
- ओए महासचिव ने सदस्यता शुल्क को बढ़ाने हेतु इस आमसभा में प्रस्ताव रखा, जिसे अब 200 रुपए प्रति माह निर्धारित किया गया।
- सेवानिवृत्ति के समय वापस की जाने वाली सम्मान राशि की अधिकतम सीमा अगले वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 10000 रूपये का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। बीएसपी आफिसर्स एसोसिएशन (BSP Officers Association) की आमसभा में सर्वसम्मति से सदस्यता शुल्क में वृद्धि के फैसले को पारित कर दिया गया है। भविष्य में अधिकारियों की सुविधाओं में वृद्धि हेतु प्रगति भवन में विस्तार आदि प्रस्तावों पर स्वीकृति की मुहर लगी।
प्रगति भवन में आफिसर्स एसोसिएशन की वार्षिक आमसभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ओए अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार बंछोर, महासचिव परविन्दर सिंह सहित कोषाध्यक्ष अंकुर मिश्रा, उपाध्यक्ष द्वय तुषार सिंह, अखिलेश मिश्रा, सचिव द्वय संजय तिवारी, जेपी शर्मा विशेष रूप से उपस्थित थे।
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ओए के अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार बंछोर की अध्यक्षता में आयोजित इस वार्षिक आमसभा में उपस्थित सदस्यों ने निर्धारित एजेण्डे पर चर्चा कर बाईलॉज़ में किए जाने वाले सभी संशोधनों को सर्वसम्मति से पारित किया। इसके साथ ही सदस्यों ने आमसभा में रखे गये विभिन्न मुद्दों पर भी अपनी सहमति प्रदान की। आमसभा के प्रारंभ में महासचिव परविन्दर सिंह ने उपस्थित सदस्यों का स्वागत किया तथा वार्षिक आमसभा के एजेण्डे से अवगत कराया।
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आमसभा के प्रारंभ में आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार बन्छोर ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में एसोसिएशन की विगत उपलब्धियों से अवगत कराने के साथ ही उपस्थित सदस्यों को नववर्ष हार्दिक शुभकामनाएं दी एवं उनका स्वागत किया।
एनके बंछोर ने अपने कार्यकाल के दौरान ओए द्वारा प्राप्त उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि आप सभी सदस्यों के सहयोग से हमने अपना संघर्ष जारी रखा और कई महत्वपूर्ण मुद्दे को हल करने में कामयाबी हासिल की जिसका श्रेय आपके निरंतर योगदान व समर्थन को जाता है। मैं आपके सहयोग के प्रति सदैव आभारी रहूंगा। हमने इस दौरान कई नई परम्पराओं को प्रारंभ किया है।
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उन्होंने अपने कार्यकाल के महत्वपूर्ण उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि इस दौरान ओए ने जहां सम्मानजनक पे-रिविजन लागू करवाने में सफलता हासिल की, वहीं सार्वजनिक उपक्रमों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति पर मिलने वाले अवकाश नगदीकरण राशि पर आयकर छूट दिलाने में भी कामयाबी प्राप्त की। कई वर्षों बाद मोबाइल फोन खरीदने की राशि में वृद्धि की गयी। 12 वर्षों बाद इंसीडेंटल व्यय में वृद्धि की गयी।
एनपीएस खाते में सेल पेंशन योजना के मद से राशि हस्तांतरित
एके बंछोर ने बताया कि सेल में अधिकारियों को सितम्बर 2021 के पश्चात लगातार अनेक मदों में भुगतान किया जाता रहा, जिससे अधिकारियों में ओए-बीएसपी/सेफी के प्रति विश्वास बना रहा। अधिकारियों को एनपीएस खाते में सेल पेंशन योजना के मद से राशि हस्तांतरित की गई। अप्रैल 2020 से पे-रिविजन का एरियर्स का भुगतान किया गया।
मई 2022 में अधिकारियों को पी.आर.पी. 2020-21 के मद में एक मुश्त भुगतान किया गया। वित्त वर्ष 2021-22 में अधिकारियों को सर्वोत्तम पी.आर.पी. प्राप्त हुआ। वित्त वर्ष 2022-23 के पीआरपी का भुगतान भी अधिकारियों को प्राप्त हुआ।
ओए के प्रयास से एचए पर्क्स पर आयकर की 50 प्रतिशत राशि मिल रही वापस
ओए अध्यक्ष ने उपलब्धियों की एक लंबी फेहरिस्त की चर्चा करते हुए कहा कि ओए के प्रयास से एच.ए. पर्क्स पर आयकर की 50 प्रतिशत राशि प्रबंधन द्वारा अधिकारियों को वापस किया गया। इसी प्रकार टी.ए./डी.ए. तथा टर्मिनल टी.ए. में बढ़ोत्तरी की गई। इसके साथ ही जेओ बैच 2008 व 2010 के पे-एनॉमली पर सीपीएफ की राशि प्राप्त हुई। ओए के प्रयास से सेल पेंशन स्कीम की राशि अधिकारियों के खाते में पहुंची।
नगरनार स्टील प्लांट, एनएमडीसी पर भी फोकस
दिव्यांग अधिकारियों को अतिरिक्त अवकाश व ट्रांसपोर्ट एलाउंस दिलाया गया। सेल पेंशन स्कीम के तहत 3 प्रतिशत मासिक अनुदान को नियमित रूप से एनपीएस एकाउंट में भेजने की व्यवस्था कराई गयी।
11 माह के पर्क्स एरियर्स के भुगतान का मार्ग प्रशस्त किया गया। सेल व एनएमडीसी के 29 उच्च अधिकारियों के निलंबन को सेफी के साथ मिलकर निरस्त कराया गया।
