड यू) असित साहा, मुख्य महाप्रबंधक (कार्मिक) संदीप माथुर, महाप्रबंधक (एसएमएस-3) एबी श्रीनिवास, महाप्रबंधक (कार्मिक-वर्क्स) शीजा पी मैथ्यू, महाप्रबंधक (ए एंड डी) रविशंकर, महाप्रबंधक (एसएमएस-3) पुष्पा एम्ब्रोज़, महाप्रबंधक (ए एंड डी) बी जंगपांगी, महाप्रबंधक (एसएमएस-3) यतेंद्र कुमार, महाप्रबंधक (ए एंड डी) एमपी सिंह, महाप्रबंधक (एसएमएस-3) त्रिभुवन बैठा, महाप्रबंधक (एसएमएस-3) डी विजिथ, महाप्रबंधक (एसएमएस-3) पीके सिंह, महाप्रबंधक (कार्मिक-आईआर एंड सीएलसी) जेएन ठाकुर, महाप्रबंधक (ईडी सचिवालय) एच शेखर और महाप्रबंधक (एसएमएस-3) पी सतपथी, उप महाप्रबंधक (कार्मिक) अजय कुमार, उप महाप्रबंधक (कार्मिक-आईआर एंड सीएलसी) विकास चन्द्रा, वरिष्ठ प्रबंधक (कार्मिक-आईआर एंड सीएलसी) रोहित हरित, प्रबंधक (कार्मिक-आईआर एंड सीएलसी) निवेश विजयन, वरिष्ठ प्रबंधक (एएंडडी) अखिलेश मिश्रा सहित बड़ी संख्या में वरिष्ठ अधिकारी, विभागीय कर्मचारी और ठेका कर्मचारी उपस्थित थे।
ईडी वर्क्स अंजनी कुमार ने कहा…
कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) अंजनी कुमार ने कहा कि यह अनूठी पहल सभी संबंधित विभागों के सामूहिक प्रयासों से संभव हुई है। उन्होंने कहा, यह वास्तव में बीएसपी बिरादरी के लिए गर्व की बात है। इसका मुख्य उद्देश्य, कार्यस्थल को अधिक अनुशासित और व्यवस्थित बनाना है।
बायोमेट्रिक सिस्टम, उपस्थिति दर्ज करने में अत्यधिक कुशल और त्वरित होने के अलावा संयंत्र में कर्मियों के कामकाज को नियमित करने में भी मदद करेगा।
नियमित कर्मचारियों के लिए भी होगा लागू
कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) पवन कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा, कि भिलाई इस्पात संयंत्र न केवल उत्पादन में बल्कि समय-समय पर अपने कर्मचारियों के कल्याण के लिए भी ऐसे अनूठे नवाचारों को शामिल करने में भी अग्रणी रहता है।
जल्द ही, ये फेस रिकग्निशन-आधारित बायोमेट्रिक अटेंडेंस मॉनिटरिंग सिस्टम, संयंत्र के अन्य विभागों में भी नियमित कर्मचारियों के लिए स्थापित किए जाएंगे।
एचआरडी में यह रहे मौजूद
ईडी पवन कुमार ने मुख्य महाप्रबंधक (एचआरडी एवं बीई) निशा सोनी की उपस्थिति में मानव संसाधन केंद्र में इसी तरह के फेस रिकग्निशन-आधारित बायोमेट्रिक अटेंडेंस मॉनिटरिंग सिस्टम का भी उद्घाटन किया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (कार्मिक- नॉन वर्क्स एवं माइंस) सूरज कुमार सोनी, महाप्रबंधक (कार्मिक) सुश्री अनुराधा सिंह एवं महाप्रबंधक (एचआरडी) अमूल्य प्रियदर्शी सहित विभागीय कर्मचारी एवं ठेका कर्मी मौजूद थे।
उच्च-गुणवत्ता वाले सेंसर का उपयोग
उल्लेखनीय है कि फेस रिकग्निशन-आधारित बायोमेट्रिक अटेंडेंस मॉनिटरिंग सिस्टम उच्च-गुणवत्ता वाले सेंसर का उपयोग करता है, जो एक सेकंड के भीतर व्यक्ति के चेहरे को प्रमाणित करता है। साथ ही उपस्थिति, मार्किंग टाइम और जियोलोकेशन को कैप्चर करता है। स्पर्श रहित यह विधि एक सफल निवारक उपाय है, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी जैसी संक्रामक स्थितियों के दौरान।