- भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारियों के लिए तय होने वाली पॉलिसी खदानों पर भी होगी लागू।
अज़मत अली, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited)–सेल (SAIL) के 28 हजार मजदूरों के लिए अच्छी खबर है। अलग-अलग ठेका कंपनी के अधीन काम करने वाले मजदूरों का 10 लाख रुपए का बीमा होने जा रहा है। 418 ठेकेदार और बीएसपी प्रबंधन (BSP Management) के बीच सहमति बन गई है।
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दो विरोधी ठेमा के ठेका एसोसिएशन को एक मंच पर लाने में आइआर विभाग (IR Department) के जनरल मैनेजर (General Manager) जेएन ठाकुर (JN thakur) सफल हो गए है। एक अलग संस्था का रजिस्ट्रेशन कराया गया है, जिसके जरिए पूरी प्रक्रिया को अमल में लाया जा रहा है।
किस बैंक से बीमा कराया जाएगा, इसकी घोषणा भी इसी सप्ताह कर दी जाएगी। बैंक को लेकर कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। दो दिन के भीतर इस पर भी बड़ा अपडेट आने की उम्मीद है।
इस खबर की पुष्टि Suchnaji.com से औद्योगिक संबंध विभाग-आइआर ने कर दी है। प्रबंधन का कहना है कि ठेका मजदूरों के इंश्योरेंस (Insurance) के लिए बीएसपी कांट्रैक्टर वर्कर्स वेलफेयर सोसाइटी (BSP Contractor Workers Welfare Society) का रजिस्ट्रेशन हो गया है।
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10 लाख रुपए का इंश्योरेंस (Insurance) कराने की सहमति ठेकेदारों ने दे दी है। पंजाब नेशनल (Punjab National), ओरिएंटल (Oriental), टाटा एआइजी (TATA AIG), डिपार्टमेंट आफ पोस्ट (Department of Post), आइसीआइसीआई (ICICI) आदि बैंकों के बीच बिड ओपन किया जाएगा।
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ठेकेदारों ने लिखित में सहमति दे दिया है कि हादसा में मृत्यु होने पर 10 लाख रुपए ठेकेदार देंगे। प्रीमियम क्या होगा। कौन सी सरकारी और प्राइवेट कंपनी इंश्योरेंस करेगी, इसकी घोषणा इसी सप्ताह कर दी जाएगी।
खास बात यह है कि भिलाई स्टील प्लांट (Bhilai Steel Plant) के ठेका मजदूरों के लिए जो प्रीमियम की राशि तय की जाएगी, वही आयरन ओर ग्रुप ऑफ माइंस राजहरा, लाइम स्टोन माइंस नंदिनी, कोटेश्वर, डोलोमाइट माइंस हिर्री के मजदूरों के लिए भी लागू होगी।
बताया जा रहा है कि पहले साल का प्रीमियम ठेकेदार देंगे। इसके बाद अगले साल से बीएसपी एस्टीमेंट (BSP Estimate) में प्रीमियम राशि को जोड़ा जाएगा। ठेकेदार को अधिकार होगा कि वह प्रीमियम के रेट को ठेका में जोड़ लें।
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अगर, किसी ठेकेदार को आर्थिक हालात से जूझना पड़ा तो ऐसी सूरत में बीएसपी प्रबंधन (BSP Management) एडवांस के रूप में राशि देगा, ताकि प्रामियम भरा जा सके। बीएसपी प्रबंधन (BSP Management) यह पैसा बिल से काट लेगा।
20 राउंड की मीटिंग के बाद अब सफलता की ओर कदम बढ़ चुके हैं। बीएसपी कांट्रैक्टर एसोसिएशन (BSP Contractor Association ) और बीएसपी कांट्रैक्टर वेलफेयर एसोसिएशन (BSP Contractor Welfare Association) ने मिलकर सोसाइटी बनाई है। आपसी विवाद का समाधान करने के बाद एक मंच पर आ गए हैं। 418 ठेकेदारों के साथ ही प्रबंधन ने भी बड़ी राहत की सांस ली है।