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इसी क्रम में ओए-बीएसपी ने सेफी के साथ मिलकर विनिवेश में जाने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के इस्पात उपक्रमों को बचाने हेतु मंत्रालय के समक्ष आपसी मर्जर की योजना का प्रस्ताव रखा जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आए।
वीआईएसएल भद्रावती, एसएसपी सेलम, एएसपी दुर्गापुर के डिस्इंवेस्टमेंट को वापस लिया गया। साथ ही जहां आरआईएनएल को वित्तीय मदद प्रदान किया गया वहीं नगरनार के एनएमडीसी स्टील प्लांट को बचाने हेतु विविध उपायों पर विचार विमर्श प्रारंभ हुआ।
आने वाले पे-रिविजन में कोई बाधा नहीं होगा
सेफी चेयरमैन एके बंछोर ने बताया कि हम बीएसपी बिरादरी के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित हैं। ओए-बीएसपी की सदस्यों से सुरक्षा के साथ उत्पादन, उत्पादकता, लाभप्रदता को बढ़ाने हेतु आग्रह किया, ताकि आने वाले पे-रिविजन में कोई बाधा ना आए।
ओए ने अपने सदस्यों के कल्याण के साथ-साथ ही सेल-बीएसपी के सुचारू संचालन हेतु कार्य किया है जिसके तहत ओए ने माइंस के क्लीयरेंस दिलाने में मदद की। इसके साथ ही भिलाई टाउनशिप में भयमुक्त वातावरण बनाने हेतु भिलाई टाउनशिप को कब्जामुक्त कराने में ओए ने निरंतर योगदान दिया।
इसी प्रकार ओए ने किया जन सेवा केन्द्र का शुभारंभ कर अपने वर्तमान व पूर्व सदस्यों को बेहतर सेवा प्रदान करने का शुभारंभ किया। भिलाई क्षेत्र के दिव्यांग बच्चों के फिजियोथेरेपी हेतु स्वामी विवेकानंद सेवा केन्द्र की स्थापना की गई।
परविन्दर सिंह ने आफिसर्स एसोसिएशन की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की
इसी क्रम में ओए के महासचिव परविन्दर सिंह ने आफिसर्स एसोसिएशन की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिसमें उन्होंने ओए के स्थानीय कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया। परविन्दर सिंह ने बताया कि ओए ने अपने इस कार्यकाल में कई स्थानीय मुद्दों को हल करने में कामयाबी पाई है।
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इनमें प्रमुख रूप से भिलाई व माइंस क्षेत्रों में निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन, साप्ताहिक मेडिकल जांच की व्यवस्था, प्रतिष्ठित डॉक्टर्स व अस्पतालों के सहयोग से नियमित स्वास्थ्य वार्ताओं का आयोजन, सेवानिवृत्त अधिकारियों का सम्मान समारोह का नियमित आयोजन, दिवंगत अधिकारियों के परिजनों को उनके निवास पर जाकर सहायता राशि प्रदान करना, सेवानिवृत्त अधिकारी संघ को उनके कार्यक्रमों हेतु सभी सहयोग व आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही खेलकूद गतिविधियों को अंजाम देने हेतु डायरेक्टर इंचार्ज ट्राफी का नियमित आयोजन तथा सामाजिक सरोकार हेतु स्वामी विवेकानंद जन सेवा केन्द्र की सेक्टर-10 में स्थापना प्रमुख रहा।
परविन्दर सिंह ने ओए के अन्य कार्यों का जिक्र करते हुए बताया कि ओए मेडिक्लेम पालिसी का नवीनीकरण भी लगातार सातवीं बार किया गया। इसके अतिरिक्त वृक्षारोपण व विभिन्न महापुरूषों की जयंती का आयोजन भी सफलतापूर्वक किया गया।
कोषाध्यक्ष अंकुर मिश्रा ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के आय-व्यय का लेखा पेश किया
ओए के कोषाध्यक्ष अंकुर मिश्रा ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के आय-व्यय का लेखा प्रस्तुत करने के साथ ही वर्ष 2024-25 हेतु ऑडिटर की नियुक्ति प्रस्ताव पेश किया। जिसे आमसभा में सर्वसम्मति से स्वीकृति प्रदान की गई। ओए महासचिव ने सदस्यता शुल्क को बढ़ाने हेतु इस आमसभा में प्रस्ताव रखा, जिसे अब 200 रुपए प्रति माह निर्धारित किया गया।
जिसे सर्वसम्मति से आमसभा ने पारित किया। सेवानिवृत्ति के समय वापस की जाने वाली सम्मान राशि की अधिकतम सीमा अगले वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 10000 रूपये का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया।
आमसभा में 15 प्रतिशत सदस्यों के कोरम पूर्ण नहीं, फिर ये हुआ…
विदित हो कि आमसभा में 15 प्रतिशत सदस्यों के कोरम पूर्ण नहीं होने के कारण ओए महासचिव परविन्दर सिंह द्वारा सभा को आधा घंटे के लिए स्थगित किया गया तथा पुनः 6.30 बजे आमसभा प्रारंभ की गई।
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नियमानुसार जिसके लिए कोरम की कोई आवश्यकता नहीं होती है। इस प्रकार आम सभा में पूर्व निर्धारित एजेण्डे पर चर्चा कर निर्णय लिया गया। आमसभा की समाप्ति पर महासचिव परविन्दर सिंह सभी सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
जानिए कब सदस्यता शुल्क क्या रही
जनवरी 1975: 10 रुपए
जनवरी 1985: 15 रुपए
जुलाई 1993: 25 रुपए
जनववरी 1998: 50 रुपए
सितंबर 2008: 100 रुपए
जनवरी 2025: 200 रुपए