- आपदा प्रबंधन को लेकर सीआइएसएफ, फायर ब्रिगेड, सिविल डिफेंस, मेडिकल की टीम ने ईआरएस में किया मॉक ड्रिल।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के इलेक्ट्रिकल रिपेयर शॉप (Electric Repairing Shop) से एक ऐसी फोटो आई, जिसको देखने वालों की आंखें खुली की खुली रह जाए। स्ट्रेचर पर जख्मी कर्मचारी। घायल कर्मचारियों को एम्बुलेंस से मेन मेडिकल पोस्ट ले जाने का सीन…।
फायर ब्रिगेड की टीम। सीआइएसएफ के जवान पूरे एरिया को सील किए हुए। यह सब नजारा बीएसपी के अंदर का है। लेकिन, मॉक ड्रिल है। सेफ्टी नियमों का कितना पालन हो रहा और हादसे की स्थिति में जिम्मेदार विभाग कितनी सक्रियता बरत रहे हैं, इसी की जांच की गई।
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आपदा प्रबंधन अभ्यास के लिए मॉक ड्रिल किया गया। इलेक्ट्रिकल रिपेयर शॉप सभी प्रकार की विद्युत मशीनों की मरम्मत के लिए केंद्रीकृत एजेंसी है। सुबह 10:00 बजे से 10:30 बजे तक आपदा प्रबंधन (विद्युत और आग) के लिए एक मॉक ड्रिल आयोजित किया गया।
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आपदा के दौरान शामिल विभिन्न एजेंसियों के प्रदर्शन और प्रतिक्रिया समय की जांच करने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया और सुधार के लिए प्राप्त सुझावों पर विचार किया गया। सीआईएसएफ, फायर ब्रिगेड, एम.एम.पी-1, एसईडी, सिविल डिफेंस, ईआरएस की टीम ने मोर्चा संभाला था।
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इस तरह से तैयार हुआ घटनाक्रम
छोटे असेंबली सेक्शन (डीसी) और परीक्षण अनुभाग से तीन व्यक्तियों का एक समूह सुबह लगभग 10:00 बजे एक कार्य में जुटा रहा। अचानक मोटर के ब्रश होल्डर में उंगली छूने से टेस्टिंग टेक्नीशियन को करंट लग गया और शॉर्ट सर्किट व फ्लैश के कारण आग भी लग गई।
परीक्षण अनुभाग के दूसरे तकनीशियन ने बचाव के लिए चिल्लाया और तुरंत बिजली आपूर्ति बंद कर दी। फिर ईआरएस के चार्जमैन और शिफ्ट मैनेजर को घटना की जानकारी दी। स्थिति की गंभीरता को समझने के बाद शिफ्ट मैनेजर तुरंत मौके पर पहुंचे, इसकी जानकारी ईआरएस के एचओडी को दी गई।
जीएम ईआरएस (एचओडी) ने सुबह 10:05 बजे आपातकाल की घोषणा की और आपातकाल का अलार्म बजा दिया।
मेन मेडिकल पोस्ट भेजे गए घायल
शिफ्ट प्रभारी आलोक उपाध्याय, सहायक प्रबंधक, ईआरएस ने फायर ब्रिगेड, एमएमपी-1/सीआईएसएफ को सूचित किया। पीके. पाढ़ी, जीएम (ईआरएस) घटनास्थल पर पहुंचे। घायल व्यक्ति को फायर ब्रिगेड की मदद से बचाया गया और उसे मेन मेडिकल पोस्ट भेजा गया।
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सभी संबंधित एजेंसियां (फायर ब्रिगेड, एमएमपी1, सिविल डिफेंस, सीआईएसएफ और सुरक्षा नियंत्रण) समय पर मौके पर पहुंचीं और पीड़ित को बचाया और ईआरएस कर्मचारियों को असेंबली प्वाइंट तक पहुंचाने में मदद की।
एक-एक कर्मचारियों की हुई गिनती
नीलम वर्मा और बिंदु कुरुप ने कर्मचारियों की गिनती की और उपस्थिति का सत्यापन किया। मॉक ड्रिल के समापन के बाद एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। टीके कृष्ण कुमार सीजीएम एजेंसियों की टिप्पणियों और प्रदर्शन पर चर्चा किया।
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