
- टीएसडी-जन्म मृत्यु अनुभाग के कर्मियों ने रिकॉर्ड संख्या में प्रमाण पत्र बनाकर किया प्रशंसनीय कार्य। विभागीय कार्मिकों की तारीफ।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। Suchnaji.com ने 7 अप्रैल की शाम को सीटू के आरोपों पर आधारित खबर ‘Bhilai Steel Plant का जन्म-मृत्यु पंजीयन कार्यालय तोड़ रहा दम, 700 केस पेंडिंग, CGM को फुर्सत नहीं, ED से शिकायत’ शीर्षक से प्रसारित किया था।
इस पर विभाग के मुखिया केके यादव एक्शन में आए। रात में ही विभाग का ताला खुलवाया और जांच-पड़ताल की। आरोपों को कुछ हद तक गलत बताया। लेकिन, सक्रियता का यह असर हुआ कि अब कार्मिक सक्रिय हो गए। काम की रफ्तार बढ़ गई है। निश्चित रूप से सीटू के आरोप और सूचनाजी.कॉम की खबर का असर इसे माना जा रहा है।
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विभाग का कहना है कि भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) के नगर सेवाएं विभाग (Municipal Services Department) के अंतर्गत जन स्वास्थ्य विभाग के जन्म मृत्यु अनुभाग द्वारा जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र, सेक्टर 9 (Jawaharlal Nehru Hospital and Research Centre, Sector 9) में भर्ती मरीजों में होने वाले जन्म और मृत्यु को दर्ज कर जन्म/मृत्यु प्रमाण पत्र बनाये जाते हैं।
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इसी कड़ी में जन्म मृत्यु अनुभाग के कर्मियों ने 24 अप्रैल 2025 को 24 घंटे में कुल 100 जन्म तथा मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर रिकॉर्ड बनाया है। इस प्रशंसनीय कार्य पर मुख्य महाप्रबंधक (नगर प्रशासन एवं सीएसआर) उत्पल दत्ता ने जन्म मृत्यु कार्यालय व पीएचडी विभाग के कार्मिको को बधाई दी व उनके कार्यों की सराहना की। उन्होंने कार्मिकों को जन्म/मृत्यु को दर्ज करने की त्वरित कार्यवाही करते हुए भविष्य में भी इसी गति से कार्य करने और समय पर प्रमाण पत्र जारी करने हेतु प्रेरित किया।
भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) द्वारा संचालित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र से जन्म और मृत्यु के प्राप्त रिकॉर्ड के आधार पर जन स्वास्थ्य विभाग के जन्म मृत्यु अनुभाग द्वारा वर्ष भर में लगभग 2000 जन्म प्रमाण पत्र तथा लगभग 1500 मृत्यु प्रमाणपत्र बनाये जाते है। जिन्हें बनाने का कार्य पीएचडी कार्यालय द्वारा निःशुल्क किया जाता है। इसके पूर्व कोरोना काल के दौरान 24 घंटे में कुल 83 प्रमाण पत्र बनाने का रिकॉर्ड भी दर्ज किया गया था।
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जन्म/मृत्यु प्रमाण पत्र रजिस्ट्रार जनरल ऑफ़ इंडिया, छत्तीसगढ़ वित्त योजना आर्थिक अवैम सांख्यिकी विभाग द्वारा जारी पोर्टल के माध्यम से बनाया जाता है, जिसमें समस्त आवश्यक दस्तावेजों को स्कैन कर अटैच किया जाता है तथा डिजिटल प्रमाण पत्र द्विभाषी रूप से हिंदी व अंग्रेजी में जारी किया जाता है।
महाप्रबंधक (नगर सेवाएं) केके यादव ने 23 अप्रैल 2025 को पीएचडी जन्म मृत्यु कार्यालय का निरीक्षण कर रिकार्ड्स की जांच की तथा कार्मिकों को आवश्यक निर्देश दिया और सभी कार्मिकों को 24 घंटे में 100 प्रमाणपत्र जारी करने के अनुकरणीय कार्य हेतु बधाई दी।
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जन्म/मृत्यु प्रमाणपत्र एक अत्यावश्यक दस्तावेज है तथा समस्त अन्य सहायक दस्तावेज होने पर प्रमाण पत्र तीन दिनों के भीतर जारी करें तथा दूसरे जिलों या प्रदेश से आने वाले व्यक्तियों के समग्र दस्तावेज पर्याप्त तथा सही हो तो उसी दिवस कार्यालयीन अवधि में प्रमाण पत्र जारी करने का प्रयास करें।
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और यदि किसी प्रकार का नाम परिवर्तन हो, या दस्तावेज की कमी हो, तो तत्काल उन्हें उक्त विषय पर सूचित करें। उन्होंने कहा कि लोगों से व्यवहार संयमित रखें, व्यवहार कुशल रहे, किसी प्रकार का बैक लाग नहीं होने दें। विगत कुछ दिनों से सिस्टम में खराबी के कारण कार्य में उत्पन्न व्यवधान को श्री के के यादव ने बहाल कराकर कार्य को सुचारू गति से जारी रखने का आदेश दिया।
निरिक्षण के दौरान उप प्रबंधक (इनफ़ोर्समेंट) मिलिंद बंसोड व सहायक प्रबंधक (पीएचडी) मुकुंद दास मानिकपुरी भी उपस्थित थे।
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