सेल चेयरमैन सोमा मंडल अप्रैल में रिटायर हो रही हैं। नए चेयरमैन के लिए इंटरव्यू की तारीख का इंतजार किया जा रहा।
सूचनाजी न्यूज, भिलाई। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड-सेल की चेयरमैन सोमा मंडल अप्रैल में रिटायर हो जाएंगी। इनके स्थान पर नए चेयरमैन की ताजपोशी होगी। फिलहाल, इंटरव्यू की तारीख और कॉल लेटर तक जारी नहीं हुआ है। हर कोई तरह-तरह की बातें करनी शुरू कर चुका है।
सोशल मीडिया भी चर्चाओं के बाजार से गर्म है। सेल कर्मचारी भी अपने मन की बात कर रहे हैं। एक कर्मी ने लिखा-दुर्घटना से मृत्यु, अवैध जमीन, आवास अतिक्रमण, प्रोजेक्ट में देरी, वेतन समझौता में देरी और भ्रष्टाचार का मामला भारी पड़ेगा।
महारत्न पब्लिक सेक्टर कंपनी सेल का अगला चेयरमैन बनने के लिए कई बड़े अधिकारी एड़ी चोटी लगा रहे है। लेकिन सेल के पांच बड़े मुद्दे कहीं कइयों के मनसूबों पर पानी न फेर दे। 18 जनवरी 2023 तक सेल चेयरमैन पद हेतु आवेदन करने की अंतिम तिथि थी। नियमों के अनुसार 6 कैंडिडेट सेल तथा स्टील पीएसयू से होंगे। वहीं, 4 उम्मीदवार बाहरी या दूसरे पीएसयू से होंगे।
सोशल मीडिया पर कर्मी ने यह भी लिखा कि सूत्र बता रहे-काफी संख्या में लोगों ने अप्लाई किया है। सेल बोर्ड में वरिष्ठता क्रम के अनुसार भिलाई स्टील प्लांट के डायरेक्टर इंचार्ज अनिर्बान दासगुप्ता पहले नंबर पर और बोकारो के डीआइसी अमरेंदु प्रकाश दूसरे नंबर पर हैं। अन्य दावेदारों में दुर्गापुर के डायरेक्टर इंचार्ज बीपी सिंह, डायरेक्टर पर्सनल केके सिंह, डायरेक्टर फाइनेंस एके तुल्सयानी का नाम भी चर्चा में बना है।
सोशल मीडिया पर यह भी दावा किया जा रहा है कि हाल ही का सेल का प्रमुख मुद्दा जिस पर पीईएसबी, डीपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एवं ट्रेनिंग और पीएमओ द्वारा मुल्यांकन किया जा सकता है।
सेल में हादसे और मौत के आंकड़े
2017: 16
2018: 22
2019: 11
2020: 08
2021: 19
2022: 17
(स्त्रोत-राज्य सभा प्रश्न-उत्तर)
जमीन-मकान अतिक्रमण
सेल कर्मचारी हर बिंदु पर अपनी बात रख रहे हैं। वायरल मैसेज में कर्मी ने लिखा-राज्यसभा में प्रश्न के जवाब के आधार पर सेल की कुल जमीन का लगभग 5% अवैध कब्जा है। वहीं, सेल अपने सलाना रिपोर्ट में 4000 एकड़ जमीन कब्जा तथा 6000 से अधिक आवास कब्जे का उल्लेख किया है। वहीं, राज्य सभा में प्रश्न के जवाब पर सेल के पांचों स्टील सिटी में 30-39% बिजली की चोरी के कारण लाइन लॉस है।
ये खबर भी पढ़ें: SPSB Inter Steel Basketball Championship Final: बीएसपी विजेता, RINL हारा
एक्सपांशन प्रोजेक्ट में देरी
सेल का पिछला मॉडर्नाईजेशन भी काफी विलम्ब से पूरा हुआ था। उस समय के कई छोटे प्रोजेक्ट अभी भी पूरे नहीं हुए हैं। राज्य सभा प्रश्न के जवाब का अवलोकन करने पर ज्ञात हुआ कि सेल के भिलाई, बोकारो, राउरकेला, दुर्गापुर, सेलम तथा बर्नपुर इकाई का मॉडर्नाईजेशन के लिए प्रारंभिक लागत 56588 करोड़ रुपया था, जो कि बढ़कर 65118 करोड़ रुपया हो गया था। मॉर्डनाईजेशन को 2012 में पूरा करना था, लेकिन यह 2018-19 में जैसे-तैसे पूरा हुआ। इस तरह 8530 करोड़ रुपया अधिक खर्च बढ़ गया।
एक नजर प्रोजेक्ट की लागत पर
यूनिट प्रारंभिक वास्तविक (करोड़ में)
भिलाई 17266: 19857
बोकारो 6325: 7179
दुर्गापुर 2875: 3169
बर्नपुर 16408: 19235
राउरकेला 11812: 13307
सेलम 1902: 2371
कुल 56588: 65118
छह लोकसभा क्षेत्र में रहने वाले सेल कर्मचारियों का अधूरा वेतन समझौता
जनवरी 2017 में सेल में लगभग 70000 गैर कार्यपालक कर्मचारी कार्यरत थे। वर्तमान मे 49800 कर्मचारी बचे हैं। लगभग 20000 कर्मचारियों का 39 माह का फिटमेंट एरियर तथा 58 माह का पर्क्स एरियर बकाया है। कर्मचारियो के आक्रोश के कारण 30 जून 2021 को पूरे सेल में ऐतिहासिक हड़ताल हुई थी। वहीं, अक्टूबर 2021 में किसी तरह तीन यूनियनों के सहमती से वेतन समझौता का एमओयू किया गया था, लेकिन अभी भी दो यूनियनें मैनेजमेंट के शर्त पर एमओए करने के लिए राजी नहीं है, जिसके कारण सेल कर्मचारियों का कई मुद्दा 75 माह के बाद भी अभी भी पेंडिंग है।
अब भ्रष्टाचार का मामला
सेल स्तर पर भ्रष्टाचार का मामला भी काफी है। राज्यसभा प्रश्न के जवाब के तहत पिछले पांच साल में विभिन्न तरह का 2472 मामल दर्ज किए गए हैं।
वर्ष: मामलो की संख्या
2018: 574
2019: 499
2020: 492
2021: 544
2022: 363
कुल 2472