- कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में अक्टूबर 2023 के दौरान 15.29 लाख सदस्य जुड़े
- अक्टूबर 2023 के दौरान 7.72 लाख नए सदस्यों ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के साथ नामांकन कराया।
- पिछले 4 महीनों से ईपीएफओ छोड़ने वालों की संख्या में गिरावट का रुझान देखा गया है।
सूचनाजी न्यूज, दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees’ Provident Fund Organisation) (ईपीएफओ) के अनंतिम पेरोल डेटा (provisional payroll data) में बताया गया है कि ईपीएफओ में अक्टूबर, 2023 के महीने में 15.29 लाख सदस्य शामिल हुए हैं। पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में सदस्यता में 18.22 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
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आंकड़ों से पता चलता है कि अक्टूबर, 2023 के दौरान लगभग 7.72 लाख नए सदस्य जुड़े। ये ईपीएफओ के सामाजिक सुरक्षा कवरेज के तहत स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे। नए सदस्यों के जुड़ने की प्रति वर्ष वृद्धि की तुलना करें तो चालू माह के दौरान पिछले वर्ष अक्टूबर की तुलना में 6.07 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
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इन नए सदस्यों में, 18-25 वर्ष के आयु वर्ग के सदस्य महीने के दौरान जोड़े गए कुल नए सदस्यों का 58.60 प्रतिशत हैं। इससे पता चलता है कि संगठित क्षेत्र के कार्यबल में शामिल होने वाले अधिकांश सदस्य इस आयु वर्ग में पहली बार नौकरी प्राप्त वाले हैं।
लगभग 11.10 लाख सदस्य ईपीएफओ से बाहर चले गए थे, बाद में वे फिर से ईपीएफओ में शामिल हो गए। इन सदस्यों ने अपनी नौकरी बदल ली है और ईपीएफओ के अंतर्गत आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से शामिल हो गए हैं और अंतिम निपटान के लिए आवेदन करने के बजाय अपनी जमा राशि को स्थानांतरित करने का विकल्प चुना है, जिससे ईपीएफओ के साथ उनकी सामाजिक सुरक्षा बढ़ गई है।
पिछले 4 महीनों से ईपीएफओ छोड़ने वालों की संख्या में गिरावट का रुझान देखा गया है। कुल मिलाकर, अक्टूबर, 2023 के लिए ईपीएफओ से बाहर निकलने वाले सदस्यों की संख्या पिछले 12 महीनों में सबसे कम है।
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ईपीएफओ का महिला-पुरुष विश्लेषण
महिला-पुरुष विश्लेषण से पता चलता है कि महीने के दौरान जोड़े गए कुल 7.72 लाख नए सदस्यों में से लगभग 2.04 लाख नई महिला सदस्य हैं, जो पहली बार ईपीएफओ में शामिल हुई हैं। इसके अतिरिक्त महीने के दौरान महिला सदस्यों की संख्या लगभग 3.03 लाख रही, जो पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत अधिक है।
महाराष्ट्र, तमिलनाडु टॉप पर
राज्य-वार विश्लेषण से पता चलता है कि 5 राज्यों महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, कर्नाटक और हरियाणा में सर्वाधिक सदस्य जोड़े गये। महाराष्ट्र में सर्वाधिक 22.04 प्रतिशत सदस्य शामिल हुए।
इन सेक्टर का भी जानिए आंकड़ा
होटल उद्योग, चाय प्रतिष्ठानों, व्यापारिक और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, भारी रसायनों, जीवन बीमा, वार्षिकियां आदि की पेशकश करने वाली कंपनियों में काम करने वाले सदस्यों की कुल संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इनमें कुल सदस्यता लगभग 40.27 प्रतिशत है। सदस्यों में विशेषज्ञ सेवाओं, जनशक्ति आपूर्तिकर्ताओं, सामान्य ठेकेदारों, सुरक्षा सेवाओं, विविध गतिविधियों से जुड़े सदस्य शामिल हैं।
उपरोक्त पेरोल डेटा अनंतिम है क्योंकि डेटा जनरेशन एक सतत प्रक्रिया है और कर्मचारियों के रिकॉर्ड को अपडेट रखती है। इसलिए पिछला डेटा हर महीने अपडेट किया जाता है। अप्रैल-2018 के महीने से कर्मचारी भविष्य निधि संगठन सितंबर, 2017 के बाद की अवधि को कवर करते हुए पेरोल डेटा जारी कर रहा है।
मासिक पेरोल डेटा में, आधार मान्य यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (यूएएन) के माध्यम से पहली बार ईपीएफओ में शामिल होने वाले सदस्यों की गिनती, ईपीएफओ के कवरेज से बाहर निकलने वाले मौजूदा सदस्य और जो बाहर निकल गए लेकिन सदस्यों के रूप में फिर से शामिल हो गए हैं, उनका मासिक डेटा रखा जाता है।
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